शिवपुरी। हत्या के मामले में जेल में बंद रहे युवक के नाम से 2.50 लाख का बिजनेस लोन और 58 हजार रु. कीमत की बाइक फाइनेंस हो गई। 7 साल 7 माह बाद जेल से छूटने पर युवक बाहर आया तो दो लोन के बारे में पता चला। मामले में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक करैरा वार्ड-15 निवासी विजय साहू पुत्र बद्री प्रसाद का कहना है कि 10 जनवरी 2017 से 22 अगस्त 2024 तक करीब 7 साल 7 महीने जेल में बंद रहा। जेल से बाहर आने के बाद आर्थिक हालात खराब होने पर वह ग्रामीण बैंक में लोन मंजूर कराने पहुंचा। बैंक मैनेजर ने उसे बताया कि उसके नाम से पहले ही दो लोन चल रहे हैं। बैंक रिकॉर्ड के अनुसार पहला लोन 58 हजार 543 रुपए बाइक फाइनेंस का है। 4 अप्रैल 2024 को बाइक फाइनेंस हुई है। जबकि दूसरा लोन 2 लाख 50 हजार रुपए का है।
27 दिसंबर 2017 को बिजनेस लोन लिया गया है। विजय साहू का कहना है कि उसने न तो इन लोन के लिए कभी आवेदन किया और न ही किसी को इसके लिए अधिकृत किया। मामले की एसपी ऑफिस शिवपुरी में शिकायत की है। फर्जी तरीके से मंजूर कराए गए लोन की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक करैरा वार्ड-15 निवासी विजय साहू पुत्र बद्री प्रसाद का कहना है कि 10 जनवरी 2017 से 22 अगस्त 2024 तक करीब 7 साल 7 महीने जेल में बंद रहा। जेल से बाहर आने के बाद आर्थिक हालात खराब होने पर वह ग्रामीण बैंक में लोन मंजूर कराने पहुंचा। बैंक मैनेजर ने उसे बताया कि उसके नाम से पहले ही दो लोन चल रहे हैं। बैंक रिकॉर्ड के अनुसार पहला लोन 58 हजार 543 रुपए बाइक फाइनेंस का है। 4 अप्रैल 2024 को बाइक फाइनेंस हुई है। जबकि दूसरा लोन 2 लाख 50 हजार रुपए का है।
27 दिसंबर 2017 को बिजनेस लोन लिया गया है। विजय साहू का कहना है कि उसने न तो इन लोन के लिए कभी आवेदन किया और न ही किसी को इसके लिए अधिकृत किया। मामले की एसपी ऑफिस शिवपुरी में शिकायत की है। फर्जी तरीके से मंजूर कराए गए लोन की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।