शिवपुरी। शिवपुरी जिले की बदरवास जनपद पंचायत को मप्र की सबसे भ्रष्ट जनपद पंचायत का दर्जा प्राप्त हो जाए तो बडी बात नही होगी। हाई प्रोफाइल राजनीति के चलते पंचायत सचिव और सरपंचो पर कार्यवाही नहीं होती है। जिले के सबसे बडे अधिकारी भी बिना पढ़े लिखे सरपंचो और एक पंचायत के अदने से कर्मचारी के आगे झुक जाते है। यही सिस्टम का सच है,और प्रमाण मंगलवार को कलेक्ट्रेट में देखने को मिला है। एक आरटीआई कार्यकर्ता ने बदरवास जनपद पंचायत की मढवासा पंचायत के करोड़ों रुपए के हुए भ्रष्टाचार के सबूतो के पहाड़ लगा दिए,एक साल पूर्व की गई शिकायत के बाद जांच के नाम पर एक शब्द भी जांच टीम ने नहीं उकेरा है।
मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम में कलेक्ट्रेट में बदरवास जनपद की ग्राम इमलोदा निवासी जयपाल सिंह यादव एक कट्टे में करीब तीन हजार पेजों में सूचना के अधिकार के तहत निकाली गई जानकारी लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा। जयसिंह यादव का आरोप है कि ग्राम पंचायत मढ़वासा की सरपंच प्रीति यादव व सचिव गोविंद यादव द्वारा पौधारोपण, सोखता गड्ढा निर्माण, खरंजा निर्माण, सीसी सड़क निर्माण, चबूतरा निर्माण, शौचालय निर्माण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण आदि में लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया है।
कई काम तो ऐसे हैं जो कागजों में करा दिए गए हैं और उनके एवज में लाखों रुपये के भुगतान निकाल लिए गए हैं। इन मामलों में जांच कर कार्रवाई के लिए उसके द्वारा 3 मार्च 2024 से लगातार शिकायती आवेदन दिए जा रहे हैं, लेकिन जिला पंचायत सीईओ कार्रवाई से पल्ला झाड़ रहे हैं। बकौल जयपाल जब उसे कुछ दिन पहले इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ विजय राज से बात की तो उनका कहना था कि आपके पास क्या सबूत है कि भ्रष्टाचार हुआ है।
यही कारण है कि इस बार मैं सूचना के अधिकार के तहत निकाली गई तीन हजार पेज की जानकारी लेकर आया हूं कि, साहब इन तीन हजार पेजों में है पंचायत की सरपंच और सचिव द्वारा किया गया भ्रष्टाचार। अब तो करो कार्रवाई। जयपाल के अनुसार वह यह सारे दस्तावेज लेकर आज भी जिला पंचायत। सीईओ से मिला तो, उनका कहना था कि हमारे पास सिर्फ यही एक काम थोड़े ही है। हम अपने हिसाब से जांच करवा रहे हैं। जयपाल यादव के आरोपों के संबंध में जिला पंचायत सीईओ विजय राज का पक्ष जानने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नही हो सका।