शिवपुरी। शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र में स्थित पडोरा चौराहे पर मंगलवार को 'पंडित ट्रेवल्स' की एक यात्री बस में क्षमता से अधिक सवारियां भरने (ओवरलोडिंग) के कारण बस का सस्पेंशन टूट गया। बस के रुक जाने और अपनी यात्रा जारी न रख पाने से परेशान यात्रियों ने मौके पर पुलिस को बुला लिया। यह बस बीते रोज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से मध्य प्रदेश के इंदौर के लिए निकली थी, जिसमें क्षमता से दोगुनी से भी अधिक सवारियां भरी थीं।
125 सवारियां और टूटा सस्पेंशन
बस में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि इस बस में लगभग 125 सवारियां भरी हुई थीं, जबकि बस की क्षमता लगभग 50 यात्रियों की है। अत्यधिक ओवरलोडिंग के कारण ही पडोरा चौराहे पर बस का सस्पेंशन टूट गया और वह आगे नहीं बढ़ पाई। यात्रियों ने बताया कि यह बस केवल इंदौर ही नहीं, बल्कि इसमें अहमदाबाद, बड़ौदा (वडोदरा) और अन्य महानगरों की सवारियां भी थीं।
स्लीपर का 4500 रु किराया, फिर भी धोखा
बस में सफर कर रहे दर्शन पडौया ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ अयोध्या से बड़ौदा जा रहे थे। बस संचालक ने उनसे स्लीपर सीट का 4500 रुपए किराया लिया और वादा किया कि उन्हें इंदौर से दूसरी बस में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षमता 50 की होने के बावजूद बस में 100 से अधिक सवारियां ठूंस-ठूंस कर भरी थीं। दर्शन पडौया ने यह भी बताया कि उन्हें अयोध्या में अपनी स्लीपर सीट लेने के लिए भी पुलिस बुलानी पड़ी थी।
लगातार खराब हुई बस, हवाई यात्रा छूटने का डर
यात्रियों ने बस की लगातार खराब होती स्थिति पर भी आक्रोश व्यक्त किया। एक यात्री ने बताया कि बस 1 घंटे भी लगातार नहीं चल पा रही थी। कभी टायर पंचर होता, तो कभी कोई और खराबी आ जाती। झांसी हाईवे पर करैरा के पास बस की एक ट्रॉले से भिड़ंत भी हो गई थी, जिससे बस का कांच टूट गया और अब उसमें से हवा आ रही थी। और अब, पडोरा में सस्पेंशन टूट गया।
मुंबई जाने वाले अमित कौशल ने बताया कि बस 6 घंटे लेट हो चुकी है। उन्हें इंदौर से मुंबई जाने के लिए दूसरी बस पकड़नी थी, जिसके छूटने की संभावना है। अगर वे समय पर नहीं पहुंचे, तो उनका मुंबई से दुबई जाने वाला विमान छूट जाएगा और उनके पूरे ग्रुप को 2 लाख रुपये का नुकसान हो जाएगा यात्रियों ने आरोप लगाया कि बस मालिक ने सभी को अंधेरे में रखकर और झूठ बोलकर बस में क्षमता से दोगुनी सवारियों को ठूंस दिया।
125 सवारियां और टूटा सस्पेंशन
बस में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि इस बस में लगभग 125 सवारियां भरी हुई थीं, जबकि बस की क्षमता लगभग 50 यात्रियों की है। अत्यधिक ओवरलोडिंग के कारण ही पडोरा चौराहे पर बस का सस्पेंशन टूट गया और वह आगे नहीं बढ़ पाई। यात्रियों ने बताया कि यह बस केवल इंदौर ही नहीं, बल्कि इसमें अहमदाबाद, बड़ौदा (वडोदरा) और अन्य महानगरों की सवारियां भी थीं।
स्लीपर का 4500 रु किराया, फिर भी धोखा
बस में सफर कर रहे दर्शन पडौया ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ अयोध्या से बड़ौदा जा रहे थे। बस संचालक ने उनसे स्लीपर सीट का 4500 रुपए किराया लिया और वादा किया कि उन्हें इंदौर से दूसरी बस में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षमता 50 की होने के बावजूद बस में 100 से अधिक सवारियां ठूंस-ठूंस कर भरी थीं। दर्शन पडौया ने यह भी बताया कि उन्हें अयोध्या में अपनी स्लीपर सीट लेने के लिए भी पुलिस बुलानी पड़ी थी।
लगातार खराब हुई बस, हवाई यात्रा छूटने का डर
यात्रियों ने बस की लगातार खराब होती स्थिति पर भी आक्रोश व्यक्त किया। एक यात्री ने बताया कि बस 1 घंटे भी लगातार नहीं चल पा रही थी। कभी टायर पंचर होता, तो कभी कोई और खराबी आ जाती। झांसी हाईवे पर करैरा के पास बस की एक ट्रॉले से भिड़ंत भी हो गई थी, जिससे बस का कांच टूट गया और अब उसमें से हवा आ रही थी। और अब, पडोरा में सस्पेंशन टूट गया।
मुंबई जाने वाले अमित कौशल ने बताया कि बस 6 घंटे लेट हो चुकी है। उन्हें इंदौर से मुंबई जाने के लिए दूसरी बस पकड़नी थी, जिसके छूटने की संभावना है। अगर वे समय पर नहीं पहुंचे, तो उनका मुंबई से दुबई जाने वाला विमान छूट जाएगा और उनके पूरे ग्रुप को 2 लाख रुपये का नुकसान हो जाएगा यात्रियों ने आरोप लगाया कि बस मालिक ने सभी को अंधेरे में रखकर और झूठ बोलकर बस में क्षमता से दोगुनी सवारियों को ठूंस दिया।