Shivpuri में धर्मांतरण का बड़ा खेल: पटवारी, शिक्षक और पादरी समेत 5 गिरफ्तार, शादी और नौकरी का लालच

Bhopal Samachar

बदरवास / शिवपुरी। शिवपुरी जिले के बदरवास थाना क्षेत्र के ग्राम घूघला में अनुसूचित जनजाति (आदिवासी) समुदाय के लोगों को लालच और प्रलोभन देकर सामूहिक धर्म परिवर्तन कराने के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बीते रोज इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। पुलिस ने इस प्रकरण में तत्काल कार्रवाई करते हुए एक पादरी, तीन शिक्षकों और एक पटवारी सहित कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

25 हजार का लालच,शादी और नौकरी अतिरिक्त
शादी, नौकरी और 25 हजार का लालच पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी पिछले 4-5 वर्षों से इस नेटवर्क को चला रहे थे। ये लोग गरीब आदिवासी परिवारों को उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने, बच्चियों की शादी कराने, सरकारी नौकरी लगवाने और हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने पर 25-25 हजार रुपये नकद देने का प्रलोभन देते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से धर्म परिवर्तन से संबंधित सामग्री भी जब्त की है।

पादरी का नेटवर्क ध्वस्त
सरकारी पदों पर बैठे लोग ही निकले साजिशकर्ता हैरानी की बात यह है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से अधिकांश सरकारी पदों पर लंबे समय से तैनात हैं। इसमें पटवारी सुगनचन्द पैंकरा, शिक्षक वीरेन्द्र कुमार (25 वर्ष से पदस्थ), शिक्षिका अनीता भगत (27 वर्ष से पदस्थ) और शिक्षिका राजपति बाई (24 वर्ष से पदस्थ) शामिल हैं। इनके साथ ही स्थानीय पादरी अमजी भील को भी गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
6 घंटे में गिरफ्तारी ग्राम घूघला निवासी हमीर सिंह भील की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। थाना प्रभारी बदरवास रोहित दुबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मात्र 6 घंटे के भीतर सभी पांचों आरोपियों को धर दबोचा। आरोपियों के खिलाफ 'मप्र. धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021' और '1968' की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।