शिवपुरी। शिवपुरी जिले में पिछले 24 घंटे में 5 मौत होने की खबर मिल रही है। यह सभी मौतें जिले के अलग अलग थाना सीमाओं में हुई है। कहीं सड़क पर बिछी लाशें तो कहीं अपनों ने ही ली जान। करैरा में पति ने पत्नी को कुल्हाड़ी से काट दिया,वही ब्लैकमेलिंग को लेकर एक किसान की जान चली गई। तीन मौतें सड़क हादसे में होने की खबर मिल रही है।
पिछोर में दो युवकों की मौत
मंगलवार की सुबह एक तरफ लोग अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे थे, वहीं पिछोर-बसई मार्ग पर मौत का तांडव हुआ। टोड़ा गांव के सुरेश लोधी और बाचरौन के अखिलेश लोधी सुबह 7:30 बजे अपनी बाइक से बागेश्वर धाम के दर्शन की आस लेकर निकले थे। लहर्रा गांव के पास एक ट्रक और पिकअप की क्रॉसिंग के बीच उनकी बाइक काल के गाल में समा गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवकों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या ट्रक चालक की लापरवाही इस हादसे का मुख्य कारण थी।
विकास के मार्ग पर मजदूर की बलि: पोहरी में डंपर ने कुचला
पोहरी-परीक्षा मार्ग पर चल रहा सड़क निर्माण कार्य एक मजदूर के परिवार के लिए मातम में बदल गया। 37 वर्षीय मोहन यादव, जो पसीने की कमाई से घर चला रहा था, उसे एक तेज रफ्तार डंपर ने लापरवाही से पीछे (Back) लेते हुए कुचल दिया। हादसे के वक्त मृतक का भाई उसे घर ले जाने के लिए मौके पर ही खड़ा था, जिसकी आंखों के सामने ही भाई ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों (Safety Norms) की पोल खोल दी है। पुलिस ने डंपर जब्त कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
रोज की चिक-चिक' का खौफनाक अंत
करैरा में पत्नी का कत्ल करैरा के जेरवा गांव में एक पति की क्रूरता ने सबको सुन्न कर दिया है। रविवार-सोमवार की रात कुंदन सिंह ने अपनी पत्नी पार्वती पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात इतनी जघन्य थी कि पार्वती के सिर और कंधे पर गहरे घाव मिले। सनक की हद तो देखिए, हत्या के बाद आरोपी ने अपने बेटे से कहा— "किस्सा खत्म कर दिया, अब मैं जा रहा हूं।" पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है, लेकिन एक हंसता-खेलता परिवार इस सनक की भेंट चढ़ गया।
12 साल पुराना साया और किसान की खुदकुशी
टोकनपुर की घटना सबसे विचलित करने वाली खबर करैरा के टोकनपुर से आई, जहां एक किसान उदयराम जाटव ने नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सालों से चली आ रही ब्लैकमेलिंग का परिणाम बताया जा रहा है। 2013 में हुए एक ट्रैक्टर हादसे को आधार बनाकर कुछ लोग मृतक को 'जीता जागता एटीएम' समझ बैठे थे। जमीन और पैसे देने के बावजूद जब 3 लाख की और मांग की गई और जान से मारने की धमकी मिली, तो किसान ने मौत को चुनना बेहतर समझा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।
पिछोर में दो युवकों की मौत
मंगलवार की सुबह एक तरफ लोग अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे थे, वहीं पिछोर-बसई मार्ग पर मौत का तांडव हुआ। टोड़ा गांव के सुरेश लोधी और बाचरौन के अखिलेश लोधी सुबह 7:30 बजे अपनी बाइक से बागेश्वर धाम के दर्शन की आस लेकर निकले थे। लहर्रा गांव के पास एक ट्रक और पिकअप की क्रॉसिंग के बीच उनकी बाइक काल के गाल में समा गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवकों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या ट्रक चालक की लापरवाही इस हादसे का मुख्य कारण थी।
विकास के मार्ग पर मजदूर की बलि: पोहरी में डंपर ने कुचला
पोहरी-परीक्षा मार्ग पर चल रहा सड़क निर्माण कार्य एक मजदूर के परिवार के लिए मातम में बदल गया। 37 वर्षीय मोहन यादव, जो पसीने की कमाई से घर चला रहा था, उसे एक तेज रफ्तार डंपर ने लापरवाही से पीछे (Back) लेते हुए कुचल दिया। हादसे के वक्त मृतक का भाई उसे घर ले जाने के लिए मौके पर ही खड़ा था, जिसकी आंखों के सामने ही भाई ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों (Safety Norms) की पोल खोल दी है। पुलिस ने डंपर जब्त कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
रोज की चिक-चिक' का खौफनाक अंत
करैरा में पत्नी का कत्ल करैरा के जेरवा गांव में एक पति की क्रूरता ने सबको सुन्न कर दिया है। रविवार-सोमवार की रात कुंदन सिंह ने अपनी पत्नी पार्वती पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात इतनी जघन्य थी कि पार्वती के सिर और कंधे पर गहरे घाव मिले। सनक की हद तो देखिए, हत्या के बाद आरोपी ने अपने बेटे से कहा— "किस्सा खत्म कर दिया, अब मैं जा रहा हूं।" पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है, लेकिन एक हंसता-खेलता परिवार इस सनक की भेंट चढ़ गया।
12 साल पुराना साया और किसान की खुदकुशी
टोकनपुर की घटना सबसे विचलित करने वाली खबर करैरा के टोकनपुर से आई, जहां एक किसान उदयराम जाटव ने नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सालों से चली आ रही ब्लैकमेलिंग का परिणाम बताया जा रहा है। 2013 में हुए एक ट्रैक्टर हादसे को आधार बनाकर कुछ लोग मृतक को 'जीता जागता एटीएम' समझ बैठे थे। जमीन और पैसे देने के बावजूद जब 3 लाख की और मांग की गई और जान से मारने की धमकी मिली, तो किसान ने मौत को चुनना बेहतर समझा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।