शिवपुरी। जिले में विशेष बहन पुनरीक्षण (SIR) का काम सवा माह बाद पूरा हो गया है। इसके बाद भी अभी भी जिले की 5 विधानसभाओं में 19 हजार 232 मतदाता अपने पते पर पड़ताल के दौरान नहीं मिले और 16 हजार 839 मतदाताओं की मॅपिंग नहीं हो पाई। अब निर्वाचन कार्यालय से 23 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। इसके बाद भी 23 दिसंबर से लेकर 22 जनवरी के बीच एक माह का समय मतदाताओं को नाम जोड़ने व काटने के लिए मिलेगा।
जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) का काम 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर को पूरा होना था, लेकिन चुनाव आयोग ने अतिरिक्त समय देते हुए दो से तीन बार इस काम के समय को बढ़ाया और अब 18 दिसंबर को पूरा हो गया है। खास बात यह है कि बीएलओ अपने-अपने मतदाताओं के घर पर चार से पांच बार पहुंचे, लेकिन इसके बाद भी 19232 मतदाता अपने घर या दिए गए पते पर नहीं मिले। या तो बह किसी दूसरे स्थान पर शिफ्ट हो गए या फिर किसी कारण से उनका पता ही नहीं मिल पाया।
इतना ही नहीं पर्याप्त दस्तावेज न मिलने के कारण 16 हजार 839 मतदाताओं की मेपिंग का काम भी पूरा नहीं हो पाया। इस विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान जिलेभर में मतदाता सूची से 16 हजार 798 मतदाताओं के नाम मृत होने पर काटे गए है। यह स्थिति जिले भर में 100 फीसदी काम होने पर है। बताया जा रहा है कि जिलेभर में 1492 मतदान केन्द्र है और इनमें कुल 13 लाख 19 हजार 84 मतदाता है. जिनका एसआइआर का काम जारी है।
23 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद भी इन गुम 19232 मतदाताओं को बीएलओ के सामने 26-आने के लिए एक माह का समय मिलेगा। अगर यह मतदाता एक माह अर्थात 23 जनवरी तक बीएलओ के समक्ष होकर अपना 2003 का डाटा प्रस्तुत करते हैं तो ठीक, नहीं तो ऐसे मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में से विलोपित कर दिए जाएंगे।
दावे-आपत्ति की प्रक्रिया होगी
अधिकारियों की मानें तो SIR के दौरान सर्वे व मतदाता सूची प्रकाशन के बाद दावे व आपत्ति की प्रक्रिया होगी। फरवरी के आखिरी माह तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने व काटने की प्रक्रिया सतत तरीके से जारी रहेगी। चूंकि मतदाता सूची में हर रोज कई नाम ऐसे होते है जो कि जुड़ते हैं तो कई नाम ऐसे भी होते हैं जिनको मृत होने पर काटा जाता है या फिर दूसरे शहर में जाने पर शिफ्ट किया जाता है।
एसआइआर का काम पूरा हो चुका है
जो भी मतदाता अपने पते पर नहीं मिले है या जिनकी मैपिंग नहीं हो पाई है। उनके लिए मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद एक माह का अतिरिक्त समय मिलेगा। इसके बाद संबंधित मतदाताओं को नोटिस जारी कर आगे की कार्रवाई होगी।
रविन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर, शिवपुरी
जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) का काम 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर को पूरा होना था, लेकिन चुनाव आयोग ने अतिरिक्त समय देते हुए दो से तीन बार इस काम के समय को बढ़ाया और अब 18 दिसंबर को पूरा हो गया है। खास बात यह है कि बीएलओ अपने-अपने मतदाताओं के घर पर चार से पांच बार पहुंचे, लेकिन इसके बाद भी 19232 मतदाता अपने घर या दिए गए पते पर नहीं मिले। या तो बह किसी दूसरे स्थान पर शिफ्ट हो गए या फिर किसी कारण से उनका पता ही नहीं मिल पाया।
इतना ही नहीं पर्याप्त दस्तावेज न मिलने के कारण 16 हजार 839 मतदाताओं की मेपिंग का काम भी पूरा नहीं हो पाया। इस विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान जिलेभर में मतदाता सूची से 16 हजार 798 मतदाताओं के नाम मृत होने पर काटे गए है। यह स्थिति जिले भर में 100 फीसदी काम होने पर है। बताया जा रहा है कि जिलेभर में 1492 मतदान केन्द्र है और इनमें कुल 13 लाख 19 हजार 84 मतदाता है. जिनका एसआइआर का काम जारी है।
23 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद भी इन गुम 19232 मतदाताओं को बीएलओ के सामने 26-आने के लिए एक माह का समय मिलेगा। अगर यह मतदाता एक माह अर्थात 23 जनवरी तक बीएलओ के समक्ष होकर अपना 2003 का डाटा प्रस्तुत करते हैं तो ठीक, नहीं तो ऐसे मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में से विलोपित कर दिए जाएंगे।
दावे-आपत्ति की प्रक्रिया होगी
अधिकारियों की मानें तो SIR के दौरान सर्वे व मतदाता सूची प्रकाशन के बाद दावे व आपत्ति की प्रक्रिया होगी। फरवरी के आखिरी माह तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने व काटने की प्रक्रिया सतत तरीके से जारी रहेगी। चूंकि मतदाता सूची में हर रोज कई नाम ऐसे होते है जो कि जुड़ते हैं तो कई नाम ऐसे भी होते हैं जिनको मृत होने पर काटा जाता है या फिर दूसरे शहर में जाने पर शिफ्ट किया जाता है।
एसआइआर का काम पूरा हो चुका है
जो भी मतदाता अपने पते पर नहीं मिले है या जिनकी मैपिंग नहीं हो पाई है। उनके लिए मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद एक माह का अतिरिक्त समय मिलेगा। इसके बाद संबंधित मतदाताओं को नोटिस जारी कर आगे की कार्रवाई होगी।
रविन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर, शिवपुरी