नपा PIC बैठक: पार्कों का रिनोवेशन और मूर्तियों पर सहमति, लेकिन महत्वपूर्ण फैसले फिर टले!

Bhopal Samachar

शिवपुरी। नगर पालिका में चल रही उठापटक और जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों के आपसी विवाद के चलते पिछले नौ महीने से नगर पालिका परिषद की सामान्य सभा की बैठक नहीं हो पा रही है। इसी के चलते सीएमओ इशांक धाकड़ व नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा की सहमति से पीआईसी का आयोजन किया गया। पीआईसी के एजेंडे में 67 बिंदुओं के विकास कार्यों पर पीआईसी मेंबर को विचार विमर्श करना था।

सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों बुलाई गई यह बैठक दो बार आपसी खींचतान के चलते नहीं हो सकी। लंबे समय से लंबित चल रही शहर विकास की यह चर्चा अंततः सोमवार की शाम नगर पालिका परिसर स्थित अध्यक्ष के केबिन में संपन्न हुई। इस बैठक में आज सीएमओ इशांक धाकड़ मौजूद नहीं थे, उनके स्थान पर नपा के आफिस सुपरीडेंट राजेश सक्सेना प्रभारी सीएमओ के रूप में उपस्थित रहे। इसके अलावा पीआईसी में शामिल दीप्ति भानू दुबे व सरोज धाकड़ भी बैठक में नहीं आए। हालांकि बताया जा रहा है तीनों पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होने के चलते शहर से बाहर होने के कारण बैठक में नहीं आ सके।

बैठक में शामिल नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा, पार्षद रामसिंह यादव, प्रदीप शर्मा, अमरदीप शर्मा, मदन शेजवार, श्यामलाल शाक्य ने बैठक का कोरम पूरा करते हुए एजेंडे में शामिल सभी 67 बिंदुओं पर चर्चा की। बैठक में पार्षदों ने वार्डों में प्रस्तावित विकास कार्यों में से सभी वार्डों में सिर्फ एक-एक विकास कार्य पर मोहर लगाई है। शेष विकास कार्य अगली पीआईसी की बैठक में विचारण हेतु रखे जाएंगे। बताया जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि नपा पर बजट की कमी है। जो बजट उपलब्ध है, उसमें कम से कम कुछ विकास कार्य तो हो सकेंगे।

पहले पार्षदों की बीमारी और फिर अध्यक्ष की बीमारी के बाद अंततः सोमवार दोपहर 3 बजे नगर परिषद में हुई। खास बात यह रही कि 67 बिंदुओं में कुछ सीसी रोड और वार्ड विकास के नाम पर एक ही वार्ड में 4-4 काम के प्रस्ताव पीआईसी से दर स्वीकृत के लिए रखे गए। लेकिन बैठक में नपा की ओर से शामिल हुए प्रभारी सीएमओ राजेश सक्सेना ने इस पर अपनी सहमति नहीं दी। हर वार्ड में एक-एक काम किए जाने पर सहमति बनी।

प्रभारी सीएमओ ने बताया कि 67 बिंदुओं के जो प्रस्ताव थे
उनमें से निर्धारित वार्डों के एक-एक काम स्वीकृत करने के बाद अन्य विकास कार्यों पर भी चर्चा हुई। इनमें शहर के विभिन्न पार्कों को रिनोवेट करने के साथ-साथ वहां पर मूर्तियां लगाने और विभिन्न पार्कों के उन्नयन पर भी चर्चा हुई। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए यह बेहद आवश्यक था। इसके साथ-साथ ऑटो स्टैंड के लिए स्थायी स्थानों पर भी सबकी सहमति मिली। दरअसल, पीआईसी बैठक में दो विधि सलाहकारों की नियुक्ति का मामला नपा में अटका पड़ा था। इसमें भी निर्णय लेना था। इसके साथ ही वार्ड 18 की पार्षद रीना शर्मा के पति, जो नगर पालिका में कर्मचारी हैं, कुलदीप शर्मा के बर्खास्तगी पर भी निर्णय लिया जाना था।

यह बिंदु जिन पर थी सबकी नज़र, अब निर्णय टला
पीआईसी में नपा के वकीलों को हटाने, वार्ड क्रमांक-18 की पार्षद रीना शर्मा के संविदाकर्मी पति कुलदीप शर्मा को हटाने के संबंध में पीआईसी की मोहर लगाने के लिए एजेंडे में बिंदु शामिल किया गया था। इसके अलावा नपा द्वारा हटाए गए तीन पंप अटेंडरों को वापस नौकरी पर रखने के संबंध में भी विचार करना था। पीआईसी सदस्यों ने इन बिंदुओं पर चर्चा नहीं की और यह कह दिया गया गया कि इस पर अगली पीआईसी में चर्चा करेंगे। इसके अलावा लगभग 80 नामांतरण के प्रकरणों पर चर्चा की गई और सभी नामांतरण हरी झंडी दे दी गई।

एजेंडे में 67 बिंदुओं पर चर्चा की हुई,
जिनमें से एजेंडे में शामिल विकास कार्यों में से प्रत्येक वार्ड में सिर्फ एक काम स्वीकृत किया गया। कर्मचारियों और वकीलों से संबंधित बिंदुओं पर अगली बैठक में चर्चा की जाएगी। इसके अलावा सभी बिंदु पास हो गए हैं।
राजेश सक्सेना, प्रभारी सीएमओ।