पोहरी। शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील में लगातार स्टाम्प की एमआरपी से अधिक रेट पर स्टांप बेचे जाने की शिकायत मिल रही है। इस मामले को लेकर मीडिया ने भी कई बार खबरों का प्रकाशन किया है। स्टांप मूल्य से अधिक रेट पर बेचे जाने का एक वीडियो कुछ दिन पूर्व ही वायरल हुआ था। वही महिला स्टांप वेंडरों की जगह उनके पति अथवा अन्य रिश्तेदार द्वारा रजिस्ट्री संपादन कराए जाने की शिकायत पर प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। शिकायत के बाद उप पंजीयक कार्यालय द्वारा सभी सेवा प्रदाताओं (स्टाम्प वेंडरों) को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
पोहरी में कराई गई लिखित शिकायत दर्ज
योगेन्द्र जैन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया कि पोहरी में स्टाम्प विक्रेता उपभोक्ताओं से तय मूल्य से अधिक राशि वसूल रहे हैं। यदि उपभोक्ता अधिक पैसे देने से मना करता है, तो उसे यह कहकर लौटा दिया जाता है कि स्टाम्प उपलब्ध नहीं है। मजबूरी में उपभोक्ता महंगे दामों पर स्टाम्प खरीदने को विवश हो जाता है।
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि नगर में महिला स्टाम्प वेंडरों के नाम से लाइसेंस होने के बावजूद उनके पति अथवा रिश्तेदार ही रजिस्ट्री एवं विक्रय पत्र संपादन का कार्य कर रहे हैं, जो नियमों के विरुद्ध है। पूर्व में भी इस विषय को लेकर समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं, लेकिन उस समय कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यालय उप पंजीयक, पोहरी द्वारा 23 दिसंबर को नोटिस जारी किया गया है।
इन वेंडरों को मिले नोटिस
नोटिस में स्टाम्प वेंडर निधि दुबे, सिमरन खान, नेहा श्रीवास्तव, रचना धाकड़, मोहित छकडू, शिशुपाल शाक्य, विजय गुप्ता, हरकिशोर धाकड़, मेहताव धाकड़, शिवम श्रीवास्तव, मोहन दुबे, फिरोज खान एवं शिवकुमार गुप्ता को तीन दिन के भीतर कार्यालय में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने की स्थिति में वरिष्ठ अधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई हेतु पत्र भेजे जाने की बात कही गई है।
वीडियो भी हुआ था वायरल
पिछले कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें खुलेआम 50 और 100 रुपये के स्टाम्प को डेढ़ से दोगुने दामों पर देने की बात कही जा रही थी। वीडियो वायरल होने के बावजूद उस समय प्रशासन ने न तो कोई कार्रवाई की और न ही किसी तरह की सख्ती दिखाई।
प्रशासन की इस निष्क्रियता के चलते स्टाम्प विक्रय से जुड़े लोगों के हौसले लगातार बढ़ते चले गए, जिससे आम उपभोक्ता लगातार शोषण का शिकार होता रहा है। अब शिकायत के बाद जारी नोटिस से यह उम्मीद जताई जा रही है कि पोहरी में स्टाम्प विक्रय से जुड़ी अनियमितताओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जाएगा।
पोहरी में कराई गई लिखित शिकायत दर्ज
योगेन्द्र जैन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया कि पोहरी में स्टाम्प विक्रेता उपभोक्ताओं से तय मूल्य से अधिक राशि वसूल रहे हैं। यदि उपभोक्ता अधिक पैसे देने से मना करता है, तो उसे यह कहकर लौटा दिया जाता है कि स्टाम्प उपलब्ध नहीं है। मजबूरी में उपभोक्ता महंगे दामों पर स्टाम्प खरीदने को विवश हो जाता है।
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि नगर में महिला स्टाम्प वेंडरों के नाम से लाइसेंस होने के बावजूद उनके पति अथवा रिश्तेदार ही रजिस्ट्री एवं विक्रय पत्र संपादन का कार्य कर रहे हैं, जो नियमों के विरुद्ध है। पूर्व में भी इस विषय को लेकर समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं, लेकिन उस समय कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यालय उप पंजीयक, पोहरी द्वारा 23 दिसंबर को नोटिस जारी किया गया है।
इन वेंडरों को मिले नोटिस
नोटिस में स्टाम्प वेंडर निधि दुबे, सिमरन खान, नेहा श्रीवास्तव, रचना धाकड़, मोहित छकडू, शिशुपाल शाक्य, विजय गुप्ता, हरकिशोर धाकड़, मेहताव धाकड़, शिवम श्रीवास्तव, मोहन दुबे, फिरोज खान एवं शिवकुमार गुप्ता को तीन दिन के भीतर कार्यालय में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने की स्थिति में वरिष्ठ अधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई हेतु पत्र भेजे जाने की बात कही गई है।
वीडियो भी हुआ था वायरल
पिछले कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें खुलेआम 50 और 100 रुपये के स्टाम्प को डेढ़ से दोगुने दामों पर देने की बात कही जा रही थी। वीडियो वायरल होने के बावजूद उस समय प्रशासन ने न तो कोई कार्रवाई की और न ही किसी तरह की सख्ती दिखाई।
प्रशासन की इस निष्क्रियता के चलते स्टाम्प विक्रय से जुड़े लोगों के हौसले लगातार बढ़ते चले गए, जिससे आम उपभोक्ता लगातार शोषण का शिकार होता रहा है। अब शिकायत के बाद जारी नोटिस से यह उम्मीद जताई जा रही है कि पोहरी में स्टाम्प विक्रय से जुड़ी अनियमितताओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जाएगा।