MM हॉस्पिटल से ​विक्रम रावत का अपहरण, जांच में कर्जे की स्क्रिप्ट आई बाहर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी सिटी कोतवाली अंतर्गत एमएम हॉस्पिटल के पास से एक युवक के अपहरण की सूचना बीती शाम पुलिस को मिली। शहर के बीचों-बीच अपहरण की बात सुनकर पुलिस चकरघिन्नी हो गई। करीब 3 घंटे की पड़ताल कर जब पुलिस ने पूरे मामले की तह में पहुंची तो पता चला कि कि युवक ने खुद ही अपने फर्जी अपहरण की कहानी तैयार की थी और घर में भी इसका किसी को पता नहीं था। शुक्रवार को युवक खुद ही कोतवाली में आया और उसने अपनी गलती स्वीकार की। युवक ने अपने पिता द्वारा दिए गए 16 हजार रुपए किसी उधारी वाले को दे दिए थे। इसलिए युवक ने यह नाटक किया।

जानकारी के मुताबिक गुरुवार शाम करीब 4 बजे कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ को सूचना मिली कि एमएम हॉस्पिटल के पास से एक युवक का अपहरण हो गया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम को बताया गया कि सुरवाया के गढ़ीबरोद निवासी विक्रम उम्र 32 साल पुत्र रमेश रावत का अपहरण हुआ है। इतना ही नहीं विक्रम का पिता रमेश पुलिस पर जल्द कार्रवाई करने के लिए दबाव भी बनाने लगा।

सीसीटीवी में बाइक चलाता दिखा युवक
पुलिस टीम ने जब घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे तो उसमें विक्रम आराम से बाइक से जाता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद विक्रम का अपने पिता पर कॉल आया जिसमें उसने बताया कि उसका कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है और उसकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई है। इस बात पर पुलिस को संदेह हुआ कि जब विक्रम की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है और बदमाश इसको पकड़े हुए हैं तो यह बात कैसे कर पा रहा है।

साथ ही बार-बार इसकी लोकेशन शहर के आसपास ही आ रही है। इसके बाद पुलिस ने अपने स्तर पर पता लगा लिया कि मामला फर्जी है। इसके बाद पिता ने बताया कि उसका बेटा सुरक्षित है और वह शुक्रवार को आएगा।

विक्रम शुक्रवार को कोतवाली पहुंचा और स्वीकार किया कि उसे खाद व दवाई के लिए पिता ने 16 हजार रुपए दिए थे, जो कि उसने उधारी के चुका दिए। पिता की डांट से बचने व ध्यान भटकाने के लिए उसने यह पूरा फर्जी घटनाक्रम तैयार किया। पुलिस ने युवक व उसके पिता को आगे से ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

इनका कहना है
बेटे ने पिता के पैसे खर्च कर दिए थे। पिता कुछ न बोले इसलिए उसने अपने ही अपहरण की फर्जी कहानी बना दी। पुलिस को जबरन ही इतने समय तक जांच पड़ताल में लगा रहना पड़ा। युवक व उसके पिता को कड़ी चेतावनी देकर आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी गई है।
कृपाल सिंह राठौड़ टीआई, कोतवाली