Dr Mona Gupta Shivpuri ने गर्भस्थ शिशु को मृत बताया, दूसरी रिपोर्ट में शिशु जिंदा निकला

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के जिला अस्पताल से लगातार स्वास्थ्य विभाग को बदनाम करने वाली खबरें आती रहती है। अब मामला गर्भस्थ शिशु को मृत बताने का मामला निकलकर सामने आया है। शहर की प्रसिद्ध और जिला अस्पताल में पदस्थ गायनेकोलॉजिस्ट डॉ मोना गुप्ता ने एक विवाहिता के गर्भ में सुरक्षित जिंदा 2 माह के गर्भ को मृत घोषित करते हुए गर्भपात की सलाह दे डाली,लेकिन दंपत्ति की और गर्भस्थ शिशु की किस्मत अच्छी थी की उन्होंने किसी के कहने पर अन्य जगह जांच कराई तो गर्भ मे पल रहा शिशु स्वास्थ्य और जिंदा होना बताया। डॉ मोना गुप्ता की यह गंभीर लापरवाही शिशु को मौत की ओर धकेल रही थी। इस मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ बीएल यादव का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी और प्रसूता को फॉलो अप में रखा जाएगा

 जानकारी के अनुसार करैरा तहसील के ग्राम सिरसौना में निवास करने वाली नवविवाहित रितु लोधी उम्र 20 साल पति अर्जुन लोधी को जिला अस्पताल में डॉ मोना गुप्ता को 5 दिसंबर को दिखाने पहुंचे थे। डॉ मोना गुप्ता ने विवाहिता रितु लोधी को सोनोग्राफी कराने की सलाह दी। जहाँ सोनोग्राफी रिपोर्ट के आधार पर ड्यूटी डॉक्टर मोना गुप्ता ने गर्भस्थ शिशु को मृत बताया और गर्भपात की सलाह दी। इस रिपोर्ट ने नवदंपति को गंभीर तनाव में डाल दिया। परिजनों की सलाह पर अगले दिन अर्जुन अपनी पत्नी को प्राइवेट दिव्यांशी डायग्नोस्टिक सेंटर ले गए। वहां की जांच में पता चला कि गर्भस्थ शिशु जिंदा है और दो माह से अधिक समय का गर्भधारण बताया गया। नवदंपति को राहत मिली और वे खुश हुए।

गलत रिपोर्ट को लेकर उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. बीएल यादव से लिखित शिकायत दर्ज कराई है। सिविल सर्जन ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। घटना ने सरकारी अस्पतालों में जांच की सावधानी और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


तकनीकी खराबी हो सकती है
मशीन की क्वालिटी भी उतनी अच्छी नहीं होती। तकनीकी खराबी हो सकती है। हम लोग रेडियोलॉजिस्ट तो हैं नहीं, गायनेकोलॉजिस्ट हैं। मरीजों की सुविधा के लिए सोनोग्राफी कर देते हैं। हम हमेशा मरीज को बोल देते हैं कि एक बार कहीं और दिखा लो। -
डॉ. मोना गुप्ता, गायनेकोलॉजिस्ट , जिला अस्पताल शिवपुरी

गहनता से गौर करेंगे
पूरे मामले की जांच कराएंगे। प्रसूता को फॉलो अप में रखा जाएगा। टीम गठित कर तकनीकी पहलुओं पर भी जांच कराएंगे। ऐसी चूक भविष्य में न हो, गहनता से गौर करेंगे। -
डॉ. बीएल यादव, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल शिवपुरी