शिवपुरी। शिवपुरी के फिजिकल थाना सीमा में रहने वाले एक रामनारायण कुशवाह का जहर गटक कर सुसाइड करने का प्रयास किया है। रामनारायण का अपराध यह है कि वह एक बेटी का पिता है,अपनी बेटी के भविष्य निर्माण करने उसे इंदौर भेजा था। बेटी को एक फोटो की दम पर ब्लैकमेल किया जा रहा था। पिता लगातार पुलिस से गुहार लगा रहा था। पुलिस इस मामले का गंभीरता से नही ले रही थी।
पुलिस की लापरवाही और ब्लैकमेलर के लगातार फोटो के साथ 15 लाख की डिमांड सहित धमकी भरा लेटर भेजने से एक पिता के हौसले टूट गए और सिस्टम के आगे घुटने टेकते हुए उसने जहर गटक लिया। मामला प्रकाश में आते ही सोती हुई पुलिस की निंदा होने लगी हरकत मे आई और इस ब्लैकमेल कांड में किसी नदीम खान की कार तक पहुंच गई।
राम नारायण कुशवाह के अनुसार कोई अज्ञात व्यक्ति उसे बेटी के फोटो भेजकर ब्लैकमेल करते हुए 15 लाख रुपये की मांग कर रहा है। पुलिस ने सारे सबूत भी जुटा लिए हैं, परंतु इसके बावजूद आज तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। रामनारायण ने मेडिकल कालेज में भर्ती के दौरान खुल कर आरोप लगाए कि पुलिस बेटियों की दलाली कर रही है।
पढे पूरी जानकारी,यहां से शुरू हुआ यह मामला
रामनारायण कुशवाह, इंदौर में अध्यनरत उसकी बेटी अंजली व रामनारायण कुशवाह के पारिवारिक लीगल एडवाइजर एडवोकेट अरुण शर्मा को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक पत्र पोस्ट किया गया, लिफाफे के अंदर एक फोटो था। फोटो में एक लड़का-लड़की रास्ते पर बात करते हुए दिखाई दे रहे थे, परंतु लड़की की पहचान स्पष्ट उजागर नहीं हो रही कि वह कौन है। उक्त लड़की को अंजली बताया गया। इस पर लिखा गया कि लड़के से बात कर रही लड़की अंजली है।
रामनारायण कुशवाह को भेजे गए फोटो पर लिखा था कि हमारे पास और भी फोटो हैं, हम तुम्हारे परिवार को बर्बाद कर देंगे। वहीं एडवोकेट अरुण शर्मा को भेजे गए फोटो पर लिखा था कि, वकील साहब अंजली के पापा से 15 लाख रुपये दिलवाइए नहीं तो हमारे पास और भी सबूत हैं। इसी तरह का फोटो अंजली को भी भेजा गया। इस मामले की शिकायत एडवोकेट अरुण शर्मा ने कोतवाली पुलिस को दर्ज कराई। वहीं रामनारायण कुशवाह ने फिजिकल थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद पड़ताल शुरू की गई तो पता चला कि यह पत्र शिवपुरी पोस्ट आफिस से ही भेजे गए थे।
पुलिस ने जब शिवपुरी पोस्ट आफिस से पत्र भेजने वाले की पहचान का प्रयास किया तो एक युवक का फोटो सामने आया, उस युवक को रामनारायण कुशवाह नहीं जानते। यह युवक जिस कार में बैठकर आया था, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर एमपी-07 सीके 2672 है। यह कार ग्वालियर के नदीम खान नामक एडवोकेट की बताई जा रही है। इतना सब होने के बावजूद भी पुलिस द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे क्षुब्ध होकर रामनारायण कुशवाह ने जहर खा लिया।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा संदिग्ध युवक
हमने इस मामले में अब अज्ञात आरोपित पर एफआइआर कर ली है। मामले की जांच की जा रही है। हम जल्द ही इस पूरे मामले की तह तक पहुंच जाएंगे, आखिर किसने यह धमकी दी है।
नम्रता भदौरिया, टीआई, फिजिकल।
बेटी को भी दी धमकी, इंदौर में भी दर्ज शिकायत
रामनारायण के अनुसार इंदौर में पढ़ रही उसकी बेटी अंजलि को भी एक बार अज्ञात युवक ने आकर धमकी दी थी कि तुम इंदौर छोड़कर चली जाओ, नहीं तो तुम्हें बर्बाद कर देंगे। रामनारायण के अनुसार इसकी शिकायत उन्होंने भंवरकुआं थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने पड़ताल की परंतु युवक की बाइक पर कोई नंबर नहीं था और वह नकाबपोश था, इस कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई थी।
पुलिस लगातार कई महीनों से फरियादी
को यह कहकर कार्रवाई करने से पीछे हट रही थी कि, इस मामले में कोई धारा ही नहीं बनती है। हमने जब पुलिस से यह बात लिखित में मांगी तो पुलिस ने लिख कर देने से इंकार कर दिया। पुलिस ने सबूत हाथ आने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। यह पुलिस की लापरवाही है
अरुण शर्मा, एडवोकेट।