शिवपुरी। शिवपुरी पोहरी अनुविभाग के पुलिस थाना छर्च की डायल 112 गाड़ी के चालक ने आरक्षक की एसपी से शिकायत की है। आरक्षक के मनमुताबिक गाड़ी नहीं चलाने पर चालक ने गाली-गलौज और नी-गलौज और परेशान करने का आरोप लगाया है। गाड़ी चालक गुरुवार को एसपी ऑफिस पहुंचा और छर्च थाने के आरक्षक के खिलाफ शिकायत करके 6 दिन की छुट्टी पर मुरैना चला गया है।
जानकारी के मुताबिक, छर्च थाने की डायल 112 गाड़ी के चालक भरत लाल शर्मा पुत्र विवेक शर्मा ने गुरुवार को एसपी से शिकायत की है। भरतलाल का कहना है कि वह थाना प्रभारी के आदेश अनुसार गाड़ी चलाता है। थाने का स्टाफ बहुत दिनों से परेशान कर रहा है। दो दिन पहले आरक्षक सुनील सिंह यादव ने गाली-गलौज की। बोले कि मेरे हिसाब से गाड़ी चलानी पड़ेगी। मैंने कहा कि पुलिस अधीक्षक के आदेश और डीएस सर के आदेश और नियम अनुसार गाड़ी चलाऊंगा। मैंने कहा कि आप पुलिस अधीक्षक से बात कर लो।
आरक्षक सुनील बोला कि मैं किसी से बात नहीं करता, तुझे मेरे हिसाब से गाड़ी चलानी पड़ेगी। इस कारण मैंने 6 दिन का अवकाश ले लिया। भरतलाल का कहना है कि सरकार के बनाए नियमों के हिसाब से गाड़ी चलाने में आरक्षक सुनील यादव परेशान कर रहा है। छर्च थाना प्रभारी विनय शर्मा का कहना है कि आरक्षक पर पॉइंट आया था। चालक से चलने की बात कही तो उसने खाना बनाने की बात कही। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। ऐसा कोई झगड़ा नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, छर्च थाने की डायल 112 गाड़ी के चालक भरत लाल शर्मा पुत्र विवेक शर्मा ने गुरुवार को एसपी से शिकायत की है। भरतलाल का कहना है कि वह थाना प्रभारी के आदेश अनुसार गाड़ी चलाता है। थाने का स्टाफ बहुत दिनों से परेशान कर रहा है। दो दिन पहले आरक्षक सुनील सिंह यादव ने गाली-गलौज की। बोले कि मेरे हिसाब से गाड़ी चलानी पड़ेगी। मैंने कहा कि पुलिस अधीक्षक के आदेश और डीएस सर के आदेश और नियम अनुसार गाड़ी चलाऊंगा। मैंने कहा कि आप पुलिस अधीक्षक से बात कर लो।
आरक्षक सुनील बोला कि मैं किसी से बात नहीं करता, तुझे मेरे हिसाब से गाड़ी चलानी पड़ेगी। इस कारण मैंने 6 दिन का अवकाश ले लिया। भरतलाल का कहना है कि सरकार के बनाए नियमों के हिसाब से गाड़ी चलाने में आरक्षक सुनील यादव परेशान कर रहा है। छर्च थाना प्रभारी विनय शर्मा का कहना है कि आरक्षक पर पॉइंट आया था। चालक से चलने की बात कही तो उसने खाना बनाने की बात कही। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। ऐसा कोई झगड़ा नहीं है।