काजल सिकरवार@ शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका के कई प्रोजेक्ट अधूरे पडे है,ठेकेदार काम लेने के बाद भी काम शुरू नहीं कर रहे है,कारण सिर्फ एक है कि नगर पालिका पर पैसा नहीं हैं,लेकिन आंकड़े देखे और नगर पालिका के उधारी के कागजो पर गौर करे तो नगर पालिका करोड पति है,लेकिन यह पैसा उधार के रूप में पडा है। इसमें से 9 करोड़ रुपए सरकारी विभागों पर बकाया है और 1 करोड़ शहर की जनता पर बकाया है। शिवपुरी नगर पालिका सीएमओ इंशाक धाकड़ ने 10 करोड के लगभग राजस्व टैक्स वसूली के नोटिस जारी किए है।
क्यों वसूली के लिए प्रभारी मंत्री को सामने आना होगा
नगर पालिका शिवपुरी से आंकड़ा मिल रहा है उसमे शहर में बने टूरिस्ट विलेज पर करीब 17.50 लाख रुपए, रेलवे विभाग पर 2 करोड़ 15 लाख रुपए, प्रसार भारती ( आकाशवाणी) पर 16 लाख रुपए, बीएसएनएल पर 17.50 लाख रुपए, मोहनी सागर महुअर कॉलोनी पर 66 लाख, पुलिस विभाग पर 2 रुपए, मेडिकल कॉलेज पर 11 लाख रुपए, सिद्धेश्वर ट्रस्ट पर 22 लाख रुपए, वन विभाग पर 2 करोड़ रुपए, बिजली कंपनी पर 90 लाख रुपए बकाया हैं। यह आकडा 9 करोड़ के आसपास होता है वही शहर के नामी गिरामी 30 निजी स्कूलों पर करीब 15 लाख रुपए,और 25 लाख रुपए शहर के मैरिज हॉल व पब्लिक के मकान मिलाकर लगभग 1 करोड़ रूपए सेवा प्रभार व संपत्ति कर बकाया है।
यह बोले सीएमओ इंशाक धाकड
इस मामले मे सीएमओ इशांक धाकड़ ने कहा कि विभिन्न ट्रस्टों से करीब 10 करोड़ सेवा प्रभार शुल्क लेना है। हमने सभी को नोटिस जारी कर दिए है। हमारा पूरा प्रयास है कि इस शुल्क की जितनी अधिक वसूली होगी, उस पैसे से हम शहर विकास के दूसरे काम करा पाएंगे।
पब्लिक से आसानी से वसूल लेगी पैसा,लेकिन
नगर पालिका को 10 करोड़ रुपए में से 1 करोड़ रुपए पब्लिक से लेना है,बाकी 9 करोड़ रुपए अन्य सरकारी विभागों से लेना है। यहां कई सालो से केवल नोटिस जारी हो रहे है,लेकिन पैसा नहीं आ रहा है। यहां प्रभारी मंत्री को अपनी बैठक में शिवपुरी के सभी विभाग प्रमुख अधिकारियों से सख्ती से शहर विकास के लिए तगादा कर सकते है अगर शिवपुरी के प्रभारी मंत्री अपनी बैठक में अधिकारियों से इस विषय पर बात करे तो शिवपुरी के रुके हुए कामों के लिए पैसा आ सकता है।
क्यों वसूली के लिए प्रभारी मंत्री को सामने आना होगा
नगर पालिका शिवपुरी से आंकड़ा मिल रहा है उसमे शहर में बने टूरिस्ट विलेज पर करीब 17.50 लाख रुपए, रेलवे विभाग पर 2 करोड़ 15 लाख रुपए, प्रसार भारती ( आकाशवाणी) पर 16 लाख रुपए, बीएसएनएल पर 17.50 लाख रुपए, मोहनी सागर महुअर कॉलोनी पर 66 लाख, पुलिस विभाग पर 2 रुपए, मेडिकल कॉलेज पर 11 लाख रुपए, सिद्धेश्वर ट्रस्ट पर 22 लाख रुपए, वन विभाग पर 2 करोड़ रुपए, बिजली कंपनी पर 90 लाख रुपए बकाया हैं। यह आकडा 9 करोड़ के आसपास होता है वही शहर के नामी गिरामी 30 निजी स्कूलों पर करीब 15 लाख रुपए,और 25 लाख रुपए शहर के मैरिज हॉल व पब्लिक के मकान मिलाकर लगभग 1 करोड़ रूपए सेवा प्रभार व संपत्ति कर बकाया है।
यह बोले सीएमओ इंशाक धाकड
इस मामले मे सीएमओ इशांक धाकड़ ने कहा कि विभिन्न ट्रस्टों से करीब 10 करोड़ सेवा प्रभार शुल्क लेना है। हमने सभी को नोटिस जारी कर दिए है। हमारा पूरा प्रयास है कि इस शुल्क की जितनी अधिक वसूली होगी, उस पैसे से हम शहर विकास के दूसरे काम करा पाएंगे।
पब्लिक से आसानी से वसूल लेगी पैसा,लेकिन
नगर पालिका को 10 करोड़ रुपए में से 1 करोड़ रुपए पब्लिक से लेना है,बाकी 9 करोड़ रुपए अन्य सरकारी विभागों से लेना है। यहां कई सालो से केवल नोटिस जारी हो रहे है,लेकिन पैसा नहीं आ रहा है। यहां प्रभारी मंत्री को अपनी बैठक में शिवपुरी के सभी विभाग प्रमुख अधिकारियों से सख्ती से शहर विकास के लिए तगादा कर सकते है अगर शिवपुरी के प्रभारी मंत्री अपनी बैठक में अधिकारियों से इस विषय पर बात करे तो शिवपुरी के रुके हुए कामों के लिए पैसा आ सकता है।