करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा नगर में एक अजीब वाक्या सामने आया है। इस वाक्ये को एक लाइन में कोशिश करे तो लिख सकते है कि जैसे ही युवक का हाथ रूपयो तक पहुंचा वैसे ही नागराज ने युवक को डस लिया। युवक का हाथ किसी खजाने तक नहीं पहुंचा वह तो स्वयं अपने छुपाए हुए पैसे निकाल रहा था। नागराज को लगा कि मुझे पकड़ रहा है। फिलहाल युवक शिवपुरी के जिला अस्पताल में अपना इलाज करा रहा है,और युवक को मारने का प्रयास करने वाले नागराज को युवक ने कैद कर लिया है।
जानकारी के अनुसार करैरा में सरकारी अस्पताल के पास निवास करने वाले अनिल बेडिया अपने घर में अपने पैसे अपने बिस्तर के तकिए में छुपा कर रखता था। शुक्रवार की दोपहर अनिल को पैसो की आवश्यकता था जैसे ही अनिल ने तकिए में रखे पैसे निकालने की कोशिश की तो ताकिए में छुपकर बैठे एक नाग ने अनिल की उंगली में डस लिया।
अचानक हुए हमले के बावजूद अनिल घबराया नहीं। उन्होंने साहस दिखाते हुए उसी क्षण तकिए के अंदर मौजूद सांप को दूसरे हाथ से दबोच लिया। इसके बाद अनिल ने पास रखे एक प्लास्टिक के डिब्बे में सांप को बंद कर दिया और तत्काल करैरा अस्पताल पहुंचकर इलाज शुरू कराया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल शिवपुरी रेफर कर दिया।
हैरानी की बात यह रही कि अनिल डिब्बे में बंद सांप को भी साथ लेकर जिला अस्पताल पहुंच गए और आईसीयू वार्ड में भर्ती होते समय भी वह डिब्बा अपने पास ही रख लिया। अस्पताल में पूरे दिन मरीज और स्टाफ डिब्बे के अंदर बंद सांप को देखकर दहशत में रहे। हालांकि अनिल का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार करैरा में सरकारी अस्पताल के पास निवास करने वाले अनिल बेडिया अपने घर में अपने पैसे अपने बिस्तर के तकिए में छुपा कर रखता था। शुक्रवार की दोपहर अनिल को पैसो की आवश्यकता था जैसे ही अनिल ने तकिए में रखे पैसे निकालने की कोशिश की तो ताकिए में छुपकर बैठे एक नाग ने अनिल की उंगली में डस लिया।
अचानक हुए हमले के बावजूद अनिल घबराया नहीं। उन्होंने साहस दिखाते हुए उसी क्षण तकिए के अंदर मौजूद सांप को दूसरे हाथ से दबोच लिया। इसके बाद अनिल ने पास रखे एक प्लास्टिक के डिब्बे में सांप को बंद कर दिया और तत्काल करैरा अस्पताल पहुंचकर इलाज शुरू कराया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल शिवपुरी रेफर कर दिया।
हैरानी की बात यह रही कि अनिल डिब्बे में बंद सांप को भी साथ लेकर जिला अस्पताल पहुंच गए और आईसीयू वार्ड में भर्ती होते समय भी वह डिब्बा अपने पास ही रख लिया। अस्पताल में पूरे दिन मरीज और स्टाफ डिब्बे के अंदर बंद सांप को देखकर दहशत में रहे। हालांकि अनिल का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।