KUNO NATIONAL PARK में आएंगे 20 विदेशी चीते,100 चीतों का अनुबंध है दक्षिण अफ्रीका से

Bhopal Samachar

भोपाल। शिवपुरी-श्योपुर की सीमा पर स्थित कूनो नेशनल पार्क में 20 नए विदेशी चीते नए साल में आने की उम्मीद है। सबसे पहले दिसंबर माह में बोत्सवाना से 8 चीते लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। चयनित चीते फिलहाल बोत्सवाना में क्वारंटाइन में रखे गए है।

चीता सेहत और पर्यावरण के अनुकूल होने की पुष्टि के बाद इन्हें भारत लाया जाएगा। इसी सप्ताह बोत्सवाना के अधिकारियों का दल कूनो नेशनल पार्क का दौरा भी करेगा। खास बात यह है कि बोत्सवाना से लाए जा रहे चीते कूनो नेशनल पार्क में ही रहेंगे। बाद में उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित करने पर फैसला होगा। इस संबंध में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को जानकारी साझा की। । इन चीजों को दिसंबर के अंतिम या जनवरी के पहले सप्ताह में लाया जा सकता है।

चीता प्रोजेक्ट,दक्षिण अफ्रीका से बातचीत शुरू
भारत को 12 चीते देने वाले दक्षिण अफ्रीका से भी 10 चीतों की एक नई खेप भारत आने की उम्मीद है। उनके साथ चीता प्रोजेक्ट पर रुकी बातचीत फिर शुरू हुई है। दक्षिण अफ्रीका का 5 सदस्यीय दल दो दिन कूनो नेशनल पार्क का दौरा करने के बाद गांधी सागर अभयारण्य के लिए गया है। इस दल ने कूनो में दो दिन रुक कर चीतों की तीन साल की यात्रा देखी और संतोष जताया। इस दल में एडवोकेट एंथनी मिचेल, कार्यालय प्रमुख एवं डिप्टी मिनिस्टर नरेंद्र सिंह के कैबिनेट लायन केम चेट्टी, जीवविज्ञानी सैम फेरेरा, वैज्ञानिक बैट कवर डेल और वरिष्ठ वैज्ञानिक जीनेट्टा सेलियर शामिल हैं।

दक्षिण अफ्रीका से 100 चीतों का करार, फिर पटरी पर लौटी बातचीत
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 100 चीतों को लाने का अनुबंध है। अब तक 12 चीते ही आए हैं। दूसरी खेप की देरी कुछ तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से हुई। इस बीच दक्षिण अफ्रीका की ओर से प्रोजेक्ट को लेकर समन्षय कर रहे डॉ. विन्सेंट की मौत हो गई। इससे बातचीत अटक गई। अब अक्टूबर में भारत के प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया, तब फिर से प्रोजेक्ट पटरी पर लौटा।

नामीबिया (2022) और दक्षिण अफ्रीका (2023) से चीते भारत लाए गए।
अभी भारत देश में 27 चीते, इनमें से 16 भारत में जन्मे ,वर्तमान में मप्र में 27 चीते हैं। इनमें से 16 देश में ही पैदा हुए हैं। 24 चीते कूनो राष्ट्रीय उद्यान में हैं, जबकि तीन चीते गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में दौड़ लगा रहे हैं।

दक्षिण अफ्रीका का दल संतुष्ट, बोत्सवाना का दल आना है
दक्षिण अफ्रीका का दल यहां दो दिन रुककर चीता प्रोजेक्ट पर संतोष जताकर लौटा है। उनके साथ हमारा पुराना करार है। बोत्सवाना का दल भी आगामी कुछ दिनों में आना है। उनके यहां से भी चीते लाने को लेकर बातचीत हो चुकी है।
उत्तम कुमार शर्मा, सीसीएफ, कूनो नेशनल पार्क, श्योपुर