शिवपुरी। बिहार चुनाव के कारण शिवपुरी के टमाटरो की रेट गिर गई है। यह इसलिए हुआ क्योंकि चुनाव के कारण नेपाल और बांग्लादेश का बॉर्डर बंद होने के कारण शिवपुरी का टमाटर विदेश की यात्रा नहीं कर पा रहा है। वैसे तो शिवपुरी का टमाटर विदेश सहित देश के कई महानगरों मे जाता है। पिछले वर्ष इस समय टमाटर की प्रति क्रेट 1 हजार रुपए के आसपास थी,लेकिन इस समय टमाटर की प्रति क्रेट 500 रूपए है। दिन तक यही दाम चलते रहे तो किसानों का कहना है कि अगर कुछ टमाटर की फसल की लागत तक निकलना मुश्किल हो जाएगी।
टमाटर की खेती हो रही है महंगी,पौध की रेट 1 रुपए से भी कम
टमाटर की खेती दिनों-दिन महंगी होती जा रही है। एक बीघा जमीन में टमाटर की खेती की लागत करीब एक लाख रुपए आती है। इसमें टमाटर की पौध एक रुपए 90 पैसे में खरीदी जाती है और फिर करीब 50-70 हजार रुपए की दवाइयां, फिर खाद व पानी मिलाकर करीब एक लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। ऐसे में अगर किसान को टमाटर के एक हजार रुपए प्रति क्रेट दाम नहीं मिले तो लाभ नहीं होता। अभी जो रेट 500 550 रुपए चल रही है, इससे बमुश्किल लागत ही निकल पाएगी और किसान की जो मेहनत है, उसका उसे फल नहीं मिल पाएगा।
टमाटर की खेती हो रही है महंगी,पौध की रेट 1 रुपए से भी कम
टमाटर की खेती दिनों-दिन महंगी होती जा रही है। एक बीघा जमीन में टमाटर की खेती की लागत करीब एक लाख रुपए आती है। इसमें टमाटर की पौध एक रुपए 90 पैसे में खरीदी जाती है और फिर करीब 50-70 हजार रुपए की दवाइयां, फिर खाद व पानी मिलाकर करीब एक लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। ऐसे में अगर किसान को टमाटर के एक हजार रुपए प्रति क्रेट दाम नहीं मिले तो लाभ नहीं होता। अभी जो रेट 500 550 रुपए चल रही है, इससे बमुश्किल लागत ही निकल पाएगी और किसान की जो मेहनत है, उसका उसे फल नहीं मिल पाएगा।
टेस्ट के राजा (King of Taste)
यह कहा जा सकता है टमाटर स्वाद को बढ़ाने वाले सभी गुण । आलू को सब्जियों का राजा माना जाता है,लेकिन टमाटर किसी भी व्यंजन में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता है।
बहुमुखी उपयोगिता: टमाटर सिर्फ़ एक सब्जी तक सीमित नहीं है। इसका उपयोग सब्जी, दाल, और न्यूट्रल आइटमों (जैसे सूप, सलाद, या शायद कुछ स्नैक्स) में भी किया जाता है, जिससे उसका स्वाद बढ़ जाता है। भारतीय और कई अन्य व्यंजनों में ग्रेवी टमाटर के बिना अधूरी है। टमाटर ग्रेवी को उसका आवश्यक खट्टापन, रंग और गाढ़ापन प्रदान करता है,इसलिए टमाटर ऐसी सब्जी है जो अपनी उपयोगिता आपकी रसोई घर मे साल बनाए रखता है,इसलिए साल भर टमाटर की मांग होती है।
यह कहा जा सकता है टमाटर स्वाद को बढ़ाने वाले सभी गुण । आलू को सब्जियों का राजा माना जाता है,लेकिन टमाटर किसी भी व्यंजन में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता है।
बहुमुखी उपयोगिता: टमाटर सिर्फ़ एक सब्जी तक सीमित नहीं है। इसका उपयोग सब्जी, दाल, और न्यूट्रल आइटमों (जैसे सूप, सलाद, या शायद कुछ स्नैक्स) में भी किया जाता है, जिससे उसका स्वाद बढ़ जाता है। भारतीय और कई अन्य व्यंजनों में ग्रेवी टमाटर के बिना अधूरी है। टमाटर ग्रेवी को उसका आवश्यक खट्टापन, रंग और गाढ़ापन प्रदान करता है,इसलिए टमाटर ऐसी सब्जी है जो अपनी उपयोगिता आपकी रसोई घर मे साल बनाए रखता है,इसलिए साल भर टमाटर की मांग होती है।
अक्टूबर से जनवरी तक चलता है कारोबार
किसानों के मुताबिक टमाटर की पैदावार अक्टूबर से लेकर जनवरी के आखिरी तक चलती है। इसमें दीवाली से लेकर दिसंबर माह तक किसानों को टमाटर के बेहतर दाम मिलते हैं। लेकिन पिछले साल की तुलना में इस बार टमाटर के दाम आधे है और किसान चिंतित हैं कि अगर 10 दिन में दाम नहीं बढ़े तो फसल की लागत निकालना तक मुश्किल हो जाएगी। 10 15 दिन में बॉर्डर खुलने के बाद बाहर के व्यापारी शिवपुरी आएंगे तो टमाटर के दामों में उछाल आ सकता है।
बारिश से हो गया किसानों को नुकसान
शिवपुरी तहसील के पिपरसमा, रायश्री, रायचंद खेड़ी, रातौर, बिलो खुर्द, सिंह निवास से लेकर दो दर्जन से अधिक गांव ऐसे है जहां पर टमाटर की बंपर पैदावार होती है। इसके अलावा कोलारस क्षेत्र के कुछ अभी 20 दिन पहले जो चार दिन तक गांव में टमाटर की खेती होती है। लगातार बारिश हुई थी, उससे टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ और टमाटर की पौध में लगा फूल झड़ गया। नहीं तो इस समय टमाटर बड़े पैमाने पर मंडियों में आ रहा होता। बारिश से टमाटर की फसल खराब होने से इस बार मंडी में टमाटर 15 दिन देरी से आया है।
बारिश से हो गया किसानों को नुकसान
शिवपुरी तहसील के पिपरसमा, रायश्री, रायचंद खेड़ी, रातौर, बिलो खुर्द, सिंह निवास से लेकर दो दर्जन से अधिक गांव ऐसे है जहां पर टमाटर की बंपर पैदावार होती है। इसके अलावा कोलारस क्षेत्र के कुछ अभी 20 दिन पहले जो चार दिन तक गांव में टमाटर की खेती होती है। लगातार बारिश हुई थी, उससे टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ और टमाटर की पौध में लगा फूल झड़ गया। नहीं तो इस समय टमाटर बड़े पैमाने पर मंडियों में आ रहा होता। बारिश से टमाटर की फसल खराब होने से इस बार मंडी में टमाटर 15 दिन देरी से आया है।
यह बोले व्यापारी
अभी टमाटर की डिमांड दूसरे में टमाटर के दाम अभी कम हैं। और अभी डिमांड बांग्लादेश से नहीं आई है। ऐसे सुनने में आया है कि कुछ दिन में बॉर्डर खुल जाएगा तो टमाटर के बेहतर दाम किसानों को मिलने लगेंगे और हम व्यापारियों को भी इसका लाभ मिल पाएगा।
भागीरथ कुशवाह, व्यापारी, सब्जी मंडी, शिवपुरी
भागीरथ कुशवाह, व्यापारी, सब्जी मंडी, शिवपुरी