शिवपुरी में भाई की हत्या में शामिल ASI तोमर को DCP ने की सेवा समाप्त ,पढ़िए,खबर

Bhopal Samachar

शिवुपरी। शिवपुरी जिले में अपने भाई की हत्या में शामिल मध्य प्रदेश पुलिस के एएसआई को डीसीपी मुख्यालय प्रकाश परिहार ने पुलिस सेवा से पृथक दिया है। भाई की हत्या में आरोपी एएसआई पर 10 हजार का इनाम घोषित है। शिवपुरी पुलिस के तमाम प्रयास के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जानकारी मिल रही है कि आरोपी एएसआई विदेश भाग गया है।

पहले पढे क्या था मामला
बीजे जुलाई माह में शिवपुरी जिले के सुभाषपुरा थाना सीमा में रात के समय फोरलेन सडक पर ग्वालियर में निवास करने वाले अजय सिंह तोमर की गोली मारकर हत्या कर दी।  अजय  सिंह की कार मे एक लडकी भी सवार थी,कार में सवार युवती ने सड़क किनारे कार रुकवाई थी उसी समय हमलावरों ने कार मे बैठे भानू तोमर पर लगातार फायर किए जिससे उसकी मौत हो गई।

यह निकली थी हत्या के पीछे की कहानी
एएसआई भानुप्रताप सिंह तोमर के भाई अजय सिंह तोमर ने अपने पिता पुलिस निरीक्षक हनुमान सिंह तोमर की गोली मार हत्या की थी। वारदात के समय भानू पर भी आरोपी अजय ने जानलेवा हमला किया था। इसके बाद अजय को जेल हो गई। इस बीच पिता की मौत पर भानुप्रताप सिंह की पुलिस विभाग में अनुकंपा नियुक्ति हुई।

भानू को ASI का पद मिला। जुलाई 2025 में पैरोल पर छूटे उसके अजय तोमर की शिवपुरी के सुभाषपुरा थाना सीमा में  हत्या हो गई। तब पुलिस जांच में सामने आया कि हत्याकांड की साजिश भानू ने रची थी। उसने एक बदमाश की मदद से भाई अजय की हत्या करवाई थी। जब भानू की असलियत सामने आई तो उस पर शिवपुरी जिले की सुभाषपुरा पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। यह भी चर्चा रही कि भानू फरारी काटने विदेश भाग गया। उस पर दस हजार का ईनाम घोषित हुआ।

इंदौर के एएसआई को पुलिस सेवा से किया पृथक
इंदौर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि डीसीपी मुख्यालय प्रकाश परिहार ने एएसआई भानु प्रताप सिंह तोमर को अनुशासनहीनता, षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति और कादाचरण के कारण पुलिस की सेवा से पृथक कर दिया हैं। जांच में पता चला कि डीसीपी मुख्यालय के कार्यालय में पदस्थ एएसआई भानु प्रताप सिंह का सुभाषपुरा थाना, शिवपुरी में हुए गोलीकांड में नाम सामने आया था। उस मामले में वह फरार था। वहां की पुलिस ने उस पर 10 हजार का इनाम घोषित किया था। हत्याकांड में आरोपी होने के बाद से वह गैरहाजिर होकर फरार चल रहा था। व

जांच अधिकारी ने जांच में पाया कि 21 जुलाई 2025 से पांच दिन के लिए भानू प्रताप ने छुट्टी ली थी। इस बीच उसके भाई की हत्या हो गई। फिर पता चला कि 24 जुलाई को भानु प्रताप ने इंदौर आकर कार्यालय में थंब इंप्रेशन कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। जबकि उसके भाई अजय का 23 जुलाई को हत्या हुई थी।

बाद में इंदौर पुलिस को पता चला कि शिवपुरी पुलिस ने एएसआई को हत्याकांड में आरोपी बनाया है।  तभी से एएसआई ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था। अधिकारी ने एएसआई की षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति माना। वह छुट्टी लेकर गया था और छुट्टी खत्म होने के पहले कार्यालय में षड्यंत्र पूर्वक अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का कार्य किया।