शिवपुरी। जिला कोर्ट की न्यायाधीश प्राची शर्मा उपाध्याय ने चेक बाउंस के एक मामले में आरोपी को दोषमुक्त कर दिया है। मामले में खास बात यह थी कि चेक किसी दूसरे के खाते का था और परिवाद लगाने वाले ने आरोप किसी दूसरे युवक पर लगाया था। आरोपी बने युवक ने न तो चेक पर हस्ताक्षर किए थे और न वह चेक उसके खाते का था। मामले में बरी होने वाले पक्ष की तरफ से पैरवी एडवोकेट बहादुर सिंह रावत ने की।
अभियोजन के मुताबिक परिवादी कमल पुत्र रामू कुशवाह निवासी नोहरी कला शिवपुरी ने कोर्ट में परिवाद लगाया था कि ग्राम सिंह निवास निवासी रूपा पुत्र बादाम सिंह रावत ने उससे 3 लाख 80 हजार रुपए उधार लिए थे और बदले में एक चेक दिया था। बाद में जब चेक बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया।
इस मामले में जब रूपा रावत के एडवोकेट बहादुर सिंह रावत द्वारा अभियुक्त की ओर से यह बचाव लिया गया कि उक्त चेक ना तो अभियुक्त के खाते का है और ना ही चेक पर अभियुक्त के हस्ताक्षर हैं। इस बात की सत्यता साबित करने के लिए अभियुक्त के अभिभाषक ने न्यायालय के समक्ष आवेदन पेश कर बैंक से चेक से संबंधित रिकार्ड तलब कराया तो पता चला चेक अभियुक्त रूपा रावत के खाते का नहीं है और ना ही चेक पर अंकित खाता क्रमांक अभियुक्त का है। यह चेक किसी धर्मेन्द्र नाम के व्यक्ति का है। कोर्ट ने पूरी हकीकत सामने आने के बाद चेक बाउंस के मामले में आरोपी बने रूपा रावत को दोष मुक्त कर दिया है।
अभियोजन के मुताबिक परिवादी कमल पुत्र रामू कुशवाह निवासी नोहरी कला शिवपुरी ने कोर्ट में परिवाद लगाया था कि ग्राम सिंह निवास निवासी रूपा पुत्र बादाम सिंह रावत ने उससे 3 लाख 80 हजार रुपए उधार लिए थे और बदले में एक चेक दिया था। बाद में जब चेक बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया।
इस मामले में जब रूपा रावत के एडवोकेट बहादुर सिंह रावत द्वारा अभियुक्त की ओर से यह बचाव लिया गया कि उक्त चेक ना तो अभियुक्त के खाते का है और ना ही चेक पर अभियुक्त के हस्ताक्षर हैं। इस बात की सत्यता साबित करने के लिए अभियुक्त के अभिभाषक ने न्यायालय के समक्ष आवेदन पेश कर बैंक से चेक से संबंधित रिकार्ड तलब कराया तो पता चला चेक अभियुक्त रूपा रावत के खाते का नहीं है और ना ही चेक पर अंकित खाता क्रमांक अभियुक्त का है। यह चेक किसी धर्मेन्द्र नाम के व्यक्ति का है। कोर्ट ने पूरी हकीकत सामने आने के बाद चेक बाउंस के मामले में आरोपी बने रूपा रावत को दोष मुक्त कर दिया है।