शिवपुरी। मानव जीवन के जन्म से लेकर मृत्यु तक के कार्य को देखने वाली शिवपुरी जिले के लगभग सभी निकाय अपने बनाए गए सैद्धांतिक नियमों को तोड़ रहे है। इसलिए जिला कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी ने शिवपुरी जिले की सभी निकायों को एक पत्र लिखकर सवाल किया है। मामला पब्लिक की मूलभूत सुविधाओं और नगर विकास का है।
नगर पालिका शिवपुरी मे विरोध कर रहे पार्षदों का तंबू उखाड़ दिया गया था,इसलिए नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा का विरोध कर रहे पार्षद ने बीते रोज एक पत्रकार वार्ता की थी इस पत्रकार वार्ता में सवाल आया था कि शिवपुरी नगर पालिका ने पिछले 9 माह से परिषद की सम्मेलन नही बुलाया है,भ्रष्टाचार की खुली किताब यह लिखी जा चुकी है,परिषद का सम्मेलन शिवपुरी नगर पालिका में पिछले 9 माह से नही बुलना क्या यह संस्था प्राईवेट लिमिटेड बन चुकी है। नगर पालिका के सैद्धांतिक नियमों को नहीं तोड़ा जा रहा है।
पार्षद विजय बिंदास के इस सवाल पर कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी ने शिवपुरी नगर पालिका सहित जिले के समस्त निकायों के सीएमओ के लिए एक सवाल करता हुआ पत्र लिखा है।
कलेक्टर ने सीएमओ से पूछा- क्यों नहीं कराए
कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने शिवपुरी सीएमओ इशांक धाकड़ सहित जिले की 11 नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के सीएमओ को नोटिस भेजा है। साथ ही पूछा है कि समय पर सम्मेलन क्यों नहीं कराए जा रहे हैं। अब माना जा रहा है कि जल्द ही जिले में परिषद के सम्मेलन शुरू होंगे।
बता दें। दें कि, शिवपुरी नगर पालिका में आखिरी सम्मेलन 11 मार्च 2025 को हुआ था। इसके बाद अध्यक्ष गायत्री शर्मा के विरोध में पार्षदों का एक गुट सक्रिय हो गया, जिसके बाद नगरपालिका में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई और पिछले आठ महीने से कोई बैठक ही नहीं हो पाई। इसी कारण कलेक्टर ने सख्त आदेश जारी कर कहा है कि तय समय में सम्मेलन पूरा किया जाए।
प्रस्ताव भेजना सीएमओ की जिम्मेदारी
नगर पालिका एक्ट के जानकारों का कहना है कि नियम साफ हैं। नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 54 के अनुसार हर 2 महीने में परिषद का सम्मेलन जरूरी है। अगर सम्मेलन नहीं हो रहे हैं, तो यह सीएमओ की लापरवाही है। सीएमओ को प्रस्ताव तैयार कर अध्यक्ष को भेजना होता है। यदि अध्यक्ष उस पर साइन न करें या रोक दें, तो सीएमओ को इसकी सूचना कलेक्टर और वरिष्ठ अधिकारी को देनी चाहिए।
अगर सूचना नहीं दी गई, तो समझा जाएगा कि सीएमओ ही दोषी है और अगर दोनों चुप हैं, तो यह मिलीभगत का मामला है। शर्मा का कहना है कि परिषद सम्मेलन हर 2 महीने में और पीआईसी बैठक हर महीने होनी चाहिए।
सभी सीएमओ को निर्देश जारी किए हैं
हमने जिले के सभी सीएमओ को निर्देश जारी किए हैं, जिसमें नियमानुसार सही समय से परिषद सम्मेलन कराने की बात कही है।
रविंद्र कुमार चौधरी,कलेक्टर शिवपुरी