शिवपुरी। शिवपुरी शहर में देहात थाना सीमा पुरानी शिवपुरी में स्थित रेड लाइट एरिया का काला सच अब हाईकोर्ट में दाखिल पीआईएल के बाद बाहर आने लगा है। बजरिया मोहल्ले में नाबालिग बच्चियों का यौन शोषण रोकने के लिए ग्वालियर हाई कोर्ट में पीड़िता ने शिवपुरी की एडवोकेट ऋतु शर्मा से PIL दाखिल कराई है। इस जनहित याचिका को माननीय उच्च न्यायालय ने स्वीकार करते हुए 14 नोटिस जारी किए है।
शिवपुरी बजरिया मोहल्ले में लगभग 20 साल का नरकीय जीवन यापन करने वाली पीड़िता ने शिवपुरी समाचार से बातचीत की। इस बातचीत में पीड़िता ने बताया कि जब उसकी उम्र 9 साल थी वह अपने परिवार के साथ मद्रास में रेलवे स्टेशन पर भीख मांगती थी,उस समय उसको वहां से उठाकर शिवपुरी इस रेड लाइट एरिया में लाया गया था। उसके मां बाप कौन है और उसकी पहचान क्या है अब उसको पता नही है।
पीडिता ने बताया कि जब वह बच्ची थी उस जल्द ही जवान करने के लिए ओमकार धनावत का परिवार दवाईया देता था। जब वह 11 साल की हुई तो उसे इस धंधे में धकेल दिया गया। विरोध करने पर प्रताड़ित किया जाता था। इस परिवार के अतिरिक्त उसका कोई नहीं था। इतनी इच्छाशक्ति भी नहीं थी की वह यहां से भाग सके।
उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार की गई, एक दिन में कई बार,तरह-तरह के व्यक्तियों से संबंध बनाने को मजबूर किया गया। अगर वह विरोध करती तो उसके साथ मारपीट की जाती थी,बच्ची से जवानी तक इतना सब कुछ झेलकर शिवपुरी के रेड लाइट एरिया से निकलकर, शिवपुरी के रेड लाइट एरिया में मौजूद नाबालिकों के साथ जबरिया करवाया जा रहा देह व्यापार के खिलाफ नाबालिगों के लिए लड़ने बाहर निकलकर आई एक महिला।
याचिका कर्ता ने बताया कि मद्रास से मुझे शिवपुरी के बजरिया मोहल्ले में लाया गया,मैं वहां जाकर देखा तो वहां पर बहुत सारी नाबालिग भी वहां पर मौजूद थी। वहीं मुझे बहुत फोर्स किया गया और मुझे तरह तरह की दवाइयां भी खिलाई गई, जब में 11 साल की हुई तो इन लोगों के द्वारा मेरे साथ एक 80 साल के आदमी से जबरन संबंध बनवाये गये। वो भी मात्र 15 हजार रुपये में, उस दिन के मुझसे देह व्यापार का धंधा शुरू करवा दिया गया।
मीणा धनावत पीढ़ियों से यह देह व्यापार करवा रही हैं, मीणा धनावत के बेटे,भाई,बहनें पूरा खानदान यह धंधा करवा रहे हैं, मीणा धनावत स्वयं पूरी फैमिली यह देह व्यापार करती थी,लेकिन उसके बाद इन्होंने महाराष्ट्र आदि राज्यों से राह चलती लड़कियों को उठवाया जाता था और शिवपुरी लेकर आते थे और उनसे जबरन देह व्यापार करवाते थे।
पीडिता ने कहा कि पूरे दिन में कई लोगों के साथ मेरे और अन्य लड़कियों के संबंध बनवाये जाते थे,वो भी मात्र 50—100 रूपये में, सभी लड़कियां और में इसका विरोध करते तो यह लोग हमारे साथ मारपीट करते थे। यह लोग 12-14 साल की बच्चियों से धंधा करवा रहे हैं, वहीं शिवपुरी, बैराड़,नागपुर, ग्वालियर, झांसी एवं राजस्थान आदि क्षत्रों में यह देह व्यापार करवाया जा रहा हैं यहां 100 लोगों से ज्यादा का पैकेज है।
मीणा धनावत के लोग नाबालिग बच्चियों को यहां लेकर आते हैं सबसे पहले वह बच्चियों को प्यार या फिर जबरन उठाकर लाते हैं और यहां लाकर उनको प्यार से ट्रीट करते हैं अगर बच्चियां नहीं मानती तो यह लोग उनके साथ मारपीट करते हैं, और उनको जल्दी जवान करने के लिए कई तरह की दवाइयां खिलाते है।
वहीं में 2004 में इस रेड लाइट एरिया से निकली थी, में इन सब से छुपकर एक दिन सुबह के समय वहां से निकली, और वहां से निकलकर मुझे एक लड़की मिली जिसके मुझे इवेंट का काम करवाना शुरू कराया,उसके बाद उसने मुझे बेंगलुरु तक पहुंचा। जिसके बाद में वहां रहने लगी,लेकिन मीणा धनावत के आदमियों ने मुझे वहां पर भी परेशान करना शुरू कर दिया,उन्होंने मुझे फोन लगाना शुरू कर दिया,मैंने सबको ब्लॉक करना शुरू कर दिया।
लेकिन मीणा धनावत फैमिली मेरे साथ प्यार से पेश आने लगी। फिर एक दिन मैंने सोचा कि अब तो यह लोग सुधर गये होंगे,लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ,मैंने बैंगलोर में काम कर करके 15 से 16 लाख रुपये कमा लिये थे जिसके बाद मैं इन लोगों की बातों में आकर शिवपुरी आ गई, इन लोगों ने मुझसे कहा था कि हम तुम्हें घर दिलाएंगे और गोल्ड भी दिलायेंगे।
उसके बाद मैं शिवपुरी आई तो इन लोगों ने शिवपुरी की जवाहर कॉलोनी में घर दिला दिया। उसी में से उन लोगों ने पैसे हड़प लिये,जिसके बाद मैं शिवपुरी देहात थाना पहुंची,लेकिन पुलिस ने मेरी कोई भी बात नहीं सुनी, जिसके बाद वहां से पुलिसकर्मी मुझे टीआई से नहीं मिलने दे रहे थे, लेकिन मैंने कोशिश की तो में टीआई साहब के पास पहुंची और उनको मैंने पूरी बात बताई। लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई,फिर किस तरह में एडवोकेट ऋतु शर्मा से मिली,जहां से हमें न्याय के लिए हाईकोर्ट की शरण में गए।
अभी भी 40 से 50 नाबालिगों से करवाया जा रहा हैं जबरन देह व्यापार
पीड़िता ने बताया कि मैंने वह मंजर देखा हैं कि बच्चियां चीखती-चिल्लाती रही,लेकिन इन लोगों ने फिर भी उनको इस देह व्यापार में धकेला, अभी भी 40 से 50 नाबालिग लड़कियां बजरिया मोहल्ले में मौजूद हैं और उनसे देह व्यापार करवाया जा रहा हैं।
यह बोली एडवोकेट ऋतु शर्मा
एडवोकेट ऋतु शर्मा ने कहा कि यह जैसे ही मेरे पास आई और इसने मुझे जब यह सब बताया कि मेरे साथ इस प्रकार जबरिया देह व्यापार कराया गया। जिसके बाद सबसे पहले मैंने देहात थाने और एसपी शिवपुरी, आईजी,डीआईजी महोदय ग्वालियर को इसकी शिकायत पहुंचाई,लेकिन इसके खिलाफ कहीं भी कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। साथ-साथ मैंने एनसीडब्ल्यू दिल्ली तक इसकी सारी शिकायतें पहुंचाई, लेकिन कहीं कोई कार्यवाही नहीं। उसके बाद फिर मैंने माननीय उच्च न्यायालय अपरोज किया और वहां इसके बाद मैंने PIL दर्ज कराई।
देहात थाना पुलिस को लेकर मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं, इस प्रकार बच्ची के साथ देह व्यापार करवाना गलत हैं और सालों साल से यह रैकेट उन बच्चियों को दूर-दूर से लेकर आते हैं और उन बच्चियों को अपनी बेटियां बनाते हैं और उनके आधार कार्ड बनवाते हैं, जिससे की समाज को गुमराह किया जा सके।
तथा उनको अपने घर में रखते हैं पूरा एक मोहल्ला इसका शिकार, इस पीड़िता के द्वारा मुझे बताया गया कि रेड लाईट एरिया में ऐसे कई गुप्त कमरे हैं जिनमें छोटी लड़की कोई भी रेट पड़ती है उससे पहले भी छुपा दिया जाता हैं। और उनको समय से पहले बड़ा करने के लिए तरह तरह की चीजों का उपयोग किया जाता हैं। मुझे किसी भी तरह इन बच्चियों को यहां से बाहर निकालना हैं।
माननीय उच्च न्यायालय की शरण में हैं यह मामला, जैसे ही वहां से आदेश होगा इन लोगों को कार्यवाही करनी ही होगी,क्योंकि माननीय न्यायालय ने यह स्पष्ट कर दिया हैं कि यह बहुत ही गंभीर मामला हैं इसमें सक्त निर्देश हैं कि इस पर कार्यवाही की जाये अभी 10 नवंबर डेट लगी हैं।
शिवपुरी बजरिया मोहल्ले में लगभग 20 साल का नरकीय जीवन यापन करने वाली पीड़िता ने शिवपुरी समाचार से बातचीत की। इस बातचीत में पीड़िता ने बताया कि जब उसकी उम्र 9 साल थी वह अपने परिवार के साथ मद्रास में रेलवे स्टेशन पर भीख मांगती थी,उस समय उसको वहां से उठाकर शिवपुरी इस रेड लाइट एरिया में लाया गया था। उसके मां बाप कौन है और उसकी पहचान क्या है अब उसको पता नही है।
पीडिता ने बताया कि जब वह बच्ची थी उस जल्द ही जवान करने के लिए ओमकार धनावत का परिवार दवाईया देता था। जब वह 11 साल की हुई तो उसे इस धंधे में धकेल दिया गया। विरोध करने पर प्रताड़ित किया जाता था। इस परिवार के अतिरिक्त उसका कोई नहीं था। इतनी इच्छाशक्ति भी नहीं थी की वह यहां से भाग सके।
उसके साथ हैवानियत की सारी हदें पार की गई, एक दिन में कई बार,तरह-तरह के व्यक्तियों से संबंध बनाने को मजबूर किया गया। अगर वह विरोध करती तो उसके साथ मारपीट की जाती थी,बच्ची से जवानी तक इतना सब कुछ झेलकर शिवपुरी के रेड लाइट एरिया से निकलकर, शिवपुरी के रेड लाइट एरिया में मौजूद नाबालिकों के साथ जबरिया करवाया जा रहा देह व्यापार के खिलाफ नाबालिगों के लिए लड़ने बाहर निकलकर आई एक महिला।
याचिका कर्ता ने बताया कि मद्रास से मुझे शिवपुरी के बजरिया मोहल्ले में लाया गया,मैं वहां जाकर देखा तो वहां पर बहुत सारी नाबालिग भी वहां पर मौजूद थी। वहीं मुझे बहुत फोर्स किया गया और मुझे तरह तरह की दवाइयां भी खिलाई गई, जब में 11 साल की हुई तो इन लोगों के द्वारा मेरे साथ एक 80 साल के आदमी से जबरन संबंध बनवाये गये। वो भी मात्र 15 हजार रुपये में, उस दिन के मुझसे देह व्यापार का धंधा शुरू करवा दिया गया।
मीणा धनावत पीढ़ियों से यह देह व्यापार करवा रही हैं, मीणा धनावत के बेटे,भाई,बहनें पूरा खानदान यह धंधा करवा रहे हैं, मीणा धनावत स्वयं पूरी फैमिली यह देह व्यापार करती थी,लेकिन उसके बाद इन्होंने महाराष्ट्र आदि राज्यों से राह चलती लड़कियों को उठवाया जाता था और शिवपुरी लेकर आते थे और उनसे जबरन देह व्यापार करवाते थे।
पीडिता ने कहा कि पूरे दिन में कई लोगों के साथ मेरे और अन्य लड़कियों के संबंध बनवाये जाते थे,वो भी मात्र 50—100 रूपये में, सभी लड़कियां और में इसका विरोध करते तो यह लोग हमारे साथ मारपीट करते थे। यह लोग 12-14 साल की बच्चियों से धंधा करवा रहे हैं, वहीं शिवपुरी, बैराड़,नागपुर, ग्वालियर, झांसी एवं राजस्थान आदि क्षत्रों में यह देह व्यापार करवाया जा रहा हैं यहां 100 लोगों से ज्यादा का पैकेज है।
मीणा धनावत के लोग नाबालिग बच्चियों को यहां लेकर आते हैं सबसे पहले वह बच्चियों को प्यार या फिर जबरन उठाकर लाते हैं और यहां लाकर उनको प्यार से ट्रीट करते हैं अगर बच्चियां नहीं मानती तो यह लोग उनके साथ मारपीट करते हैं, और उनको जल्दी जवान करने के लिए कई तरह की दवाइयां खिलाते है।
वहीं में 2004 में इस रेड लाइट एरिया से निकली थी, में इन सब से छुपकर एक दिन सुबह के समय वहां से निकली, और वहां से निकलकर मुझे एक लड़की मिली जिसके मुझे इवेंट का काम करवाना शुरू कराया,उसके बाद उसने मुझे बेंगलुरु तक पहुंचा। जिसके बाद में वहां रहने लगी,लेकिन मीणा धनावत के आदमियों ने मुझे वहां पर भी परेशान करना शुरू कर दिया,उन्होंने मुझे फोन लगाना शुरू कर दिया,मैंने सबको ब्लॉक करना शुरू कर दिया।
लेकिन मीणा धनावत फैमिली मेरे साथ प्यार से पेश आने लगी। फिर एक दिन मैंने सोचा कि अब तो यह लोग सुधर गये होंगे,लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ,मैंने बैंगलोर में काम कर करके 15 से 16 लाख रुपये कमा लिये थे जिसके बाद मैं इन लोगों की बातों में आकर शिवपुरी आ गई, इन लोगों ने मुझसे कहा था कि हम तुम्हें घर दिलाएंगे और गोल्ड भी दिलायेंगे।
उसके बाद मैं शिवपुरी आई तो इन लोगों ने शिवपुरी की जवाहर कॉलोनी में घर दिला दिया। उसी में से उन लोगों ने पैसे हड़प लिये,जिसके बाद मैं शिवपुरी देहात थाना पहुंची,लेकिन पुलिस ने मेरी कोई भी बात नहीं सुनी, जिसके बाद वहां से पुलिसकर्मी मुझे टीआई से नहीं मिलने दे रहे थे, लेकिन मैंने कोशिश की तो में टीआई साहब के पास पहुंची और उनको मैंने पूरी बात बताई। लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई,फिर किस तरह में एडवोकेट ऋतु शर्मा से मिली,जहां से हमें न्याय के लिए हाईकोर्ट की शरण में गए।
अभी भी 40 से 50 नाबालिगों से करवाया जा रहा हैं जबरन देह व्यापार
पीड़िता ने बताया कि मैंने वह मंजर देखा हैं कि बच्चियां चीखती-चिल्लाती रही,लेकिन इन लोगों ने फिर भी उनको इस देह व्यापार में धकेला, अभी भी 40 से 50 नाबालिग लड़कियां बजरिया मोहल्ले में मौजूद हैं और उनसे देह व्यापार करवाया जा रहा हैं।
यह बोली एडवोकेट ऋतु शर्मा
एडवोकेट ऋतु शर्मा ने कहा कि यह जैसे ही मेरे पास आई और इसने मुझे जब यह सब बताया कि मेरे साथ इस प्रकार जबरिया देह व्यापार कराया गया। जिसके बाद सबसे पहले मैंने देहात थाने और एसपी शिवपुरी, आईजी,डीआईजी महोदय ग्वालियर को इसकी शिकायत पहुंचाई,लेकिन इसके खिलाफ कहीं भी कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। साथ-साथ मैंने एनसीडब्ल्यू दिल्ली तक इसकी सारी शिकायतें पहुंचाई, लेकिन कहीं कोई कार्यवाही नहीं। उसके बाद फिर मैंने माननीय उच्च न्यायालय अपरोज किया और वहां इसके बाद मैंने PIL दर्ज कराई।
देहात थाना पुलिस को लेकर मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं, इस प्रकार बच्ची के साथ देह व्यापार करवाना गलत हैं और सालों साल से यह रैकेट उन बच्चियों को दूर-दूर से लेकर आते हैं और उन बच्चियों को अपनी बेटियां बनाते हैं और उनके आधार कार्ड बनवाते हैं, जिससे की समाज को गुमराह किया जा सके।
तथा उनको अपने घर में रखते हैं पूरा एक मोहल्ला इसका शिकार, इस पीड़िता के द्वारा मुझे बताया गया कि रेड लाईट एरिया में ऐसे कई गुप्त कमरे हैं जिनमें छोटी लड़की कोई भी रेट पड़ती है उससे पहले भी छुपा दिया जाता हैं। और उनको समय से पहले बड़ा करने के लिए तरह तरह की चीजों का उपयोग किया जाता हैं। मुझे किसी भी तरह इन बच्चियों को यहां से बाहर निकालना हैं।
माननीय उच्च न्यायालय की शरण में हैं यह मामला, जैसे ही वहां से आदेश होगा इन लोगों को कार्यवाही करनी ही होगी,क्योंकि माननीय न्यायालय ने यह स्पष्ट कर दिया हैं कि यह बहुत ही गंभीर मामला हैं इसमें सक्त निर्देश हैं कि इस पर कार्यवाही की जाये अभी 10 नवंबर डेट लगी हैं।