पोहरी। पोहरी नगर के बैराड रोड के टीवीएस शोरूम के पास मेन रोड के किनारे बीएसएनएल के ठेकेदार की लापरवाही के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जानकारी के अनुसार, ठेकेदार द्वारा केबल लाइन डालने के लिए सड़क किनारे कई स्थानों पर गड्ढे खोदे गए थे, लेकिन उन्हें भरवाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसी लापरवाही के कारण रविवार को एक गाय अचानक उस खुले गड्ढे में गिर गई।
घटना की सूचना मिलते ही पोहरी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद रस्सियों की मदद से व हिटैची मशीन को बुलाकर गड्ढे को चौड़ा कर गाय को बाहर निकाला गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई
नगर वासियों में आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि बीएसएनएल ठेकेदार की ओर से नगर के कई स्थानों पर गड्ढे खोदे गए हैं, जिनमें कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा चिन्ह नहीं लगाए गए। इससे आए दिन राहगीर और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
महेश शर्मा ग्राम निवासी ने बताया — "बीएसएनएल के ठेकेदार ने कई जगह गड्ढे खोदकर छोड़ दिए हैं। बारिश में ये और भी खतरनाक हो जाते हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी ठेकेदार ने ध्यान नहीं दिया।"
वहीं संतोष परिहार का कहना है — "नगर पंचायत को सूचित करने के बाद ही कुछ दिन पहले कुछ गड्ढे बंद करवाए गए थे, लेकिन बाकी जगहों पर स्थिति जस की तस है। यह लापरवाही किसी दिन बड़ा हादसा करा सकती है।"
राष्ट्रीय स्वयंसेवकों संघ के कार्यकर्ताओं ने दिखाया साहस
गाय को निकालने में पोहरी के राष्ट्रीय स्वयंसेवकों संघ के कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने रस्सियों और लकड़ियों व हिटैची मशीन की मदद से करीब आधे घंटे की मेहनत के बाद गाय को सकुशल बाहर निकाला।
पूर्व में नगर पंचायत ने रोका कार्य, मांगी परमीशन
पूर्व में भी घटना की जानकारी मिलने के बाद नगर पंचायत ने तत्काल संज्ञान लेते हुए ठेकेदार के कार्य पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने बताया कि जब तक बीएसएनएल ठेकेदार आवश्यक परमीशन और सुरक्षा मानकों की अनुमति प्रस्तुत नहीं करता, तब तक कार्य पूरी तरह से बंद रहेगा।
नगर पंचायत स्रोतों के अनुसार, ठेकेदार को पूर्व में भी बिना उचित अनुमति के खुदाई करने पर चेतावनी दी गई थी। अब प्रशासन द्वारा ठेकेदार की कार्यप्रणाली की जांच की जा रही है।
ग्रामीणों की मांग — ठेकेदार पर हो सख्त कार्रवाई
घटना के बाद क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण पशु और आम नागरिकों की जान खतरे में पड़ी हुई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और नगर क्षेत्र के सभी खुले गड्ढों को तत्काल भरवाने की मांग की है।
घटना की सूचना मिलते ही पोहरी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद रस्सियों की मदद से व हिटैची मशीन को बुलाकर गड्ढे को चौड़ा कर गाय को बाहर निकाला गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई
नगर वासियों में आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि बीएसएनएल ठेकेदार की ओर से नगर के कई स्थानों पर गड्ढे खोदे गए हैं, जिनमें कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा चिन्ह नहीं लगाए गए। इससे आए दिन राहगीर और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
महेश शर्मा ग्राम निवासी ने बताया — "बीएसएनएल के ठेकेदार ने कई जगह गड्ढे खोदकर छोड़ दिए हैं। बारिश में ये और भी खतरनाक हो जाते हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी ठेकेदार ने ध्यान नहीं दिया।"
वहीं संतोष परिहार का कहना है — "नगर पंचायत को सूचित करने के बाद ही कुछ दिन पहले कुछ गड्ढे बंद करवाए गए थे, लेकिन बाकी जगहों पर स्थिति जस की तस है। यह लापरवाही किसी दिन बड़ा हादसा करा सकती है।"
राष्ट्रीय स्वयंसेवकों संघ के कार्यकर्ताओं ने दिखाया साहस
गाय को निकालने में पोहरी के राष्ट्रीय स्वयंसेवकों संघ के कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने रस्सियों और लकड़ियों व हिटैची मशीन की मदद से करीब आधे घंटे की मेहनत के बाद गाय को सकुशल बाहर निकाला।
पूर्व में नगर पंचायत ने रोका कार्य, मांगी परमीशन
पूर्व में भी घटना की जानकारी मिलने के बाद नगर पंचायत ने तत्काल संज्ञान लेते हुए ठेकेदार के कार्य पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने बताया कि जब तक बीएसएनएल ठेकेदार आवश्यक परमीशन और सुरक्षा मानकों की अनुमति प्रस्तुत नहीं करता, तब तक कार्य पूरी तरह से बंद रहेगा।
नगर पंचायत स्रोतों के अनुसार, ठेकेदार को पूर्व में भी बिना उचित अनुमति के खुदाई करने पर चेतावनी दी गई थी। अब प्रशासन द्वारा ठेकेदार की कार्यप्रणाली की जांच की जा रही है।
ग्रामीणों की मांग — ठेकेदार पर हो सख्त कार्रवाई
घटना के बाद क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण पशु और आम नागरिकों की जान खतरे में पड़ी हुई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और नगर क्षेत्र के सभी खुले गड्ढों को तत्काल भरवाने की मांग की है।