पोहरी। शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग के गोवर्धन थाना सीमा में एक हत्या का मामला सामने आ रहा है। इस हत्याकांड में पुलिस पर लापरवाही के आरोप लग रहे है,इस घटनाक्रम की आशंका को लेकर पुलिस को आवेदन देने का प्रयास किया था लेकिन पुलिस ने कहा था कि मामले को शांत करा देगें। करवा चौथ की रात 9:30 फरियादी के घर आरोपी पहुंचे और धार-धार हथियारों से बार कर दिया, उस हमले में फरियादी पक्ष में एक युवक की जान चली गई।
विस्तार से समझे मामले को
फरियादी अमन जादौन पुत्र माधौसिंह जादौन निवासी गोवर्धन ने बताया कि बीते शुक्रवार की सुबह 10 बजे राहुल उर्फ बिट्टू तोमर निवासी गोवर्धन से स्कूटी से कीचड़ गिरने को लेकर कहा-सुनी हुई थी। इसके बाद रात करीब 9:30 बजे राहुल, रघुवीर, बलबीर, लोकेन्द्र, शिवम और कुलदीप तोमर एक राय होकर लाठी-डंडे लेकर अमन के घर आ धमके और जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया।
हमले में अमन सिंह जादौन, उसके पिता माधौसिंह जादौन, चाचा मनीष और बलवीर जादौन गंभीर रूप से घायल हुए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बलवीर जादौन ने ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने आनन-फानन में आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।
परिजनों ने लगाया चक्का जाम
घटना के बाद शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कराकर परिजन शव को लेकर गोवर्धन थाना पहुंचे, जहां उन्होंने महिलाओं सहित थाने के सामने शव रखकर पोहरी–मोहना रोड पर चक्का जाम कर दिया। परिजनों का कहना है कि थाना प्रभारी की लापरवाही के चलते डॉक्टर बलवीर जादौन की जान गई है, इसलिए थाना प्रभारी पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। परिजनों ने साथ ही मांग की है कि आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई की जाए, उनकी सुरक्षा हेतु दो बंदूकों के लाइसेंस बनाए जाएं, मृतक बलवीर जादौन की बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता दी जाए और गोवर्धन थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित किया जाए। परिजनों का कहना है कि एसपी के मौके पर पहुंचने और आश्वासन मिलने के बाद ही चक्का जाम हटाया जाएगा। फिलहाल सड़क पर जाम जारी है और क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
उसी दिन सुबह पुलिस के पास पहुंचे थे डॉ.बलबीर सिंह
परिजनों का कहना है कि 10 अक्टूबर 2025 की सुबह 10 बजे मृतक बलवीर सिंह जौदन ने थाना गोवर्धन जाकर, माधो सिंह जादौन पुत्र सुमेर सिंह जादौन ग्राम गोवर्धन के खिलाफ थाना प्रभारी गोवर्धन को आवेदन देना चाहा,लेकिन उन्होंने कहा कि हम जल्द ही मामले को शांत करवा देंगे तुम अभी घर जाओ,और बिना आवेदन के घर वापस आना पड़ा, आवेदन इस प्रकार था।
मेरे घर घुसकर महिलाओं के साथ छेड़छाड़,गाली-गलौज की, यह लोग आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं,इन्होंने सुबह अमन सिंह जौदान पुत्र माधव सिंह जादौन को ओझा मोहल्ले में घेर कर मारने का प्रयास किया, किसी तरह वह भागकर घर आ गया। यह लोग घर में घुसे चले गये वहां केवल महिलाएं एवं लड़कियां थी,इन्होंने उनके साथ अभद्रता एवं छेडखानी व गाली गलौज किया,उनके नाम बलवीर सिंह तोमर पुत्र भीकम सिंह तोमर, लोकेन्द्र सिंह तोमर पुत्र भीकम सिंह तोमर,कुलदीप सिंह तोमर पुत्र शिशपाल सिंह तोमर, राहुल सिंह तोमर पुत्र रघुवीर सिंह तोमर, शिवम तोमर पुत्र देवेंद्र सिंह तोमर, अंशु तोमर पुत्र शिशपाल सिंह तोमर, इनके खिलाफ खड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये,जिससे भविष्य में कोई घटना घटित ना हो।
पीड़ित परिवार ने बताया कि यदि पुलिस ने उस समय कार्रवाई की होती तो यह दुखद घटना टल सकती थी। परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी की लापरवाही से एक निर्दोष की जान गई और अब प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है।
वरिष्ठ अधिकारी से जांच की मांग
नत्थूसिंह सिकरवार व मृतक बलवीर सिंह जादौन बच्चों के विवाद के चलते गोवर्धन थाने पर शिकायत करने पहुंचे तो थाना प्रभारी रविंद्र कुशवाह ने आवेदन न लेते हुए परिजनो को थाने से भगा दिया। उनका कहना है कि घटना में थाना प्रभारी की लापरवाही है अगर पुलिस सक्रियता दिखाती तो यह घटना रुक सकती थी। परिजनो की मांग है कि घटना की जांच गोवर्धन थाना प्रभारी रविंद्र कुशवाह के स्थान पर किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराई जाए।
एसडीओपी और थाना प्रभारी ने झाड़ा पल्ला
जब मीडिया ने घटना पर पुलिस का पक्ष जानना चाहा तो थाना प्रभारी रविंद्र कुशवाह ने एसडीओपी को जिम्मेदार बताते हुए खुद को अलग कर लिया। वहीं एसडीओपी आनंद राय ने भी किसी भी प्रकार की जानकारी देने से स्पष्ट इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों की यह चुप्पी और जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना सवाल खड़े करता है कि आखिरकार प्रशासन किसे बचाने की कोशिश में है।
धार्मिक व्यक्ति थे बलवीर जादौन
मृतक बलवीर जादौन का व्यक्तित्व क्षेत्र में सम्मिलित था। वे धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे, जिन्होंने गोवर्धन में एक भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था। पेशे से वैद्य थे और उनकी ख्याति शिवपुरी जिले सहित प्रदेशभर में थी। वे जानकी सेना संगठन में पदाधिकारी के रूप में भी सक्रिय थे। उनकी असामयिक मौत से क्षेत्र में शोक और आक्रोश दोनों है।
क्षेत्र में आक्रोश, न्याय की मांग
गोवर्धन में बलवीर जादौन की मौत के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभाती तो एक निर्दोष की जान नहीं जाती। क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ रोष और कार्रवाई की मांग बढ़ती जा रही है।
करवाचौथ के दिन एक पत्नी का छीन लिया सुहाग
वहीं मृतक डॉ.बलबीर सिंह जादौन एक बहुत अच्छे व्यक्ति थे, वह एक वेद थे और निशुल्क लोगों का उपचार करते थे,उन्होंने मंदिरों का भी निर्माण कार्य कराया हैं इसके अलावा भी वह जानकी सेना संगठन गोवर्धन के अध्यक्ष थे। उनके जाने के बाद पूरे क्षेत्र में दुखद महौल हैं। वहीं कल करवा चौथ थी पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही ने करवा चौथ के दिन ही एक पत्नी से उसका सुहाग छीन लिया।
विस्तार से समझे मामले को
फरियादी अमन जादौन पुत्र माधौसिंह जादौन निवासी गोवर्धन ने बताया कि बीते शुक्रवार की सुबह 10 बजे राहुल उर्फ बिट्टू तोमर निवासी गोवर्धन से स्कूटी से कीचड़ गिरने को लेकर कहा-सुनी हुई थी। इसके बाद रात करीब 9:30 बजे राहुल, रघुवीर, बलबीर, लोकेन्द्र, शिवम और कुलदीप तोमर एक राय होकर लाठी-डंडे लेकर अमन के घर आ धमके और जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया।
हमले में अमन सिंह जादौन, उसके पिता माधौसिंह जादौन, चाचा मनीष और बलवीर जादौन गंभीर रूप से घायल हुए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बलवीर जादौन ने ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने आनन-फानन में आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।
परिजनों ने लगाया चक्का जाम
घटना के बाद शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कराकर परिजन शव को लेकर गोवर्धन थाना पहुंचे, जहां उन्होंने महिलाओं सहित थाने के सामने शव रखकर पोहरी–मोहना रोड पर चक्का जाम कर दिया। परिजनों का कहना है कि थाना प्रभारी की लापरवाही के चलते डॉक्टर बलवीर जादौन की जान गई है, इसलिए थाना प्रभारी पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। परिजनों ने साथ ही मांग की है कि आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई की जाए, उनकी सुरक्षा हेतु दो बंदूकों के लाइसेंस बनाए जाएं, मृतक बलवीर जादौन की बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता दी जाए और गोवर्धन थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित किया जाए। परिजनों का कहना है कि एसपी के मौके पर पहुंचने और आश्वासन मिलने के बाद ही चक्का जाम हटाया जाएगा। फिलहाल सड़क पर जाम जारी है और क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
उसी दिन सुबह पुलिस के पास पहुंचे थे डॉ.बलबीर सिंह
परिजनों का कहना है कि 10 अक्टूबर 2025 की सुबह 10 बजे मृतक बलवीर सिंह जौदन ने थाना गोवर्धन जाकर, माधो सिंह जादौन पुत्र सुमेर सिंह जादौन ग्राम गोवर्धन के खिलाफ थाना प्रभारी गोवर्धन को आवेदन देना चाहा,लेकिन उन्होंने कहा कि हम जल्द ही मामले को शांत करवा देंगे तुम अभी घर जाओ,और बिना आवेदन के घर वापस आना पड़ा, आवेदन इस प्रकार था।
मेरे घर घुसकर महिलाओं के साथ छेड़छाड़,गाली-गलौज की, यह लोग आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं,इन्होंने सुबह अमन सिंह जौदान पुत्र माधव सिंह जादौन को ओझा मोहल्ले में घेर कर मारने का प्रयास किया, किसी तरह वह भागकर घर आ गया। यह लोग घर में घुसे चले गये वहां केवल महिलाएं एवं लड़कियां थी,इन्होंने उनके साथ अभद्रता एवं छेडखानी व गाली गलौज किया,उनके नाम बलवीर सिंह तोमर पुत्र भीकम सिंह तोमर, लोकेन्द्र सिंह तोमर पुत्र भीकम सिंह तोमर,कुलदीप सिंह तोमर पुत्र शिशपाल सिंह तोमर, राहुल सिंह तोमर पुत्र रघुवीर सिंह तोमर, शिवम तोमर पुत्र देवेंद्र सिंह तोमर, अंशु तोमर पुत्र शिशपाल सिंह तोमर, इनके खिलाफ खड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये,जिससे भविष्य में कोई घटना घटित ना हो।
पीड़ित परिवार ने बताया कि यदि पुलिस ने उस समय कार्रवाई की होती तो यह दुखद घटना टल सकती थी। परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी की लापरवाही से एक निर्दोष की जान गई और अब प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है।
वरिष्ठ अधिकारी से जांच की मांग
नत्थूसिंह सिकरवार व मृतक बलवीर सिंह जादौन बच्चों के विवाद के चलते गोवर्धन थाने पर शिकायत करने पहुंचे तो थाना प्रभारी रविंद्र कुशवाह ने आवेदन न लेते हुए परिजनो को थाने से भगा दिया। उनका कहना है कि घटना में थाना प्रभारी की लापरवाही है अगर पुलिस सक्रियता दिखाती तो यह घटना रुक सकती थी। परिजनो की मांग है कि घटना की जांच गोवर्धन थाना प्रभारी रविंद्र कुशवाह के स्थान पर किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराई जाए।
एसडीओपी और थाना प्रभारी ने झाड़ा पल्ला
जब मीडिया ने घटना पर पुलिस का पक्ष जानना चाहा तो थाना प्रभारी रविंद्र कुशवाह ने एसडीओपी को जिम्मेदार बताते हुए खुद को अलग कर लिया। वहीं एसडीओपी आनंद राय ने भी किसी भी प्रकार की जानकारी देने से स्पष्ट इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों की यह चुप्पी और जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना सवाल खड़े करता है कि आखिरकार प्रशासन किसे बचाने की कोशिश में है।
धार्मिक व्यक्ति थे बलवीर जादौन
मृतक बलवीर जादौन का व्यक्तित्व क्षेत्र में सम्मिलित था। वे धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे, जिन्होंने गोवर्धन में एक भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था। पेशे से वैद्य थे और उनकी ख्याति शिवपुरी जिले सहित प्रदेशभर में थी। वे जानकी सेना संगठन में पदाधिकारी के रूप में भी सक्रिय थे। उनकी असामयिक मौत से क्षेत्र में शोक और आक्रोश दोनों है।
क्षेत्र में आक्रोश, न्याय की मांग
गोवर्धन में बलवीर जादौन की मौत के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभाती तो एक निर्दोष की जान नहीं जाती। क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ रोष और कार्रवाई की मांग बढ़ती जा रही है।
करवाचौथ के दिन एक पत्नी का छीन लिया सुहाग
वहीं मृतक डॉ.बलबीर सिंह जादौन एक बहुत अच्छे व्यक्ति थे, वह एक वेद थे और निशुल्क लोगों का उपचार करते थे,उन्होंने मंदिरों का भी निर्माण कार्य कराया हैं इसके अलावा भी वह जानकी सेना संगठन गोवर्धन के अध्यक्ष थे। उनके जाने के बाद पूरे क्षेत्र में दुखद महौल हैं। वहीं कल करवा चौथ थी पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही ने करवा चौथ के दिन ही एक पत्नी से उसका सुहाग छीन लिया।