SHIVPURI NEWS: नियुक्ति घोटाले पर सवाल करने पर भड़के अधिकारी यादव, पत्रकार को पीटने का प्रयास

Bhopal Samachar

पोहरी। शिवपुरी जिले में आंगनबाड़ी भर्ती में जमकर फर्जीवाड़ा हुआ है। खासकर पोहरी विधानसभा में पैसे के लेनदेन के तक वीडियो वायरल भी हुए थे। अब मामला महिला बाल विकास विभाग से मिल रहा है,पोहरी में फर्जी अंकसूची के सहारे रिश्वत की दम पर  हुई नियुक्तियो के विषय में सवाल करने पर पत्रकार के साथ अभद्रता की गई और मारपीट करने का प्रयास किया गया और इतना ही अधिकारियों का बचने का महा अस्त्र शासकीय कार्य में बाधा डालने का पोहरी पुलिस का आवेदन दिया गया है।

पहले समझे मामले को
30 सितंबर को कलेक्टर शिवपुरी की जनसुनवाई में एक शिकायत की गई थी कि पोहरी महिला बाल विकास विभाग द्वारा लगातार फर्जीवाड़ा हो रहा है महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी अमित यादव एवं बाबू वहीद खान के द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की नियुक्ति पत्र बारी-बारी से जारी कर दिया गया है जो लगभग 46 है।

श्रीमान जी इनमें से कई ऐसे अभ्यार्थी भी है जिनकी आपत्ति लगी है एवं जहां आपत्ति नहीं लगी उनको भी नियुक्ति पत्र पोस्ट आफिस पोहरी के माध्यम से 14 सितम्बर को जारी कर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से आंगनवाड़ी एवं सहायिकाओं के पते पर सूचना पत्र के माध्यम से भेज दिय गए है जहाँ तक कि शासन के नियम अनुसार चयनित अभ्यर्थियों की सूची प्रकाशन नहीं कराई गई है।

और न ही किसी कार्यालय पर चस्पा की गई है अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की भर्ती में बड़ा घोटाला हो रहा है साथ ही अभ्यर्थियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बावजूद भी आपत्तिकर्ता को किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी जा रही है। आपत्ति कर्ताओं को दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड रहा है। अतः श्रीमान जिलाधीश महोदय जी से निवेदन है कि इस भर्ती घोटाले की जांच कर दोषियों पर उचित कार्यवाही करने की कृपा करे।

शिकायत कर्ता का यह भी कहना था 
कि कुछ अभ्यर्थियों कक्षा 8वीं, 9वीं, 10वीं और 11वीं का पढ़ाई किए बिना सीधे 12वीं की फर्ज अंकसूची बनवाकर नियुक्ति प्राप्त कर ली है, जो पूर्णतः वैध है। शिकायत पर हुई कार्रवाई की स्थिति जानने के लिए पत्रकार धर्मेन्द्र शर्मा जब पोहरी परियोजना अधिकारी अमित यादव के कार्यालय पहुंचे, तो अधिकारी गुस्से में आ गए और दोनों के बीच कहासुनी हुई और सीडीपीओ अमित यादव ने अपनी कुर्सी से उठकर पत्रकार शर्मा से अभद्रता करते हुए मारपीट करने का प्रयास किया। हालांकि वहां मौजूद लोगों ने स्थिति को संभाल लिया। इस मामले में दोनों ने शिकायत दर्ज करवाई है।

पोहरी सीडीपीओ पर वर्तमान समय मे 3 जगह का प्रभार है। सीडीपीओ अमित यादव शिवपुरी ग्रामीण परियोजना में पदस्थ है और कोलारस और पोहरी का अतिरिक्त चार्ज है। कुल मिलाकर यह मामला पोहरी में हुई अवैध नियुक्ति के मामले को उजागर करता है। अगर अधिकारी ने फर्जी वाडा नही किया जाता तो पत्रकार के सवाल पूछने पर भड़कते नहीं अभद्रता नहीं करते और उसकी मारपीट करने का प्रयास नहीं करते यह सब साहब के ऑफिस मे हुआ था। इस घटनाक्रम की वीडियो भी वायरल हो रहा है। अमित यादव अभद्रता करते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे है पत्रकार का कैमरा बंद कराते हुए भी घटनाक्रम दिखाई दे रहा है।

इस मामले में अब कई सवाल खडे हो रहे है
क्या आम आदमी को भ्रष्टाचार की शिकायत करना महंगा पड रहा है। यह शिकायत शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र चौधरी को जनसुनवाई में की गई थी। इस शिकायत के बाद जांच शुरू की गई, क्या कलेक्टर चौधरी से इतने नाराज थे अमित यादव की पूरी की पूरी गुस्सा सवाल करने वाले पत्रकार पर निकाल दी। अब नाराज होने की कलेक्टर को बारी है तत्काल प्रभाव से सबसे पहले पोहरी का प्रभार अमित यादव से हटा लेना चाहिए थी।

पोहरी के सीडीपीओ अमित यादव की आईडी लॉगिंग से पोहरी में जितनी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति पत्र जारी हुए है उनकी जांच होनी चाहिए,दाबे अपत्ति वाले स्थानो की गहनता से पुन:जांच अब कलेक्टर को करानी चाहिए,जब की कलेक्टर शिवपुरी की जनसुनवाई का सम्मान बचेगा।