काजल सिकरवार@ शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में अगला अध्यक्ष कौन होगा इसके लिए कयास लगने शुरू हो चुके है। अध्यक्ष के कयास मे एक खबर चौंकाने वाली मिल रही है कि राज्य शासन शिवपुरी नगर पालिका की अध्यक्ष को शिवपुरी की किसी भी महिला नेत्री को नॉमिनेट कर सकती है,ऐसा इसलिए हो सकता है कि गायत्री शर्मा के अध्यक्ष पद से हटने के बाद कई दावेदार मैदान मे है। इसलिए राज्य शासन इस विवाद से बचने के लिए सीधे अध्यक्ष नॉमिनेट कर सकती है।
बुधवार को कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी नगर पालिका के पार्षदों पर फैसला कर सकते है। इस्तीफा मंजूर होने की उम्मीद नहीं है,इस स्थिति में पार्षदों को कहना है कि हमारी लड़ाई गायत्री शर्मा से है अगर राज्य शासन गायत्री शर्मा को नहीं हटाता है तो हम पुन:इस्तीफा देगें इस बार 22 से अधिक इस्तीफा होगे,इस स्थिति में परिषद ही भंग हो जाऐगी।
राज्य शासन किसी भी चुने हुए प्रतिनिधि को पद से बर्खास्त नही सकती है,क्यो कि वह उसकी नियुक्ति के प्रक्रिया मे नही थी,सीधे शब्दों मे लिखे तो चुनाव की प्रक्रिया निर्वाचन के अधीन होती है। इसलिए राज्य शासन अब किसी भी इलेक्टेट पद से बर्खास्त नही कर सकती हैं है। यह प्रस्ताव पास भी होने के लिए कैबिनेट की बैठक में कभी भी रखा जा सकता है और पास भी हो सकता है।
शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा अब टर्मिनेट नहीं हो सकती है भ्रष्टाचार के मामले में फस अवश्य चुकी है,लेकिन सीधे मामला दर्ज नहीं हो सकता,आरोप पत्र दिया जाएगा,उसके बाद मामला दर्ज फिर नियमानुसार हटाने की प्रक्रिया शुरू होगी,अगर इतने में गायत्री शर्मा ने कोर्ट की शरण ली तो मामला लटक जाऐगा।
रूठे पार्षदों का अपनी सरकार और संगठन से विश्वास उठ जाऐगा। इसलिए माना जा सकता है कि इस परिषद को ही भंग किया जा सकता है,हो सकता है कि कल कलेक्टर शिवपुरी पार्षदों की इस्तीफे मंजूर कर ले। अगर यह इस्तीफे मंजूर होते है तो मानिए वर्तमान परिषद को भंग करने की तैयारी चल रही है।
इस स्थिति में राज्य शासन किसी महिला नेत्री को सीधे तौर पर अध्यक्ष नॉमिनेट कर सकती है। अगर ऐसा होता है शिवपुरी में भाजपा और संघ से जुड़ी कई महिलाए नेत्री इस पात्रता की श्रेणी में आती है।
सबसे पहला नाम सिंधिया समर्थक नेत्री शशि शर्मा का है
सबसे पहला नाम सिंधिया समर्थक नेत्री शशि शर्मा का है। श्रीमती शशि शर्मा पिछले 20 साल से समाज सेवा मे है और कई वर्षों से शिवपुरी महिला इकाई की ब्राह्मण समाज की अध्यक्ष है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपना आदर्श मानकर राजनीति करने वाली श्रीमती शशि शर्मा को सिंधिया की कृपा से महिला कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया था। वर्तमान मे वह भाजपा मे है। यह सभी जानते है कि हालात ऐसे बनते है और राज्य शासन को शिवपुरी का नगर पालिका अध्यक्ष नॉमिनेट करना पडा तो सिंधिया की एनओसी आवश्यक है। ऐसे में शशि शर्मा इस पद के लिए उत्तम चेहरा है और सिंधिया शशि शर्मा के नाम पर NOC दे सकते हैं।
डॉ सुषमा पांडे पूर्व में सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष की कुर्सी संभाल चुकी है
वही दूसरा नाम डॉ सुषमा पांडे का इस श्रेणी में आता है। डॉ सुषमा पांडे पूर्व में सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष की कुर्सी संभाल चुकी है और वर्तमान में वह मातृशक्ति की विभागीय संयोजिका के पद पर है। आरएसएस की एक महिला इकाई की मातृशक्ति विंग का नेतृत्व कर सुषमा पांडे में नेतृत्व क्षमता है। डिसीजन लेने की पावर है। डॉ सुषमा पांडेय शिवपुरी की राजनीति में महिलाओं की खाली पडे स्थान को भर सकती है। इस नॉमिनेट प्रक्रिया में अगर संघ किसी का नाम आगे करेगा तो उसके पास एक मात्र नाम डॉ सुषमा पांडे का ही होगा।
मूल भाजपा में मंजुला जैन का नाम आता है।
तीसरी महिला की बात करे तो मूल भाजपा में मंजुला जैन का नाम आता है। मंजुला जैन जबसे भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी है जब भाजपा का मूल काम केवल आंदोलन करना होता था। वैश्य समाज से आने वाली मंजुला जैन अपना आर्ट वर्क का काम कर रही है वर्तमान समय मे कई महिलाओं को वह रोजगार प्रदान कर रही है। मंजुला जैन का कहना है कि उन्होंने शिवपुरी की 300 साल की पुरानी कला को जीवंत किया और सैकड़ों महिलाओं को उन्होंने इस कला में पारंगत किया है। अब वह अपना घर इसी कला के बने प्रोडक्ट सेल कर चला रही है। सीधा सा अर्थ है कि वह बिना किसी पद पर बैठकर मेक इन डंडिया का काम कर रही है,भाजपा ने उनका हक सदा ही मारा है,लेकिन अब योग्य अध्यक्ष की तलाश है इसलिए इस नाम पर भी प्रदेश संगठन मुहर लगा सकता है।
डॉ रश्मि गुप्ता अध्यक्ष जनभागीदारी समिति
इसी क्रम में डॉ रश्मि गुप्ता अध्यक्ष जनभागीदारी समिति लाल कॉलेज, के नाम पर भी मंथन किया जा सकता है। पेशे से दंत चिकित्सक गुप्ता सिंधिया निष्ठ है और इनको बनाने के लिए सिंधिया समर्थक लॉबी नाम बढा सकती है। हालांकि आगे का परिदृश्य किसी ने देखा नहीं है संभावना पर राजनीति चलती और राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं होता है।