शिवपुरी। नशा मुक्ति केंद्र में युवक की मौत का मामला अब तूल पकडकर शहर के पोहरी बाईपास पर घोडे चौराहे पर धरने की रूप में बैठ गया है। परिजनों का कहना है कि बेटे की मौत सिटी कोतवाली पुलिस की मारपीट के कारण हुई है। वही पुलिस का कहना है कि युवक नशे का आदी थी और उसकी तबीयत बिगड गई थी इसलिए उसे प्रतिज्ञा नशा केंद्र में भर्ती कराया था वहां आधी रात उसकी मौत हो गई।
वही इस मामले में चौकाने वाला खुलासा यह भी है कि शिवपुरी के प्रतिज्ञा नशा मुक्ति केंद्र में इलाज की परमिशन नही है फिर वहां सिटी कोतवाली पुलिस ने युवक को भर्ती क्यों कराया,उसे जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में भर्ती क्यों नही कराया गया सवाल बडा है। इधर परिजनों सहित लोधी समाज के नेता घोडा चौराहे पर सिटी कोतवाली के टीआई कृपाल सिंह राठौड़ सहित मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज करने की जिद पर धरने पर बैठे हैं उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक मामला दर्ज नही होगा जब तक वह यहां से उठेगें भी नही।
पहले समझे मामले को
कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि हमने एक बाइक चोर गिरोह को पकड़ा था,जो पोहरी-बैराड़ क्षेत्र में चोरी की बाइक बेचते थे। जबकि अस्पताल के आसपास से बाइक चुराने वाला गिरोह करेरा के रास्ते झांसी में बाइक बेचते थे। मुखबिर की सूचना पर रविवार को पुलिस ने अमोला क्षेत्र से दिनेश लोधी और अजय लोधी को बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा, तो उस समय वो स्मैक के नशे की हालत में थे। बकौल टीआई, पकड़े गए युवक की नशे की हालत में थे, तथा ऐसी हालत में उन्हें कोतवाली में रखना ठीक नहीं था, इसलिए उन्हें सर्कुलर रोड स्थित प्रतिज्ञा नशा मुक्ति केंद्र में रखवा दिया।
उधर प्रज्ञा नशा मुक्ति केंद्र संचालक अगम तोमर का कहना था कि दिनेश को रात लगभग 12 बजे गले में कुछ समस्या हुई, तो उसे हमारे स्टाफ ने उल्टी आदि करवाई। लेकिन सुबह दिनेश मृत हालत में पाया गया। युवक की मौत के सूचना के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने युवक की डेड बॉडी को पीएम के लिए भेज दिया। कलेक्टर शिवपुरी ने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है।
सवाल बडा युवक को प्रज्ञा नशा मुक्ति केंद्र मे भर्ती क्यों कराया
इस मामले मे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस के द्वारा संदेही युवक को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती क्यों कराया गया। पुलिस का कहना है कि उसकी तबीयत खराब हुई इसलिए उसे भर्ती कराया था,लेकिन इधर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर से शिवपुरी समाचार से बातचीत करते हुए बताया कि शिवपुरी के नशा मुक्ति केंद्र में किसी भी प्रकार की ओपीडी की परमिशन नही है जब ओपीडी की परमिशन नही है तो वहां इलाज कौन करता है कौन दवाए देता है। जब नशा मुक्ति केंद्र में ओपीडी नही होती डॉक्टर नही हे तो फिर किस प्रकार के इलाज के सिटी कोतवाली पुलिस ने प्रज्ञा नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया।
ओबीसी महासभा ने दिया पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन
ओबीसी महासभा के ज्ञापन के अनुसार मृतक दिनेश के साथ पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक अजय लोधी और केपी लोधी ने सिटी कोतवाली मे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने ही बताया कि पुलिस कर्मियों ने रास्ते भर हमारी मारपीट की ओर थाने में लाकर भी बेरहमी से मारपीट की। कोतवाली में उपस्थित पुलिसकर्मी भी मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों से बोल रहे थे कि अधिक मारपीट मत करो नही तो मर जाएंगे,लेकिन उसके बाद भी मारपीट जारी रखी।
इस मारपीट के कारण दिनेश लोधी और मुझे अजय लोधी को बेसुध हालत में नशा मुक्ति केंद्र ले जाया गया और केपी लोधी को थाने में रखा गया। दोपहर तक दिनेश के करने की जानकारी नही दी गई। जब लोधी और बहुजन समाज एकत्रित हुई उसके बाद हमें यहां लाया गया है। कुल मिलाकर ओबीसी महासभा ने इस मामले को कस्टोडियन मौत बताया है।
इस घटना की सम्पूर्ण लोधी एवं ओबीसी समाज एवं बहुजन समाज और निंदा करती हैं दोषी पुलिस वालो पर तत्काल प्रभाव से fir होना चाहिए, ऐसी समस्त लोधी समाज एवं ओबीसी बहुजन समाज की मांग है और परिजनों की आर्थिक मदद की जाए एवं जो दो लोग पुलिस हिरासत में उनको तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाये एवं नशा मुक्ति केन्द्र एवं पुलिस थाने के फोटोज उपलब्ध कराये जाये। जब तक यह मांग पूरी नहीं होती हैं, तब न्याय के लिए लड़ते रहेंगे एवं चक्का जाम जारी रहेगा
वही इस मामले में चौकाने वाला खुलासा यह भी है कि शिवपुरी के प्रतिज्ञा नशा मुक्ति केंद्र में इलाज की परमिशन नही है फिर वहां सिटी कोतवाली पुलिस ने युवक को भर्ती क्यों कराया,उसे जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में भर्ती क्यों नही कराया गया सवाल बडा है। इधर परिजनों सहित लोधी समाज के नेता घोडा चौराहे पर सिटी कोतवाली के टीआई कृपाल सिंह राठौड़ सहित मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज करने की जिद पर धरने पर बैठे हैं उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक मामला दर्ज नही होगा जब तक वह यहां से उठेगें भी नही।
पहले समझे मामले को
कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि हमने एक बाइक चोर गिरोह को पकड़ा था,जो पोहरी-बैराड़ क्षेत्र में चोरी की बाइक बेचते थे। जबकि अस्पताल के आसपास से बाइक चुराने वाला गिरोह करेरा के रास्ते झांसी में बाइक बेचते थे। मुखबिर की सूचना पर रविवार को पुलिस ने अमोला क्षेत्र से दिनेश लोधी और अजय लोधी को बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा, तो उस समय वो स्मैक के नशे की हालत में थे। बकौल टीआई, पकड़े गए युवक की नशे की हालत में थे, तथा ऐसी हालत में उन्हें कोतवाली में रखना ठीक नहीं था, इसलिए उन्हें सर्कुलर रोड स्थित प्रतिज्ञा नशा मुक्ति केंद्र में रखवा दिया।
उधर प्रज्ञा नशा मुक्ति केंद्र संचालक अगम तोमर का कहना था कि दिनेश को रात लगभग 12 बजे गले में कुछ समस्या हुई, तो उसे हमारे स्टाफ ने उल्टी आदि करवाई। लेकिन सुबह दिनेश मृत हालत में पाया गया। युवक की मौत के सूचना के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने युवक की डेड बॉडी को पीएम के लिए भेज दिया। कलेक्टर शिवपुरी ने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है।
सवाल बडा युवक को प्रज्ञा नशा मुक्ति केंद्र मे भर्ती क्यों कराया
इस मामले मे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस के द्वारा संदेही युवक को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती क्यों कराया गया। पुलिस का कहना है कि उसकी तबीयत खराब हुई इसलिए उसे भर्ती कराया था,लेकिन इधर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर से शिवपुरी समाचार से बातचीत करते हुए बताया कि शिवपुरी के नशा मुक्ति केंद्र में किसी भी प्रकार की ओपीडी की परमिशन नही है जब ओपीडी की परमिशन नही है तो वहां इलाज कौन करता है कौन दवाए देता है। जब नशा मुक्ति केंद्र में ओपीडी नही होती डॉक्टर नही हे तो फिर किस प्रकार के इलाज के सिटी कोतवाली पुलिस ने प्रज्ञा नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया।
ओबीसी महासभा ने दिया पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन
ओबीसी महासभा के ज्ञापन के अनुसार मृतक दिनेश के साथ पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक अजय लोधी और केपी लोधी ने सिटी कोतवाली मे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने ही बताया कि पुलिस कर्मियों ने रास्ते भर हमारी मारपीट की ओर थाने में लाकर भी बेरहमी से मारपीट की। कोतवाली में उपस्थित पुलिसकर्मी भी मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों से बोल रहे थे कि अधिक मारपीट मत करो नही तो मर जाएंगे,लेकिन उसके बाद भी मारपीट जारी रखी।
इस मारपीट के कारण दिनेश लोधी और मुझे अजय लोधी को बेसुध हालत में नशा मुक्ति केंद्र ले जाया गया और केपी लोधी को थाने में रखा गया। दोपहर तक दिनेश के करने की जानकारी नही दी गई। जब लोधी और बहुजन समाज एकत्रित हुई उसके बाद हमें यहां लाया गया है। कुल मिलाकर ओबीसी महासभा ने इस मामले को कस्टोडियन मौत बताया है।
इस घटना की सम्पूर्ण लोधी एवं ओबीसी समाज एवं बहुजन समाज और निंदा करती हैं दोषी पुलिस वालो पर तत्काल प्रभाव से fir होना चाहिए, ऐसी समस्त लोधी समाज एवं ओबीसी बहुजन समाज की मांग है और परिजनों की आर्थिक मदद की जाए एवं जो दो लोग पुलिस हिरासत में उनको तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाये एवं नशा मुक्ति केन्द्र एवं पुलिस थाने के फोटोज उपलब्ध कराये जाये। जब तक यह मांग पूरी नहीं होती हैं, तब न्याय के लिए लड़ते रहेंगे एवं चक्का जाम जारी रहेगा
घोडा चौराहे पर प्रीतम के पुत्र सहित जिला पंचायत सदस्य धरने पर
इस संदिग्ध मौत की सूचना जैसे जैसे वायरल हुई वैसे ही मृतक युवक के दिनेश लोधी के परिजन सहित जिला पंचायत सदस्य मनीराम लोधी, पिछोर विधायक प्रीतम लोधी के पुत्र राकेश लोधी घोडा चौराहे पर सड़क पर धरने पर बैठ गए,इनका कहना है कि सिटी कोतवाली पुलिस ने राकेश की मारपीट की है। राकेश पिछले 3 माह से नशा नही करता था और उस पर किसी भी प्रकार का मामला शिवपुरी के किसी भी थाने में दर्ज नही है।
वही पुलिस की मारपीट के कारण ही उसकी मौत हुई है इसलिए सिटी कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़,पुलिसकर्मी संतोष वैश्य,अवतार सिंह परिहार,ब्रजेश जादौन,अजय यादव और राहुल सिंह पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाए और इनको सस्पेंड पर किया जाए जब कि हमें इन पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर मामले की एफआईआर की कॉपी नही मिलेगी जब तक हम डेड बॉडी नही लेंगे और ना ही धरने से हटेंगें।
वही पुलिस की मारपीट के कारण ही उसकी मौत हुई है इसलिए सिटी कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़,पुलिसकर्मी संतोष वैश्य,अवतार सिंह परिहार,ब्रजेश जादौन,अजय यादव और राहुल सिंह पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाए और इनको सस्पेंड पर किया जाए जब कि हमें इन पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर मामले की एफआईआर की कॉपी नही मिलेगी जब तक हम डेड बॉडी नही लेंगे और ना ही धरने से हटेंगें।