युक्ति से मुक्ति मिल जाती लेकिन पटेल साहब ट्रांसफर आदेश दबाए है - Shivpuri News

Bhopal Samachar

ललित मुदगल @ शिवपुरी। शिवपुरी जिले के सबसे विवादित अधिकारी से मुक्ति इस जिले को मिल जाती अगर मंत्रालय मे आदेश दवा नही होता। शिवपुरी के पोषण आहार संयंत्र (टीएचआर प्लांट) की मुख्य कार्यपालन अधिकारी युक्ति शर्मा जब से शिवपुरी में टीएचआर प्लांट की सीईओ के रूप में पदस्थ हुई है जब से इनका कार्यकाल विवादित रहा है,युक्ति शमा की कार्यप्रणाली को लेकर कांग्रेस के विधायक कैलाश कुशवाह ने विधानसभा में प्रश्न लगाया था।

 प्रश्न के जबाब मे आया है कि  श्रीमती युक्ति शर्मा के विरूद्ध प्राप्त शिकायतों के आधार पर उन्हें पोषण आहार संयंत्र, शिवपुरी से अन्यत्र स्थानांतरित करते हुए किसी वरिष्ठ अधिकारी को पोषण आहार संयंत्र, शिवपुरी में पदस्थ करने हेतु प्रशासकीय विभाग को जावक क्र. 69, दिनांक 14.05.2025 से लेख किया गया है।

शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा 24  के कांग्रेस के विधायक कैलाश कुशवाह ने विधानसभा में अपने प्रश्न क्रमांक 43016 के माध्यम से शिवपुरी शहर के पोषण आहार संयंत्र की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) श्रीमती युक्ति शर्मा के कार्यकाल (1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025) के दौरान उन पर लगे आरोपों और उनकी पद योग्यता को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री से विस्तृत जानकारी मांगी गई है, लेकिन मई माह में हुए विभाग के पीएस स्तर से हुए ट्रांसफर आदेश को मंत्रालय ने दबा दिया और युक्ति शर्मा के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल दिया। 

प्रश्न में श्रीमती युक्ति शर्मा के विरुद्ध 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक प्राप्त शिकायतों का विस्तृत विवरण मांगा गया है, जिसमें शामिल हैं:
शिकायतों का प्रकार: कौन-कौन सी शिकायतें प्राप्त हुईं।
शिकायतकर्ता: शिकायतें किन-किन व्यक्तियों या संस्थाओं द्वारा की गईं।
शिकायत का स्थान और समय: शिकायतें कहाँ और कब-कब दर्ज की गईं।
जांच का विवरण: शिकायतों की जांच किन-किन अधिकारियों द्वारा कब-कब की गई।
पत्राचार और प्रतिवेदन: शिकायतों के संबंध में शासन-प्रशासन द्वारा किए गए पत्राचार की प्रतियां, साथ ही शिकायतें और शिकायतवार जांच प्रतिवेदन की प्रतियां संलग्न कर जानकारी देने की मांग की गई है।

प्रश्न में कलेक्टर जिला शिवपुरी के पत्र क्रमांक 308/स्था/6-2/2025 दिनांक 25 मार्च 2025 का उल्लेख किया गया है, जो मुख्य कार्यपालन अधिकारी, म.प्र.डे. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन भोपाल को लिखा गया था। इसमें निम्नलिखित जानकारी मांगी गई है:
अनुशंसाएं: पत्र में उल्लेखित 04 बिंदुओं में क्या-क्या अनुशंसाएं की गई थीं।
शासन स्तर पर कार्यवाही: उन अनुशंसाओं पर शासन स्तर से क्या-क्या कार्यवाही की गई।
पत्र और कार्यवाही की प्रति: उक्त पत्र और की गई कार्यवाही की प्रति संलग्न कर जानकारी देने की मांग की गई है।
कार्यवाही न होने का कारण: यदि उक्त पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है, तो उसका कारण भी स्पष्ट करने को कहा गया है।

यह जानकारी दी पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने
पोषण आहार संयंत्र, शिवपुरी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) श्रीमती युक्ति शर्मा के खिलाफ 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 के बीच मिली शिकायतों के बाद जांच शुरू की गई है। पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।

किसके आदेश पर हुई जांच?
शिकायतों की जांच कलेक्टर, जिला- शिवपुरी द्वारा गठित एक समिति ने की है। जांच के बाद कलेक्टर ने मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में युक्ति शर्मा को पोषण आहार संयंत्र, शिवपुरी से हटाने और किसी वरिष्ठ अधिकारी को उनकी जगह नियुक्त करने की सिफारिश की गई है।

मंत्री महोदय ने अपने जवाब मे स्पष्ट किया हैं
श्रीमती युक्ति शर्मा के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों के आधार पर उन्हें पोषण आहार संयंत्र, शिवपुरी से अन्यत्र स्थानांतरित करते हुए किसी वरिष्ठ अधिकारी को पोषण आहार संयंत्र, शिवपुरी में पदस्थ करने हेतु प्रशासकीय विभाग को जावक क्र. 69, दिनांक 14.05.2025 से लेख किया गया है। वर्तमान में नस्ती प्रचलन में है।

वही विधानसभा में स्पष्ट हुआ है कि  
पंचायत मंत्री ने बताया कि टीएचआर प्लांट के सीईओ पद के लिए कुछ योग्यताएं तय हैं,जिनमें शामिल हैं, कम से कम द्वितीय श्रेणी का अधिकारी होना,न्यूनतम 7 साल की सेवा,पिछले 5 सालों की सीआर (Confidential Report) "क" या उससे ऊपर होनी चाहिए,कोई विभागीय जांच या आपराधिक मामला लंबित न हो,MBA, फूड टेक्नोलॉजिस्ट, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर को प्राथमिकता दी जाएगी। शिवपुरी की युक्ति शर्मा के खिलाफ कलेक्टर शिवपुरी ने जांच सिद्ध कर दी है और हटाने की अनुशंसा लगभग 8 माह पूर्व कर दी थी। वही युक्ति शर्मा टीएचआर प्लांट के लिए योग्यता नहीं रखती है क्योंकि वह टेक्नोलॉजिस्ट, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर नहीं है।


यह है युक्ति शर्मा के सिद्ध घोटाले,मंत्रालय बचा रहा है
जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज से सामान ले जाना: जब युक्ति शर्मा जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज, जिला रायसेन की सीईओ थीं और उनका शिवपुरी में ट्रांसफर हुआ, तो आरोप है कि वे अपने साथ कार्यालय का कंप्यूटर, प्रिंटर, बेड, गद्दा और इंडक्शन कुकर भी ले गईं। जनपद पंचायत ने 4 अक्टूबर 2024 और 3 मार्च 2025 को पत्र लिखकर सामान लौटाने को कहा, तो युक्ति शर्मा ने जवाब में बेड के बिल की मांग की, जबकि कर्मचारियों का कहना है कि बेड कुछ सचिवों ने पैसे मिलाकर बच्ची के आराम के लिए खरीदा था। कंप्यूटर उपकरणों पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मामला जिला पंचायत सीईओ के संज्ञान में आया, उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। मौजूदा सीईओ वृंदावन मीणा ने थाना प्रभारी औबेदुल्लागंज को एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है।

स्वच्छ भारत मिशन में ₹11.80 लाख का घोटाला: जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज में युक्ति शर्मा पर 13 फरवरी 2024 से 27 सितंबर 2024 तक स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत ₹11,80,580 (ग्यारह लाख अस्सी हजार पांच सौ अस्सी रुपये) का PFMS पोर्टल से भुगतान करने का आरोप है। आरोप है कि यह भुगतान जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज के अंतर्गत न होकर अन्य जनपद पंचायतों जैसे गैरतगंज, बेगमगंज, सीहोर और विदिशा के IFSC कोड्स से प्रदर्शित हुआ। बैंक शाखाओं से मिली जानकारी के अनुसार, 95 हितग्राही जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज क्षेत्र से बाहर के थे, जिनमें विदिशा, सीहोर, रायसेन, गैरतगंज, गौहरगंज, बरेली, भोपाल, बैरसिया, सर्रा, सुल्तानपुर और बेगमगंज के हितग्राही शामिल हैं। इस संबंध में भी सीईओ के खिलाफ जांच चल रही है।

कुल मिलाकर मंत्रालय में अपनी पकड़ रखने वाली युक्ति शर्मा मंत्रालय के आशीर्वाद से कार्यवाही और ट्रांसफर से बच रही है। सुचिता का शासन चलाने वाली भाजपा के लिए यह शुभ संकेत नहीं है। वही बताया जा रहा है कि युक्ति शर्मा के भ्रष्टाचार को लेकर 2 विधानसभा सदस्यों ने ध्यानाकर्षण लगाया है वही कांग्रेस के कैलाश सहित शिवपुरी के विधायक देवेन्द्र जैन ने भी टीएचाआर प्लांट की सीईओ युक्ति की कार्यप्रणाली को लेकर प्रश्न लगा है—जैसे जैसे इस मानसून सत्र की विधानसभा की कार्यवाही आगे बढेगी शिवपुरी समाचार पाठकों को अपडेट देता रहेगा।