शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गोपालपुर,जनपद पंचायत शिवपुरी में सरपंच-सचिव ने लाखों को भ्रष्टाचार किया हैं।सरपंच,सचिव ने प्राचीन प्रसिद्ध गढ़ी को तक तोड़कर, उसके पत्थर निकालकर बेच दिये हैं। वहीं पुराना पंचायत भवन तथा आयुर्वेद हॉस्पीटल को तोड़कर मटेलियर खुर्द बुर्द कर दिया गया हैं। वहीं जिंदा वृक्षों को भी काट दिया गया हैं। वहीं कुटीर के लिए 10-10 हजार रुपये रिश्वत में मांगे जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मोतीलाल जाटव एवं समस्त जाटव समाज, ग्राम गोपालपुर, तहसील व जिला शिवपुरी ने बताया कि हमारे गांव के भ्रष्ट सरपंच नरेश चौहान एवं सचिव नाथू सिंह धाकड़ ने ग्राम पंचायत गोपालपुर के प्राचीन गढ़ी एवं पुराना पंचायत भवन तथा आयुर्वेद हॉस्पीटल को तोड़कर मटेरियल बाला—बाला खुर्द-बुर्द कर दिया। वही गांव में ले जिंदा वृक्षों को काटकर अवैध रूप से लाभ कमाया गया हैं,यानी लकड़ियों को बेचा और स्वयं के यूज में भी लिया गया हैं।
सरपंच-सचिव ने पुरानी गढ़ी से पत्थर निकालकर बेच दिये
वहीं बता दें कि 500 से 1000 साल पुरानी गढ़ी राजा,महाराजाओं के समय की हैं,जिसमें रानी लक्ष्मी बाई,तात्या टोपे आदि से जुड़ी हुई हैं,तथा आज यह पुरानी गढ़ी खंडहर के रूप में पड़ी हुई हैं,वहीं इसके अलावा ग्राम पंचायत गोपाल पुर के सरपंच,सचिव ने गढ़ी में लगे वेश कीमती बडे—बडे पत्थरों को निकलवाकर बिचवा दिये हैं। इसकी शिकायत स्वयं ग्रामीणों ने कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी शिवपुरी से की हैं,लेकिन आज दिनांक तक भ्रष्ट सरपंच,सचिव पर कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं।
आवाज के एवज में भी मांगे जा रही हैं रिश्वत
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव हमने प्रधानमंत्री आवास के एवज में 10—10 हजार रुपये रिश्वत में मांगते हैं, वहीं इससे पहले भी ग्रामीणों ने शिकायत की तो जांच टीम भेजी गई,लेकिन सरपंच,सचिव व अधिकारियों की मिलीभगत से जांच में कुछ भी नहीं पाया गया।
पेयजल हेतु बिछाई गई लाईन के निकला पेमेंट-नहीं बिछी लाईन
सरपंच ने पेयजल हेतु लाइन बिछाने जबकि पंचायत खाते से सरपंच एवं सचिव द्वारा पेयजल हेतु लाइन बिछाने हेतु 2 लाख 96 हजार रुपये आहरित किये गये हैं किन्तु मौके पर कोई भी लाइन नहीं बिछाई गई हैं एवं पानी की टंकी आज दिनांक तक चालू नहीं की गई हैं।
कुटीर के एवज में भी रिश्वत
इसी प्रकार अनुसूचित जाति के पात्र हितग्राहियों से कुटीर के लिए भी रिश्वत मांगी जा रही हैं जो लोग पैसे नहीं दे रहे हैं उनकी कुटीर भी नहीं आ रही हैं, ऐसे भ्रष्ट सरपंच सचिव पर कार्यवाही की जानी अति आवश्यक हैं।
जानकारी के अनुसार मोतीलाल जाटव एवं समस्त जाटव समाज, ग्राम गोपालपुर, तहसील व जिला शिवपुरी ने बताया कि हमारे गांव के भ्रष्ट सरपंच नरेश चौहान एवं सचिव नाथू सिंह धाकड़ ने ग्राम पंचायत गोपालपुर के प्राचीन गढ़ी एवं पुराना पंचायत भवन तथा आयुर्वेद हॉस्पीटल को तोड़कर मटेरियल बाला—बाला खुर्द-बुर्द कर दिया। वही गांव में ले जिंदा वृक्षों को काटकर अवैध रूप से लाभ कमाया गया हैं,यानी लकड़ियों को बेचा और स्वयं के यूज में भी लिया गया हैं।
सरपंच-सचिव ने पुरानी गढ़ी से पत्थर निकालकर बेच दिये
वहीं बता दें कि 500 से 1000 साल पुरानी गढ़ी राजा,महाराजाओं के समय की हैं,जिसमें रानी लक्ष्मी बाई,तात्या टोपे आदि से जुड़ी हुई हैं,तथा आज यह पुरानी गढ़ी खंडहर के रूप में पड़ी हुई हैं,वहीं इसके अलावा ग्राम पंचायत गोपाल पुर के सरपंच,सचिव ने गढ़ी में लगे वेश कीमती बडे—बडे पत्थरों को निकलवाकर बिचवा दिये हैं। इसकी शिकायत स्वयं ग्रामीणों ने कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी शिवपुरी से की हैं,लेकिन आज दिनांक तक भ्रष्ट सरपंच,सचिव पर कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं।
आवाज के एवज में भी मांगे जा रही हैं रिश्वत
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव हमने प्रधानमंत्री आवास के एवज में 10—10 हजार रुपये रिश्वत में मांगते हैं, वहीं इससे पहले भी ग्रामीणों ने शिकायत की तो जांच टीम भेजी गई,लेकिन सरपंच,सचिव व अधिकारियों की मिलीभगत से जांच में कुछ भी नहीं पाया गया।
पेयजल हेतु बिछाई गई लाईन के निकला पेमेंट-नहीं बिछी लाईन
सरपंच ने पेयजल हेतु लाइन बिछाने जबकि पंचायत खाते से सरपंच एवं सचिव द्वारा पेयजल हेतु लाइन बिछाने हेतु 2 लाख 96 हजार रुपये आहरित किये गये हैं किन्तु मौके पर कोई भी लाइन नहीं बिछाई गई हैं एवं पानी की टंकी आज दिनांक तक चालू नहीं की गई हैं।
कुटीर के एवज में भी रिश्वत
इसी प्रकार अनुसूचित जाति के पात्र हितग्राहियों से कुटीर के लिए भी रिश्वत मांगी जा रही हैं जो लोग पैसे नहीं दे रहे हैं उनकी कुटीर भी नहीं आ रही हैं, ऐसे भ्रष्ट सरपंच सचिव पर कार्यवाही की जानी अति आवश्यक हैं।