बैराड़। शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम माता की बीलबरा में
बीती रात्रि में एक 40 वर्षीय युवक ने कुएं में कूदकर सुसाइड कर लिया बताया जा रहा हैं कि युवक कैंसर से पीड़ित था और अभी उसका ऑपरेशन होने वाला था, ऑपरेशन के डर के कारण युवक ने कुएं में कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।
जानकारी के अनुसार सूचनाकर्ता महेन्द्र पुत्र रामचरण बघेल उम्र 40 साल निवासी ग्राम माता का बीलबरा थाना बैराड ने बताया कि कल रात करीबन 2 बजे मेरी भाभी विद्या बघेल का मेरे पास फोन आता हैं कि तुम्हारे भैया पता नहीं कहां चले गए हैं, रात को खाना खाकर सो गये थे। मैंने रात को उठकर देखा तो वह बिस्तर पर नहीं थे।
भाई कैंसर से पीड़ित था
महेन्द्र ने बताया कि मेरा बड़ा भाई ओमप्रकाश उर्फ पप्पू पुत्र रामचरण बघेल उम्र 48 साल के अंदर मुँह में एक फोड़ा हो गया था जिसका इलाज चल रहा था,लेकिन फोडा सही नहीं हो रहा था और अधिक बढ़ता जा रहा था। वहीं 1 अगस्त 2025 की बात हैं मेरा भाई ओमप्रकाश रात के समय भाभी और बच्चों को सोता छोड़कर पता नहीं कहां चला गया था।
बीड़ी-माचिस पानी में तैरते आये नजर-देखा तो भाई कुएं में मिला
जिसके बाद हमने ग्रामीणों को बुलाकर देखरेख शुरू की तो घर के सामने बने कुएं पर देखा तो भाई के जूते ऊपर रखे हुए थे, जिसके बाद हमने कुएं में देखा तो पानी में बीड़ी-बंडल तैर रहे थे,तब हमने गांव वालों की मदद से लोहे की बनी बिलईया डालकर कुआ में तलाश किया तो मेरे भाई की लाश विलईया में फंसकर आ गई। जिसके बाद सूचना पर बैराड़ थाना पुलिस आई और मर्म कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।
बीती रात्रि में एक 40 वर्षीय युवक ने कुएं में कूदकर सुसाइड कर लिया बताया जा रहा हैं कि युवक कैंसर से पीड़ित था और अभी उसका ऑपरेशन होने वाला था, ऑपरेशन के डर के कारण युवक ने कुएं में कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।
जानकारी के अनुसार सूचनाकर्ता महेन्द्र पुत्र रामचरण बघेल उम्र 40 साल निवासी ग्राम माता का बीलबरा थाना बैराड ने बताया कि कल रात करीबन 2 बजे मेरी भाभी विद्या बघेल का मेरे पास फोन आता हैं कि तुम्हारे भैया पता नहीं कहां चले गए हैं, रात को खाना खाकर सो गये थे। मैंने रात को उठकर देखा तो वह बिस्तर पर नहीं थे।
भाई कैंसर से पीड़ित था
महेन्द्र ने बताया कि मेरा बड़ा भाई ओमप्रकाश उर्फ पप्पू पुत्र रामचरण बघेल उम्र 48 साल के अंदर मुँह में एक फोड़ा हो गया था जिसका इलाज चल रहा था,लेकिन फोडा सही नहीं हो रहा था और अधिक बढ़ता जा रहा था। वहीं 1 अगस्त 2025 की बात हैं मेरा भाई ओमप्रकाश रात के समय भाभी और बच्चों को सोता छोड़कर पता नहीं कहां चला गया था।
बीड़ी-माचिस पानी में तैरते आये नजर-देखा तो भाई कुएं में मिला
जिसके बाद हमने ग्रामीणों को बुलाकर देखरेख शुरू की तो घर के सामने बने कुएं पर देखा तो भाई के जूते ऊपर रखे हुए थे, जिसके बाद हमने कुएं में देखा तो पानी में बीड़ी-बंडल तैर रहे थे,तब हमने गांव वालों की मदद से लोहे की बनी बिलईया डालकर कुआ में तलाश किया तो मेरे भाई की लाश विलईया में फंसकर आ गई। जिसके बाद सूचना पर बैराड़ थाना पुलिस आई और मर्म कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।