तुलसी आश्रम पर रामकथा शुरू, निकाली गई भव्य 1100 कलश की यात्रा - Shivpuri News

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी के सुप्रसिद्ध तुलसी आश्रम मंदिर पर रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। रामकथा कि मुख्य व्यासपीठ से इस कथा मे रामचरित्र का सुंदर रसपानी कराऐगी राष्ट्रीय कथा वाचिका डॉ प्रज्ञा भारती जी,तुलसी आश्रम बडे मंदिर पर आयोजित इस रामकथा की मुख्य यजमान श्रीमति पिंकी गजराज कुशवाह है।

रामकथा के इसी क्रम में बीते रोज शुक्रवार हो भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यह कलश यात्रा का श्रीगणेश राजेश्वरी मंदिर से हुआ जो अस्पताल चौराहा से कोर्ट रोड होकर माधव चौक से होते हुए कमलागंज कलारवाग से होते हुए तुलसी आश्रम बडे हनुमान मंदिर तक पहुंची थी।

राष्ट्रीय संत महामण्डेलश्वर पुरूषोत्तम दास महाराज ने बताया कि राधाअष्टमी के पावन के अवसर पर इस रामकथा का अयोजन किया जा रहा है। यह कथा का समय दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक रखा गया है। कथा का पूर्णआहूति ओर भंडारा 30 अगस्त को है। राम कथा पर रामचरित्र का वर्णन राष्ट्रीय कथा वाचिका साधवी डॉ प्रज्ञा भारती करेगीं,सभी धर्म प्रेमी बंधुओ से निवेदन है कि वह इस रामकथा के श्रवण का लाभ अवश्य ले।


सर्व ब्राह्मण समाज ने कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया
राधा अष्टमी महोत्सव तुलसी आश्रम का आगाज आज भव्य ओर दिव्य ऐतिहासिक 1100 कलशीय यात्रा से राजेश्वरी मंदिर से की गई जो अस्पताल चौराहा से कोर्ट रोड होकर माधव चौक से होते हुए कमलागंज कलारवाग पहुंची जहां भरत शर्मा जिलाध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज शिवपुरी तथा संरक्षक, नंदकिशोर त्रिवेदी ,राजेंद्र दुबे खजुरी, अरुण भार्गव,प्रदेश संयोजक सर्व ब्राह्मण समाज रामजी व्यास की उपस्तिथि में उपाध्यक्ष अशोक शर्मा कूड़ा, गोपाल त्रिवेदी, राजेंद्र शर्मा सिद्धिविनायक, नगर अध्यक्ष किशोर जैमिनी अध्यक्ष कार्यकारी (महिला) श्रीमती रेनू भार्गव,जिलाध्यक्ष युवा विशाल भारद्वाज महामंत्री गोपाल गौड़ मनोज मंत्री, रोहिताश नायक, सुरेश भार्गव, कोषाध्यक्ष द्वारिका पाराशर,केदार जैमिनी, उमाशंकर शर्मा,सूरज अवस्थी, भरत तिवारी ,मोहन दांतरे,रमा शंकर शर्मा, अजीत शर्मा,राजेश पालीवाल, नरेश शर्मा, एवं अन्य सैकड़ों पदाधिकारियों तथा सदस्यों ने कलश यात्रा का उल्लास उमंग भरे बातावरण में पुष्प वर्षा तथा रामायण का विधि विधान से पूजन कर विदुषी अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक डॉ प्रज्ञा भारती जी अभिनंदन साल श्रीफल से कर महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास जी का पूजन के साथ संतो का पूजन कर फल वितरण किए गए।