शिवपुरी। आरटीआई की जानकारी मांगने पर मस्जिद के लिए निकला चंदा वाला मामला अब तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। मामला नरवर जनपद की ग्राम पंचायत सिमरिया का है,जहां एक आईटीआई कार्यकर्ता ने ग्राम पंचायत से नाली निर्माण के संबंध में जानकारी मांगी थी। आरटीआई कार्यकर्ता का आरोप है कि रोजगार सहायक और सरपंच पुत्र ने उसको रास्ते में रोककर मारपीट कर दी। वही सरपंच संघ भी इस मैदान मे उतारा ओर आरटीआई कार्यकर्ता पर आरोप लगाया कि उसे जानकारी दे दी गई थी उसने लिखित में जानकारी प्राप्त करने की रशीद दी है वह अवैध वसूली कर रहा था,सरपंच पुत्र का कहना था कि वह मस्जिद निर्माण को अवैध वसूली की मांग कर रहा था।
वहीं इस मामले में अब नया मोड़ आया जब शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने रोजगार सहायक निर्भय रावत से बातचीत की तो निर्भय रावत ने स्वीकार किया कि वहां कोई लडाई झगडा नही हुआ है किसी भी प्रकार से मारपीट नही की गई। मस्जिद के निर्माण के लिए कोई पैसे नही मांगे गए। रोजगार सहायक के इस बयान से सिद्ध होता है कि सरपंच पुत्र भ्रष्टाचार को बचाने के लिए धर्म का सहारा ले रहा है। कुल मिलाकर सरपंच संघ का मस्जिद वाला प्रोपेगेंडा झूठा निकला है।
पहले समझे मामले को
नरवर के वार्ड क्रमांक 11 मे निवास करने वाले कमर अहमद खान ने मगरौनी चौकी सहित शिवपुरी कलेक्टर को ज्ञापन दिया था कि पूर्व में ग्राम पंचायत सिमरिया कार्यालय से नाली निर्माण कार्य की जानकारी चाहने के लिए आर टी आई के तहत विधिवत 4 दिसंबर 2024 को आवेदन किया था,समय पर जानकारी नही मिली इस कारण इस आवेदन की आगे अपील की गई। इस आवेदन पर ग्राम पंचायत सिमरिया के रोजगार सहायक निर्भय रावत ने पत्र जारी कर प्रतिलिपि मुझ आवेदक को भेजी और कार्यालय पर उपस्थित होने का लेख किया गया। जब में जानकारी लेने पहुंचे तो मेरी मारपीट कर दी।
इस मामले के बाद सरपंच संघ आया मैदान में
सरपंच संघ जिला इकाई शिवपुरी ने एक ज्ञापन कलेक्टर शिवपुरी को सौंपा है इस ज्ञापन में उल्लेख किया है कि कमर खान पुत्र श्री अक्षर खान निवासी वार्ड क्र. 11 मोमिनपूरा नरवर द्वारा महिला सरपंच जी को धर्म सूचक गाली गलौज व अभद्रता एवं जान से मारने की धमकी देकर पंचायत रिकॉर्ड फाड़कर एवं छीनकर ले गया व मस्जिद निर्माण के नाम पर अवैध वसूली करता है मामला दर्ज किया जाए।
8 जुलाई को कमर खान द्वारा जी जानकारी चाही गयी थी वो समस्त जानकारी सत्यापित प्रतिलिपि में ग्राम पंचायत द्वारा कमर खान को दे दी गयी। जिस पर कमर खान के द्वारा प्राप्ति का आवेदन का पत्र प्रस्तुत कर दिया जो कि ग्राम पंचायत ने जनपद पंचायत में उसकी छायाप्रति व्हाट्सएप के माध्यम से श्री ब्रजमोहन कोली खंड अधिकारी जी को भेज दिया ।
कमर खान के द्वारा सचिव से 50000 रुपये मांगे गए, जिस पर सचिव व महिला सरपंच महोदय ने पूछा पैसे किस बात के इस बात पर कमर खान ने सचिव व हमारी महिला सरपंच महोदय जी को धर्म सूचक गाली गलोच अभ्रता एवं जान से मारने की धमकी देने लगा।
उसी समय सरपंच महोदय जी के पुत्र शैलेंद्र रावत पंच साहब आ गए तथा गाँव के दो तीन लोग भी इकट्ठे हो गए सभी ने उसकी धर्म सूचक गाली गलोच का विरोध किया तो तभी कमर खान के द्वारा कट्टा निकाल कर लहराते हुए बोला अगर पैसे नहीं दिये तो सचिव एवं सरपंच महोदय व उनके पुत्र को जान से मार दूंगा । जब सरपंच पुत्र से आग्रह किया तभी कमर खान आक्रोशित होकर मेरी टेबल पर रखे पंचायत रिकॉर्ड को उठा कर फाड़ दिया तथा पूरा बस्ता उठाकर जान से मारने की धमकी देता हुआ चला गया। जिससे हम सभी दहशत में आ आये। वही कमर खान ने मस्जिद के नाम पर 50 हजार रूप की डिमांड की है।
यह बोले रोजगार सहायक निर्भय रावत
इस मामले में ग्राम पंचायत सिमरिया के रोजगार सहायक निर्भय रावत ने कहा कि कमरखान जानकारी लेने आए थे मैं वही पर था रास्ते मे सरपंच पति और कमर खान की बातचीत हुई थी,कोई विवाद नही हुआ,कोई मारपीट नही की गई,किसी भी प्रकार के हथियार नही लहराए गए और ना ही किसी भी प्रकार का रिकॉर्ड फाडा गया है,और ना ही मस्जिद के लिए पैसे मांगे गए थे। चाय पी और कमल खान चले गए। सूचना का अधिकार के तहत क्या जानकारी दी है मुझे जानकारी नही है यह सचिव साहब से पूछो।
कुल मिलाकर इस पूरे मामले की रोजगार सहायक निर्भय रावत ने कलई खोल दी,मस्जिद के नाम लेकर समाज को बाटने का प्रयास किया जा रहा था समाज में लक्ष्मण रेखा खींची जा रही थी। एक पंचायत के भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए धर्म का सहारा लेने का प्रयास किया जा रहा था। शिवपुरी समाचार डॉट कॉम कमरखान का भी पक्ष नही लेता है और ना ही सरपंच सचिव का। दोनो ने शिकायत की है जांच होनी चाहिए लेकिन अपने आप को बचाने के लिए धर्म का सहारा नही लेना चाहिए। इस मामले में जांच हो जो दोषी हो उस पर कार्यवाही की जाए लेकिन सरपंच पुत्र और सरपंच पति ने मीडिया में आकर झूठा स्टेटमेंट दिया कि मस्जिद के नाम पर पैसा मांगा गया। इस कृत्य के लिए क्षमा नही होनी चाहिए दोनों पर समाज को बाटने के नाम पर मामला दर्ज होना चाहिए।