SHIVPURI NEWS - इमामबाड़ा पर मकान के विवाद में चले थे लाठी-तलवार, शहनाज ने बताई पूरी घटना

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर की पुरानी शिवपुरी इमामबाड़ा में बीते रोज 23 जुलाई को विवाद हुआ था,उस विवाद में पीड़ित परिवार ने अपनी बात देहात थाना पुलिस के आगे रखी,लेकिन दबंगों के दबाव के कारण पीड़ित परिवार की कोई सुनवाई नहीं की गई थी,विवाद की वजह पुश्तैनी मकान हैं,उसे परिवार के कुछ दबंग लोग हड़पना चाहते हैं,पीड़िता शहनाज ने बताया कि यह लोग दो दिनों से हमारी एक्टिविटी की वीडियो बना बनाकर देहात थाना पुलिस का दिखा रहे थे,हमने दबंगों से कुछ नहीं कहा,लेकिन बीते रोज दबंग अश्लील गालियां देने लगे,जिसका विरोध हमने किया तो यह लोग लट्ठ और तलवार लेकर हमें मारने के लिए आ गये और मेरे और मेरे बेटे के साथ इन लोगों ने मारपीट की।

जानकारी के अनुसार शहनाज पत्नी सलीम खान निवासी पुरानी शिवपुरी ने बताया कि 23 जुलाई 2025 की सुबह 8 से 9 बजे के बीच की घटना हैं मैं और मेरे परिवारजन घर पर मौजूद थे,तभी घर पर तारिख पुत्र ताज मोहम्मद सिद्दीकी, पिंकी, शानू, गोल्डी, मोता सिंह उर्फ पप्पू पुत्र ताज मोहम्मद सिद्दीकी, शबनम पत्नि मोता सिम, रिहान पुत्र मोता सिम, अयान पुत्र मोता सिम एवं उनके साथ अन्य अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सुनियोजित ढंग से मेरे मकान पर आकर जबरन आतंक व गुंडागर्दी के बल पर कब्जा करने का प्रयास किया गया।

वहीं जावेद ने बताया कि यह विवाद 22 जुलाई 2025 का था इन दबंगों ने मेरे माता-पिता के साथ बदतमीजी की थी,तथा उस समय में अपने घर पर मौजूद ही नहीं थी, तो देहात थाना से 4 पुलिस वाले हमारे घर आये,जिसके बाद मैंने उनसे बात की कि सर मैं अभी घर पर नहीं हूं मैं कल आकर आपको मकान के पूरे कागजात दिखा दूंगा। वहीं जावेद ने बताया कि हमारा पुश्तैनी मकान हैं उसी बात पर यह लोग विवाद कर रहे हैं यह लोग इन मकान को हड़पना चाहते हैं।

जिसके बाद कल 23 जुलाई की बात है मेरी मां कचरा डालने के लिए बाहर जा रही थी तभी इन लोगों ने मेरी मां के साथ गाली-गलोंच की, उसके बाद यह लोग मेरी मां की वीडियो बनाने गले,जिसके बाद मेरी मां ने उनसे कहा कि गाली-गलौज मत करो,वह लोग नहीं माने तो मेरी मां ने बाल्टी उठाकर उनके मोबाइल में मारी,जिससे वह मेरी मां को उकाये और वीडियो बना लें। लेकिन यह दबंग लोग मेरी मां के साथ मारपीट करने लगे,मेरी मां ने मुझे आवाज लगाई कि जावेद यह मुझे मार रहे हैं,जिसके बाद मैं बाहर आया तो यह सभी लोग डंडे और तलवार लेकर आये और मेरा गला दबा दिया। और मुझे नाली में घुसा-घुसा का मारा।

प्लानिंग के साथ आये थे सभी दबंग-आकर कर दिया सीधे हमला
वहीं जावेद ने बताया कि यह 7 से 8 पुरुष और 2 महिलाऐं थी जो पूरी प्लानिंग के साथ हमें मारने के लिए आये थे,लेकिन यहां विवाद में इन लोगों ने आपस में मारपीट कर ली और एक का नल्ली में पैर फस गया था,और आज यह हॉस्पिटल में एडमिट हैं यह इन लोगों की ही गलती हैं। और हमारे उपर झूठा इल्जाम लगा रहे हैं वहीं उसकी वीडियो भी हमारे पास मौजूद हैं,जिसमें साफ—साफ नजर आ रहा हैं कि एकदम से यह लोग हमारे पास आये और हमारे साथ कैसे मारपीट की हैं। इन लोगों ने हमें जान से मारने की कोशिश की हैं। वहीं जावेद ने बताया कि मेरे दादा जी का नाम रशिक अहमद हैं और यह मकान उन्हीं के नाम हैं यह हमारे दूर से रिश्तेदार हैं।

जावेद की मां ने बताया पूरा मामला
जावेद की मां शहनाज ने बताया कि मैं कचरा डालने के लिए गई थी,तभी तारिश अहमद ने मुझे गालियां देनी शुरू कर दी। जिसके बाद मैंने उससे मना किया तो वह मेरी वीडियो बनाने लगा,जिससे वह रिकॉर्ड कर सके और वह 2 दिन से थाने जा जाकर वीडियो दिखा रहा था। मैंने उसके मोबाइल में बाल्टी मार दी। और वह मेरे साथ मारपीट करने लगे,मारपीट के दौरान मेरे हाथ-पैरों में गंभीर चोटें आई हैं मेरा हाथ भी फैक्चर हैं वहीं शबनम व पुरुषों ने मेरा दुपट्टा खींचा। जिसके बाद मैंने अपने बेटे को बुलाया तो इन सभी 11 से 12 लोगों ने मेरे बेटे के साथ मारपीट कर दी।

घटना के बाद पहुंचे थे हम देहात थाने,पुलिस ने भगा दिया था हमें
घटना के तत्काल बाद मैं एवं मेरे परिजन थाना देहात में रिपोर्ट दर्ज कराने हेतु पहुंचे, लेकिन वहाँ उपस्थित पुलिस अधिकारियों द्वारा हमारी कोई बात नहीं सुनी गई और रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया गया। हमारी फरियाद को नजरअंदाज करते हुए हमें वहां से भगा दिया गया। इस प्रकार की पुलिस की कार्यप्रणाली अत्यंत निराशाजनक है। एक तरफ हम पीड़ित होकर न्याय की उम्मीद लेकर थाने पहुंचे और दूसरी ओर हमारी शिकायत को दर्ज ही नहीं किया गया। इससे स्पष्ट है कि या तो उक्त आरोपियों को किसी का संरक्षण प्राप्त है या फिर पुलिस लापरवाही बरत रही है। दबंग लोग धनी एवं प्रभावशाली है। जबकि हम लोग गरीब लोग हैं मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं।