SHIVPURI NEWS - मेडिकल कॉलेज, 4 घंटे की जंग के बाद 90 साल की महिला को मिला पलंग, पढ़िए खबर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। उंची शान फिके पकवान वाली कहावत शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज पर चरितार्थ होती है। इस मेडिकल कॉलेज मे मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल रहा है। जांच और कागजी खानापूर्ति मे मरीजो को उलझा दिया जाता है जिससे आधे से अधिक मरीज भाग जाते है। यहां पर प्रबंधन के द्वारा केवल खानापूर्ति की जा रही है। आज का मामला एक 90 साल की बुजुर्ग महिला मरीज से जुड़ा है उसके परिजन उसे 4 घंटे की मेहनत के बाद पलंग तक पहुंचा सके,इस 4 घंटे में मरीज स्ट्रेचर पर पड़ा तड़पता रहा और मरीज के परिजनो को जांच ओर कागजी खानापूर्ति मे उलझाए रखा।

4 घंटे बुजुर्ग महिला पड़ी रही स्ट्रेचर पर

आज शुक्रवार की सुबह 11 बजे ग्राम इचोनिया थाना रन्नौद के एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जिसकी घर में पलंग से गिरने से कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर आ गया। बुजुर्ग महिला को आज सुबह इचोनिया से परिजनों द्वारा शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में लाया गया,लेकिन पूरे 4 घंटे तक बुजुर्ग को बिना ट्रीटमेंट के एक्सरे,ईसीजी,पर्चा आदि र्फोमल्टी के बाद पलंग नसीब हुआ।

घंटों घंटों मरीज को लम्बी-लम्बी लाइनों में लगना पड़ना हैं जबकि बुजुर्ग महिला को स्ट्रेचर पर 4 घंटे तक रहना पड़ा। वहीं जब बुजुर्ग महिला को पलंग नसीब हुआ तब वो भी तब हुआ जब एक पेसेंट की छुट्टी हो गई। तब मरीज के परिजनों ने उससे कहा कि भाई साहब आपकी छुट्टी हो गई तो यह पलंग हमें दे दीजिए। क्योंकि हमारी 90 वर्षीय बुजुर्ग मां दर्द से तड़प रही हैं।

लम्बी-लम्बी लाइन में लगकर घंटों-घंटों करना पड़ता हैं मरीज को इंतजार

शिवपुरी जिला अस्पताल से मरीजों को सीधे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया जाता हैं इसके कारण मेडिकल कॉलेज में मरीजों की पर्चा,एक्सरे,ईसीजी,दवाइयों के लिए लम्बी-लम्बी लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता हैं,अगर ऐसे 4-4 घंटे मरीज इन लम्बी-लम्बी लाइनों में लगेंगे तो उन्हें ट्रीटमेंट कर मिलेगा। इस दौरान मरीज की हालत काफी गंभीर हो जाती हैं,और इसी दौरान अगर कोई घटना घटित हो जाती हैं तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।