SHIVPURI NEWS - सावन में 4 सोमवार,100 साल बाद दुर्लभ योग बनने जा रहे है, पढिए यह मास खास क्यो

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिव और शक्ति की साधना का मास सावन आज से शुरू होने जा रहा है। इस माह को सनातन धर्म का सबसे पवित्र माह भी माना जाता है। आज 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहने वाले इस सावन माह में 4 सोमवार रहेंगे,वेदाचार्य और ज्योतिषियों के अनुसार इस बार सावन के चारों सोमवार को 100 साल बाद ऐसे दुर्लभ योग बन रहे है, जिनमें सर्वार्थ सिद्धि, ब्रह्म और इंद्र योग शामिल हैं।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इन योगों में शिव पूजन करने से विशेष लाभ की संभावना है। शुभ संयोगों, सावन सोमवारों और आस्था से जुड़ा यह श्रावण मास इस बार शिव भक्तों के लिए विशेष फलदायी सिद्ध हो सकता है। इस बार सावन को ज्योतिषीय दृष्टि से शिव भक्ति और कामनाओं की सिद्धि के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है। वहीं श्रावण मास का समापन 9 अगस्त को श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के दिन होगा। इस दिन रक्षाबंधन के साथ बुध-आदित्य योग भी बन रहा है, जो ज्ञान, व्यापार और निर्णय लेने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

सावन में व्रत-त्योहार
14 जुलाई को पहला सोमवार, 15 को मंगला गौरी व्रत, 21 को दूसरा सोमवार, 22 को मंगल गौरी व्रत/सावन प्रदोष व्रत, 23 को सावन शिवरात्रि, 24 को हरियाली अमावस्या, 27 को हरियाली तीज, 28 को तीसरा सोमवार/विनायक चतुर्थी, 29 को नागपंचमी/मंगला गौरी व्रत, 4 अगस्त को चौथा सोमवार, 5 को मंगल गौरी व्रत और 9 अगस्त का रक्षाबंधन/सावन पूर्णिमा रहेंगे।

पहला सोमवार 14 जुलाई
पं. लक्ष्मीनारायण शर्मा मंशापूर्ण वालो ने बताया कि बताया कि इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र और आयुष्मान योग का पावन संयोग बन रहा है। इसके साथ ही गणेश चतुर्थी भी इसी दिन पड़ रही है, जो एक दुर्लभ संयोग माना जा रहा है।

दूसरा सोमवार 21 जुलाई
दूसरे सोमवार के दिन चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में होंगे और वृषभ राशि में गोचर करेंगे। इस दिन कामिका एकादशी भी है, जो भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए उत्तम मानी गई है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जो किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए श्रेष्ठ है।

तीसरा सोमवार 28 जुलाई
इस सोमवार को चंद्रमा पूर्वा फाल्गुनी और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में गोचर करेंगे। यह स्थिति मानसिक स्थिरता, भक्ति और ध्यान के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस दिन श्रद्धापूर्वक व्रत और पूजा करने से समस्त पापों का क्षय होता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

चौथा सोमवार 4 अगस्त
यह सोमवार विशेष रूप से पवित्र है क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग और इंद्र योग तीनों का महासंयोग बन रहा है। इस दिन का व्रत व शिवलिंग पर रुद्राभिषेक अत्यंत फलदायी होने वाला है।