शिवपुरी। जिले के बैराड़ क्षेत्र में हाल ही में हुए दो अलग-अलग चक्काजाम की घटनाओं पर पुलिस ने सख्ती दिखाई है. इन दोनों मामलों में कुल 104 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें से 19 लोग नामजद हैं, जबकि 85 अज्ञात लोगों की पहचान सीसीटीवी फुटेज, वीडियो क्लिप्स और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए की जा रही है।
औद्योगिक स्थापना के विरोध में 22 जुलाई का चक्का जाम
22 जुलाई को बैराड़ के ग्राम कालामढ़ में प्रस्तावित उद्योग स्थापना और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के विरोध में ग्रामीणों ने पोहरी-मोहना रोड पर बस स्टैंड के पास चक्का जाम किया था. यह विरोध प्रशासन द्वारा 81 हेक्टेयर में से लगभग 60 हेक्टेयर भूमि को खाली कराए जाने के खिलाफ था. इस भूमि पर सुपरकट वेल्डिंग इंडस्ट्रीज और एमआरबी इंजीनियरिंग नामक दो कंपनियों द्वारा उद्योग स्थापित किए जाने की योजना है, जिसमें करीब 255 करोड़ रुपये का निवेश और 950 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है. हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि वहां अभी भी करीब 100 परिवार रह रहे हैं, जिन्हें बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के उजाड़ा जा रहा है।
इस प्रदर्शन में शामिल 12 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें पप्पू, गुड्डू, चरण सिंह, गोपाल, गिर्राज, रामकुमार, विशाल, अरविंद, भोला, दरवार, विजय पाल और सुशीला जाटव शामिल हैं. ये सभी कालामढ़ और आसपास के गांवों के निवासी हैं. इनके अलावा 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126(2) और 191(2) के तहत केस दर्ज किया गया है।
शव वाहन नहीं मिलने पर 6 जुलाई का चक्का जाम
इससे पहले, 6 जुलाई को गोंदोलीपुरा के मुकेश शाक्य की पार्वती नदी में डूबने से मौत हो गई थी. शव वाहन और एंबुलेंस समय पर नहीं मिलने से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने थाने में विरोध के बाद पोहरी-मोहना रोड पर चक्का जाम कर दिया था. वे पार्वती नदी पर पुल निर्माण की भी मांग कर रहे थे।
इस मामले में तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने कल्याण, वासुदेव, डोंगर, गंगाराम, बाईसराम, हुकुम और मुकेश सहित 7 लोगों को नामजद किया है, जबकि 35 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन पर सड़क अवरुद्ध करने और सरकारी कर्मचारियों से अभद्रता के आरोप हैं।
पुलिस बल तैनात, सख्त कार्रवाई की चेतावनी
बैराड़ थाना प्रभारी रविशंकर कौशल ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी दोषियों पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।