नरेन्द्र जैन खनियांधाना। शिवपुरी जिले की पिछोर अनुविभाग के खनियाधाना पुलिस ने ऐसे गिरोह को ट्रेस करने मे सफलता प्राप्त की है,जो ग्लू गन थम्ब लगाकर लोगों के अकाउंट साफ कर देता था। इस गिरोह का सरगना कियोस्क बैंक संचालित करता है,बताया जा रहा है कि पकडे गई इस गिरोह ने लगभग 20 लाख रुपए से अधिक राशि की लोगों से धोखाधड़ी की है।
खनियाधाना थाना सीमा में आने वाले गता झलकोई मे निवासी बल्लो बाई पत्नी दयाराम आदिवासी उम्र 40 साल ने खनियाधाना पुलिस को बताया कि 4-5 माह पहले मैं अपने पति व अपने गाँव बालो के साथ मजदूरी करने सिमलार गये थे वही पर आरोपी भूपेंद्र लोधी पुत्र हरीलाल लोधी निवासी रूपेपुर आया और बोला कि सब लोगों के बैंक खातों की आधार KYC करना है फिर आरोपी ने हम सभी लोगों की उंगलियो व अंगूठो पर गोंद जैसा पदार्थ चिपका कर हटा लिया था।
उसके बाद मशीन पर उंगली व अंगूठा लगवाये उसके कुछ दिन बाद जब हम लोग पैसे निकालने गये तो बैंक वालों ने बताया कि किसी व्यक्ति ने तुमसे अंगूठा लगवाकर अलग अलग दिनांक में खाते से 10-10 हजार करके कुल 30,000 रुपये निकाल लिये है।
तब समझ आया कि भूपेन्द्र लोधी ने हम लोगों के KYC के नाम पर हमारा नकली अंगूठा बनाकर धोखाधड़ी करके हमारे खातों से पैसे निकाल लिये है। फरियादिया की रिपोर्ट पर से थाना खनियाधाना पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर विवेचना मे लिया गया ।
खनियाधाना पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी भूपेन्द्र लोधी को गिरफ्तार कर विस्तृत पूछताछ की तब पूँछतांछ में भूपेन्द्र लोधी ने बताया की स्वयं की कियोस्क बैंक हैं तथा भूपेन्द्र लोधी अपने साथ धर्मवीर यादव पुत्र भगवत सिंह यादव उम्र 25 साल निवासी ग्राम लोटन थाना मायापुर, करीना लोधी पत्नी शैलेश लोधी निवासी ग्राम कछुआ थाना पिछोर, महावीर यादव पुत्र चंद्रभान यादव निवासी ग्राम लोटन थाना मायापुर के साथ मिलकर बर्ष 2022 से ग्लू गन की सहायता से नकली फिंगरप्रिंट थम्ब बनाकर आरोपी भूपेन्द्र लोधी आदिवासियों के खाते से AEPS के माध्यम से पैसे निकाल कर अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था तथा ये चारों लोग पैसों को आपस में बराबर बाँट लेते थे प्रथम दृष्टया करीबन करीब 200-250 आदिवासियों से KYC का बहाना कर नकली थम्ब बनाकर करीबन 20 लाख रुपये धोखा धड़ी कर निकाल लिए हैं।
आरोपी भूपेंद्र लोधी के कब्जे से करीबन 161 ग्लू से बनाये हुए नकली फिंगरप्रिंट थम्ब बरामद हुए हुए हैं उक्त फिंगरप्रिंट के साथ में प्रत्येक व्यक्ति के अकाऊंट नम्बर एवं नाम लिख रखे हुए थे तथा आरोपी भूपेन्द्र व धर्मवीर यादव ने रुपये निकाल कर एक प्लाट राजापुर चौराहा पर संयुक्त रूप से 5 लाख रुपये में खरीदा व दोनो ने मिलकर उसी प्लाट पर आठ दुकानों का निर्माण किया।
आरोपी के कब्जे से एक VIVO कंपनी का मोबाइल, एक ग्लू गन, 5 ग्लू स्टिक, एक ओटीजी, एक थंब स्कैनर, 161 लोगों के ग्लू से बनाए हुए नकली थम्ब क्लोन अलग अलग 161 पन्नियों में रखे थे उसके अंदर जिस व्यक्ति के थम्ब थे उस व्यक्ति का नाम, आधार नम्बर, बैंक का नाम लिखा हुआ था, तथा 30000 रुपये नकद जप्त किये गये हैं।
और अन्य व्यक्तियों के साथ फ्रॉड होने के पूरी संभावना है विस्तृत पूछताछ हेतु आरोपी का पुलिस रिमांड लिया जा रहा है तथा विस्तृत पूछताछ कर आरोपी के द्वारा फ्रॉड के पैसे से खरीदे गये प्लाट व निर्माणाधीन मकान की जब्ती की कार्यवाही की जाएगी फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।