शिवपुरी। शिवपुरी के कस्बे में आज बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने मीडिया से चर्चा की। इस चर्चा में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस देश में किसी के लिए भय उत्पन्न नही किया जा रहा है। मुसलमानों को यह देश छोड़ने की जरूरत नहीं है। यह देश सबका है। देश संविधान से चलेगा, ना कि बाबा के ज्ञान से।
सबको यहां रहने का अधिकार है। उनके भी दादा-परदादा ने देश को आजादी दिलाने में अपना अहम योगदान दिया है। इसको स्वीकारोक्ति के साथ कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे।
अब बच्चा कट्टर हिंदू पैदा करो
हिंदू नेता लगातार बयान दे रहे है कि बच्चे अधिक पैदा करो इस पर अपने बेबाक अंदाज में पंडित जी ने कहा कि जितने बच्चे उतने ही अच्छे। क्वान्टिटी से ज्यादा क्वालिटी होनी चाहिए। बच्चा एक हो, लेकिन कट्टर हिंदू हो। तीन या चार बच्चे नहीं होने से परिवार का विखंडन हो रहा है। परिवार खत्म हो रहा है। न चाचा का सुख मिल रहा, न बुआ का सुख रहा, न मौसी का सुख मिल रहा। एक या दो बच्चे होने में यह सुख खत्म हो रहा है, इसलिए चार बच्चे जरूरी हैं। बुआ, मौसी, भतीजा, भतीजी सब होना चाहिए। इसलिए चार नहीं 14 हों। क्वांटिटी तो हो, लेकिन क्वालिटी भी हो कि वह कट्टर हिंदू हो।
अपनी पदयात्रा पर यह बोले
तीन दिन पूर्व में ही भारत के हिन्दुओं को एक करने के लिए भेदभाव व छुआछूत से मुक्ति करने के लिए जनजागृती यात्रा की,इस देश की आजादी के बाद इतना बडा कवरेज इस यात्रा को मिला इस यात्रा की सुर्खियां अखबारों चैनलों पर दिखाई गई है। सोशल पर पोस्ट और यात्रा में उमड़ी हिंदुओं की भीड से यह निश्चित हुआ कि इस समय की सबसे बड़ी जनजागृती चेतना यात्रा सनातनी हिन्दू एकता यात्रा थी।
अगली यात्रा के विषय मे
महाराज ने बताया की सन 2025 में वृंदावन से दिल्ली के लिए पद यात्रा करेंगे। और जो संपूर्ण हिंदू समाज को एकत्रित करने के लिए 200.300 सालों में जो यह खाई हिंदुओं में जात पात व उंच नीच की खाई लग गई हैं उस खाई को दूर करने के लिए,हिन्दुओं को एक करने के लिए हम जब तक जिएंगे तब तक कार्य करते रहेंगे।
संविधान में 125 बार संशोधन
पंडित ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भारत देश के संविधान में 125 बार संशोधन हो चुका है,एक बार हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए भी हो जाऐगा। हम हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए कोई राजनीति में नहीं उतरेंगे हमारे देश के कई महान लोग बिना राजनीति में बिना उतरे हुए भी कार्य करते आये हैं।
हमारा विजन और मिशन क्लियर है। कि देश के हिंदुओं को एक करना हिन्दुओं को तर्कवादी बनाना,हिन्दुओं को एक करना। चाहे कुछ भी हो जाये,हम हिन्दुओं को एक करके ही रहेंगे। हम बताने नहीं आये हैं,जातने आये हैं,हम जगाने आए हैं हम जगा कर जायेंगे। चाहे कोई कुछ भी करले,ना रुकेंगे,ना छोड़ेंगे और ना ही रूकेगें।
मारने की धमकी पर यह बोले पंडित जी
वीडियो के माध्यम से हमें भी खबर मिली है। कोई जत्थे के सरदार श्री परवाना जी हैं। उन्होंने हमारे वीडियो के अर्थ को अनर्थ समझा। मैंने पदयात्रा के मध्य में उत्तर प्रदेश के संभल में जो जामा मस्जिद के लिए कोर्ट में अभी मुकदमा चल रहा है, एएसआई सर्वे भी हुआ। सर्वे के तहत हरिहर मंदिर के प्राचीन लेख और इतिहास मिले... इस संबंध में बयान दिया था।
मैंने कहा था- यदि कोर्ट अपना आदेश निकालेगी तो हम सब महात्मा वहां जाकर प्राण-प्रतिष्ठा और अभिषेक करेंगे। पंजाब के परवाना जी ने जान से मारने की धमकी दी है। सरदार हमारे, सिख हमारे भाई हैं। हमारा परिवार हैं। उनकी तालियां, गालियां, धमकियां, उनका प्यार सब हमें स्वीकार है। उनकाे समझने में थोड़ा सा भेद हो गया, इसलिए उन्होंने इस प्रकार के शब्दों को बोला है।
हम नहीं चाहते कि हिंदू और सिख दो अलग-अलग हो जाएं, क्योंकि हर मंदिर साहेब के प्रति हमारी स्वयं की निष्ठा है। हम स्वयं गुरुओं की पावन नगरी अमृतसर जाएंगे। परवाना जी हमारे अपने हैं। सिख धर्म के सब हमारे अपने हैं। परवाना जी ने जो भी कहा है, उनसे भूल हुई है।
एक बार हमारे बयान को फिर से सुनें। यह संभल के हरिहर मंदिर को लेकर चर्चा थी, न कि हरमंदिर साहिब...। हरमंदिर साहिब... हमारे आदर्श हैं, गुरुग्रंथ साहिब के प्रति हमारी अपार श्रद्धा है, बाकी कानून अपने हिसाब से देख रहा है।
वहीं महाराज जी ने बताया कि हमें एक सोशल मीडिया से एक खबर मिली थी कोई जथ्थे के सरदार श्री परवाना जी हैं उन्होंने वीडियों के अर्थ को अनर्थ समझा था,जो कि जो हमने वयान दिया था उत्तरप्रदेश के संबंध में जो जामा मस्जिद के लिए एक कोर्ट में अभी मुकदमा भी चल रहा हैं एएसआई सर्वे भी हुई एएसआई के सर्वे के अन्तर्गत जो अहिहर मंदिर के जो प्राचीन लेख व इतिहास मिले उस बात पर हमने वयान दिया था कि कोर्ट अपना आदेश निकालेगी तो हम सब महात्मा मिलकर वहां जाकर प्राण-प्रतिष्ठा व अभिषेक करेंगे।
पंजाब के परवाना जी के विषय में हमें मीडिया के माध्यम से पता चला कि उन्हें जान से मारने की जो धमकी मिली थी सरदार,सिक्क हमारे भाई हैं हमारा परिवार हैं अगर उनकी हमको गालियां मिलेंगी वह भी हमें स्वीकार हैं। उनकी तालिया और प्यार भी हमें स्वीकार हैं। पर उनका समझने में थोड़ा भेद हो गया हैं,इस लिए उन्होंने इस प्रकार के शब्दो को बोला हैं,लेकिन हम नहीं चाहते कि हिन्दु और सिक्क दो अलग-अलग हो जाये, क्योंकि हमारी खुद की गुरूओं के प्रति हमारी अपार श्रृद्धा हैं गुरू परमपरा के प्रति हमारी निष्ठा हैं हम खुद चाहते हैं कि हम अमृतसर जाकर उस पावन नगरी गुरूओं के हम दर्शन करें।