शिवपुरी। आज से पितृपक्ष विदा हो चुके है,कल से नवरात्रि का श्रीगणेश हो जाऐगा। शहर भी तैयार है नवरात्रियो का स्वागत करने के लिए। शास्त्रों में इन नवरात्रियो को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है,माना जाता है कि नवरात्रि के शुरू होते ही शरद ऋतु का आगमन हो जाता है लेकिन मौसम के मीटर पर नजर डाली जाए तो इस बार की नवरात्रि में पारा घटेगा नहीं बल्कि उल्टा बढ़ता जाऐगा।
मौसम का मीटर बता रहा है कि आज से मानसून मप्र से विदा हो चुका है और उसने अपना वापस लौटने का विधिवत रास्ता बना लिया है। मानसून की विदाई वाली रेखा लखीमपुर खीरी लखीमपुर खीरी, शिवपुरी, कोटा, उदयपुर, दिसा, सुरेंद्रनगर और जूनागढ़ से गुजर रही है,कुल मिलाकर पितृपक्ष की विदाई के साथ मानसून भी विदा हो चुका है।
शुष्क हवाएं हुई लापता
शारदीय नवरात्रि आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है। शारदीय नवरात्रि से गुलाबी सर्दी की शुरुआत हो जाती है,और धीरे धीरे पारा नीचे उतरता जाता है। माना जाता है कि शुष्क हवाए आना शुरू हो जाती है जो एसी की तरह काम करती है और वातावरण का ठंडा करती है यह हवाएं पाकिस्तान की ओर से आती है,लेकिन इस बार मौसम के मीटर में पाकिस्तान से हवाए चलना शुरू नहीं हुई है,इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि इस बार नवरात्रि से पारा लुढकना नहीं उछलना शुरू होगा।