कोलारस। शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील की रिजौदा गांव में शुक्रवार को एक किसान के खेत में बोर कराते समय जमीन से लगभग 300 फीट गहराई से गंगा प्रकट हुई। पानी की एक मोटी धार जमीन से निकलते हुए 35 फीट ऊंचाई तक गई और पानी इसी स्पीड से इसी प्रकार का मोटा फुब्बारा 20 मिनट तक चलता रहा।
इस चिलचिलाती गर्मी में जहां एक ओर बोरवेल और कुंए सहित प्राकृतिक जल स्रोतों का जलस्तर लगातार तेजी से नीचे गिर रहा है। इस स्थिति में जमीन के 300 फुट गहरे से जमीन के 20 फीट ऊपर तक पानी का निकलना किसी चमत्कार से कम नही है। इस चमत्कार को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई और लोग अपने स्तर से बाते कर रहे थे।
कोलारस तहसील क रिजौदा गांव में निवास करने वाले किसान राजकुमार रघुवंशी ने बताया कि हमारा 50 बीघा का फार्म हाउस है,लेकिन लगातार पानी का अभाव बना रहता था इस कारण खेती नही कर पा रहे थे। फार्म हाउस पर पानी के लिए लगातार 7 बार बोर कराया लेकिन उनमें से पानी नही निकलता और 800 फुट गहरे बोर वैल तक केवल धूल ही निकलती रहती थी।
लगातार 7 बार बोरवेल करवाने के बाद भी पानी का नही मिलना नसीब को कोसते रहते थे,लेकिन फिर हिम्मत करके 8वीं बार बोर करवाने का फैसला लिया। शुक्रवार को पूजा पाठ कर बोर करवाने की शुरुआत की,उम्मीद थी कि कम से कम 600 फुट करवाने के बाद भगवान सुन लेगा और पानी मिल ही जाएगा ।
लेकिन जब भगवान देता है तो छप्पर फाड कर ही देता है। मशीन के ड्रिल जैसे ही 300 फुट तक गई जैसे ही पानी का एक फुब्बारा जमीन के नीचे से निकला और 30 फुट तक की उंचाई तक गया,जमीन से निकले पानी के इस फुब्बारे में इतनी ताकत थी कि बोरिंग मशीन के पीछे के दोनो टायर तक उठ गए।यह फव्वारा जमीन से करीब 35 फीट ऊंचाई तक उठा और करीब 20 तक चलता रहा। बाद में मशीन ने 600 फीट तक गहरा बोर किया। उन्हें आठवीं बार के बोर में भरपूर पानी मिला है।
दोनों भाइयों पर गंगा माई मेहरबान
ग्रामीणों की माने रिजौदा गांव में जलस्तर बहुत नीचे पहुंच गया है। बोर सूखे ही निकलता है। लेकिन राजकुमार रघुवंशी के परिवार पर ग्रामीण गंगा माई का आशीर्वाद मान रहे हैं। क्योंकि एक महीने पहले राजकुमार रघुवंशी के भाई मुकेश रघुवंशी ने भी अपने खेत में सातवीं बार बोर कराया था। तब भी ऐसा ही फव्वारा निकला था।