शिवपुरी। ग्वालियर एसडीएम ऑफिस में शिवपुरी के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ एक कर्मचारी के जाति प्रमाण पत्र का मामला सामने आया है। कर्मचारी द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति प्राप्त कर ली गई थी। विभाग के अधिकारी द्वारा इस जाति प्रमाण पत्र का सत्यापन करने के लिए एसडीएम कार्यालय को पत्र लिखा गया तब फर्जी जाति प्रमाण-पत्र को सही बताते हुए फर्जी सत्यापन पत्र भी संबंधित अधिकारी को भेज दिया गया और बाद में सामने आया असली सत्यापन पत्र जिसमें उक्त जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। मामला सामने आने की तीन दिन बाद भी एसडीएम सहित अन्य अधिकारी दोषियों पर कार्यवाही करने की बजाय एक दूसरे पर मामला टाल रहे हैं।
मामला लश्कर एसडीएम कार्यालय का है जहां से यह जाति प्रमाण पत्र जारी होना बताया गया था और इस फर्जी जाति प्रमाण-पत्र को प्रस्तुत कर महेंद्र सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी प्राप्त कर ली। महेंद्र सिंह नामक यह व्यक्ति वर्तमान में जिला शिवपुरी के ग्राम सिरसौद करैरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर फार्मासिस्ट के पद पर पदस्थ है।
अक्टूबर 2023 में शिवपुरी सीएमएचओ कार्यालय में इनके जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए एक शिकायत की गई उसके बाद सीएमएचओ शिवपुरी द्वारा लश्कर एसडीएम की ओर पत्र लिखकर इस जाति प्रमाण-पत्र का सत्यापन चाहा गया। जवाब में भेजे गए एसडीएम (लश्कर) कार्यालय के पत्र दिनांक 17 जनवरी 2024 में यह जाति प्रमाण-पत्र पत्र, विभाग के रिकॉर्ड में दर्ज होना नहीं पाया गया अर्थात यह प्रमाण-पत्र फर्जी है।
लेकिन सीएमएचओ शिवपुरी तक पहुंचते पहुंचते यह पत्र बदल गया जिसमें इस जाति प्रमाण-पत्र पत्र को सही बताया गया। अब मामला सामने आने के बाद एसडीएम और अन्य संबंधित अधिकारी एक दूसरे पर मामला टालते नजर आ रहे हैं।
हालांकि यह पहला मामला नहीं है, जानकारी के अनुसार ग्वालियर के जेएएच अस्पताल में पदस्थ एक डॉक्टर का भी, इसी तरह का जाति प्रमाण-पत्र सामने आया जिसमें दो तरह के सत्यापन जारी कर दिए गए थे, इसमें एक महिला डॉक्टर का जाति प्रमाण-पत्र प्रथम सत्यापन में संदिग्ध पाया गया था और यह प्रमाण पत्र उनके पति की जाति के आधार पर जारी किया गया जबकि नियमानुसार जाति प्रमाण पत्र पिता की जाति के आधार पर जारी किया जाता है। सूत्रों के अनुसार जाति प्रमाण पत्र घोटाला अपने आप में एक बहुत बड़ा घोटाला है जो कि जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते लगातार छुपाया जा रहा है।
इनका कहना है
जाति प्रमाण पत्र के फर्जी सत्यापन पत्र का मामला जानकारी में आया है यदि शिवपुरी सीएमएचओ इस संबंध में हमें लिखित में जानकारी देंगे तो हम दोषियों पर कार्रवाई करेंगे। सर्कुलर के अनुसार जाति प्रमाण-पत्र, पिता की जाति के आधार पर जारी किया जाता है।
नरेश गुप्ता, एसडीएम (लश्कर), ग्वालियर
इनका कहना है
हमारे कार्यालय में फर्जी सत्यापन पत्र भेजा गया, मैने एसडीएम कार्यालय लश्कर से असली सत्यापन पत्र प्राप्त कर लिया है, एसडीएम साहब ने चर्चा में कहा कि दोषियों पर प्रकरण दर्ज करवा कर कार्रवाई करेंगे, वही दोनों को प्रणाम करना बाकी है कौन सा असली है और कौन सा नकली है।
डॉ अमर सिंह जांच अधिकारी,सीएमएचओ कार्यालय शिवपुरी