SHIVPURI NEWS- शिवपुरी के ग्रामीण युवा ने बनाया किसानों के लिए उपयोगी यूनिक प्रोडक्ट,बिजली, पानी और समय की बचत करेगा

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी तहसील और पोहरी विधानसभा में आने वाले गांव टेहटा हिम्मतगढ़ के एक युवक ने एक यूनिक  प्रोडक्ट   का आविष्कार किया हैं यह प्रोजेक्ट बिजली की खपत को कम करेगा साथ ही किसानों की मोटर के लिए उपयोगी है। किसानो के द्वारा पनडुब्बी मोटर का उपयोग फसलों में पानी देने के लिए किया जाता है,यह  प्रोडक्ट   पानी का लेवल कम हो जाने पर मोटर को स्वत: ही बंद कर देगा और पानी का लेवल बढ़ जाने पर मोटर को आटोमैटिक ही चालू कर देगा।

इससे किसानों को 2 फायदे है पानी नही होने की दशा में मोटर चालू रहती है जल्दी ही खराब हो जाती है वह खराब नहीं होगी,और मोटर के बिना पानी के चालू नहीं होने रहने पर बिजली की भी खपत होगी। इस  प्रोडक्ट   का नाम युवा ने मोटर वाटर मास्टर ऑटोकट रखा है। युवा इस मॉडल का पेटेंट करना चाहता है और देश को समर्पित करना चाहता है लेकिन पेटेंट कराने के लिए उसके पास पैसा नही है और ना ही इस यूनिक प्रोजेक्ट को अधिक संख्या में बनाने का पैसा है।

हिम्मगढ गांव के रहने वाले शैलेंद्र धाकड़ जो 12 वीं पास ने बातया कि यह  प्रोडक्ट   काफी उपयोगी है यह  प्रोडक्ट   पानी खत्म होने पर मोटर को बंद कर देता है जैसे ही पानी इस प्रोजेक्ट की लेवल पर पहुंचता है यह मोटर को चालू कर देता है,यह प्रोजेक्ट AC और DC करंट पर चलने वाला है,यह  प्रोडक्ट  सोलर पंप पर भी अपना काम करता है। इस  प्रोडक्ट   के द्वारा एक साथ एक ही समय में 10 मोटर या इससे अधिक मोटर भी एक साथ चलाई जा सकती हैं,यह  प्रोडक्ट   0.5 से लेकर 100 HP तक की मोटर को भी चला सकता है। इस  प्रोडक्ट मैं वोल्टेज का कोई इशू नहीं है

युवा ने बताया कि अभी तक मार्केट में जो  प्रोडक्ट उपलब्ध हैं वह 0.5 HP से लेकर 1HP सिंगल फेज पर चलने वाले प्रोडक्ट हैं जिसमें एक  प्रोडक्ट   के द्वारा एक ही मोटर चलाई जा सकती है जो अधिकतर राजस्थान में उपयोग होते हैं जिनकी कीमत 3000 से लेकर 50000 तक है जो सिर्फ घरेलू कार्यों के लिए उपलब्ध है। मोटर वाटर मास्टर प्रोजेक्ट मात्र 600 से 800 रुपये में बाजार में उपलब्ध हो सकता है

परन्तु इस  प्रोडक्ट से घरेलू कार्यों से लेकर किसानों के लिए कुआं , तालाब,नहर, स्टॉक डैम,,,, के साथ में सरकार के द्वारा बनाए जाने वाले पानी के सैम्बेल टैंक में कार्य करता है जिससे किस कॉलोनी को कितना पानी देना है उसको उसकी उचित जगह पर मेंटेनेंस कर दिया जाता है उसे 1 इंची पानी कम या ज्यादा नहीं पहुंचेगा।

सैम्बेल से भरी जाने वाली पानी कि टंकी के लिए भी उपयोग किया जा सकता है, सैम्बेल के अंदर उचित लेवल पर सेट करके पानी की टंकी को भरते हैं तो पानी की टंकी से पानी ओवरफ्लो नहीं होगा जिससे पानी वेस्टीज नहीं होगा।अभी तक इस जैसा प्रोजेक्ट विश्व में कहीं भी नहीं बना है। यहा प्रोजेक्ट सिंगल फेज करंट से लेकर थ्री फेज करंट तक काम करता है।

शैलेन्द्र धाकड़ ने बताया कि प्रोडक्ट का डेमो इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी,आरजीपीवी, सतनवाड़ा कॉलेज शिवपुरी मैं DEMO करा चुके हैं। इस प्रोजेक्ट को विश्व वैज्ञानिक दिवस के दिन INNOVATIVE PROTOTYPE MODEL MAKING के लिए सम्मानित भी किया गया था।

यह चाहता है सरकार से युवा
इस प्रोजेक्ट किसानो के हाथो में पहुचाने के लिए थोक में इसका निर्माण करना होगा,जब ही रेंट कंट्रोल हो पाऐगी। इसलिए मुझे लोन से चाहिए,इस प्रोजेक्ट के लिए लोन से लेने की सहायता करने के लिए एसडीएम पोहरी को आवदेन भी सौंपा था। अगर ऐसा नहीं होता तो मध्य प्रदेश सरकार इस प्रोजेक्ट को अपने हैंडोवर लेकर किसी भी कंपनी के द्वारा इस मोटर वाटर मास्टर ऑटो कट प्रोजेक्ट बन बाकर किसानों एवं सरकार के लिए उपलब्ध करा सकें,इस जन हितैषी प्रोजेक्ट की इंकम से मुझे एक भी पैसा नहीं चाहिए। मेरी अपेक्षा सिर्फ इतनी है कि किसी भी तरह यह  प्रोडक्ट   किसानों एवं सरकार के लिए उपलब्ध हो सके। जो आने वाले समय के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा ।क्योंकि इस प्रोजेक्ट की वजह से किसानों एवं सरकार का रुपया एवं पानी दोनों की बचत होगी।