काजल सिकरवार शिवपुरी। पोहरी के विधायक एंव मप्र सरकार में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राठखेडा का विवादित बयान सोशल पर वायरल हो रहा है। मंत्री राठखेड़ा ने कहा कि यह महाराज नहीं है श्रीकृष्ण है, मेरे श्री कुष्ण है, हम सबके श्रीकृष्ण है, हमोर श्रीकृष्ण है। इस बयान के बाद राठखेडा पर यादव समाज के नेताओं के द्वारा हमले हो रहे है स्पष्ट शब्दों में चेतावनी सोशल से जारी हो रही है कि हमारे आराध्य की किसी से तुलना करना हमारे भावनाओ को ठेस पहुंचाने वाली है। मंत्री जी अपने शब्द वापस ले और यादव समाज से माफी मांगे।
बताया जा रहा है कि गुना जिले राधौगढ में किरार धाकड़ समाज के मंच का कार्यक्रम था। इस मंच पर प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह,केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंचासीन थे और माइक मंत्री राठखेडा के हाथ में था। सिंधिया समर्थक,सिंधिया की कृपा पात्र बिना योग्यता के मंत्री बने पोहरी विधायक और राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा ने अपने आप को शिवराज से अधिक सिंधिया भक्त बताते हुए सिंधिया शरणम गच्छामि का मंत्र जाप करते हुए अति उत्साह में विवादित बोल बोल दिए।
राठखेड़ा ने कहा श्रीमंत महाराज साहब महाराज नहीं है श्रीकृष्ण है,मेरे श्रीकृष्ण है,हम सबके श्रीकृष्ण है हमारे श्रीकृष्ण है जैसे ही यह बयान वाली वीडियो सोशल पर वायरल हुई तो यादव समाज ने इस विवादित बोल का विरोध शुरू कर दिया।
इस बयान के बाद राजनीति गरमा गई है, लगातार मंत्री के खिलाफ पोस्ट की जा रही है। शिवपुरी यादव समाज के नेता राजकुमार यादव ने एक वीडियो सोशल पर डाला है। और मंत्री को चेतावनी दी है। अगर मंत्री सुरेश धाकड़ के द्वारा माफी नहीं मांगी तो आंदोलन होगा। राठखेड़ा का श्रीकृष्ण वाला बयान अब भाजपा को भारी पड रहा है। क्योंकि यादव समाज भगवान श्रीकृष्ण को अपना आराध्य मानता है। समाज का मानना है,कि वह श्रीकृष्ण के ही वंशज है,फिलहाल तो यादव समाज की श्रीकृष्ण वाले बयान पर विरोध कर रहा है मुरली वाले हिन्दुओं में सर्वाधिक पूजने वाले लोग है,यादव समाज ही बरन पूरा हिन्दू समाज श्रीकृष्ण को अपना आराध्य मानता है,इसलिए मंत्री के यह विवादित वोल भाजपा को भारी पड़ सकते है।
इस मामले में यादव महासभा के प्रदेश महासभा के प्रदेश महासचिव बंटी यादव ने कहा कि इस तरह के बयान की निंदा करता हूं,आप राजनीतिक क्षेत्र मे आप महान हो सकते है,भगवान बनने की कोशिश ना करे,अगर भगवान बनना है तो लंगोट लगाकर जंगल में चले जाए। इतिहास गवाह है कि जो वन गया वह बन गया,श्री राम वन गए,महावीर वन गए और भगवान बुद्ध भी वन गए थे। आपको भी इस प्रक्रिया से गुजरना पडेगा। यादव समाज इस तरह के बयान का विरोध करता है।