BRC कोलारस, बदरवास एवं APC अकादमिक की हुई मूल विभाग में वापसी, DEO ने नियुक्ति निरस्त करने का भेजा आदेश

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। शिवपुरी जिले के जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में प्रभारी के पद पर रहे संजय श्रीवास्तव के सहेली वाले आडियो वायरल काण्ड में नप गए। इसके बाद डाइट के प्राचार्य ने जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में अशोक श्रीवास्तव पदासीन हुए। डाइट के प्राचार्य रहे डीईओ का पहला आदेश बडा ही टाइट था कि जिले के शिक्षा विभाग में अटैचमेंट खत्म किए जाते है। अटैचमेंट के रूप में सभी शिक्षकों की अपने मूल विभाग में वापसी होगी। सहेली वाला आडियो संजय श्रीवास्तव पर ही नही भारी पड़ा जो शिक्षक अटैचमेंट रूपी कवच में लिपटे हुए नौकरी को आराम का मामला समझ रहे थे उन्हें अब फिर से चौक और डस्टर उठाना पडा।

शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त होने के मामले में शिक्षकों की अपने मूल विभाग में वापसी हो रही हैं इसी क्रम में घूमन सिंह गोलिया कोलारस बीआरसी के रूप में तो राजेश कम्ठान बीआरसी बदरवास के रूप में अपनी सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर शिक्षा मिशन को दे रहे थे। इसी प्रकार अशोक जैन एपीसी अकादमिक के रूप में जिला शिक्षा केंद्र में सालों से प्रतिनियुक्त पर कार्य कर रहे थे।

शिक्षा मिशन द्वारा हाल ही में परीक्षा के माध्यम से आठों ब्लाक में वीआरसीसी व एपीसी की नियुक्तियां की हैं। उक्त नई नियुक्ति होने के उपरांत बीआरसी कोलारस घूमन सिंह गोलिया, वीआरसीसी बदरवास राजेश कम्ठान, एपीसी अकादमिक अशोक जैन की शिक्षा विभाग में वापसी हो गई। तीनों ने डीईओ कार्यालय में आकर अपनी ज्वाइनिंग दी। घूमन सिंह गोलिया इंवार स्कूल के मावि खतौरा में पदस्थ कर दिए गए हैं जबकि राजेश कम्ठान को मावि बड़ौदी सड़क में पोस्टिंग दी गई है। इसी प्रकार अशोक जैन को मावि ठकुरपुरा में पदस्थ कर दिया गया है।

अब इन तीनो की पोस्टिंग को लेकर शिक्षा विभाग में खुसर फुसर शुरू हो गई हैं। नियमों के टाइट के रूप में पहचाने जाने वाले डीईओ अशोक श्रीवास्तव की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा हैं कि बात अगर प्रक्रिया की करें तो जिला शिक्षा केंद्र से प्रतिनियुक्त समाप्त होने के उपरांत तीनों को डीईओ कार्यालय में ज्वाइन करना था। चूंकि तीनो मिडिल स्कूल के हेड मास्टर हैं, ऐसे में तीनों की पोस्टिंग का प्रस्ताव भोपाल जाना चाहिए था।

वहां से तीनों की पोस्टिंग की जानी चाहिए थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने तीनों की पोस्टिंग करने से पहले इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया। बताया जा रहा है कि तीनों की पोस्टिंग शिवपुरी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ही वरिष्ठ कार्यालय के संज्ञान में लाए बिना ही कर दी गई है।

तीनो की नियुक्ति निरस्त करने का प्रस्ताव जेडी कार्यालय भेजा
इस संबंध में जब डीईओ अशोक श्रीवास्तव से बात की गई तो उनका कहना था कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने तीनों शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त करने के लिए प्रस्ताव तैयार करके जेडी कार्यालय भेज दिया है। अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रस्ताव जेडी कार्यालय से भोपाल भेजा जाएगा। वहां से तीनों की नियुक्ति निरस्त होकर पुनः नियुक्तियां की जाएंगी।
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