SHIVPURI की पहचान तात्या टोपे फिजिकल कॉलेज होगा शटडाउन, एजुकेशन हब के रूप में विकसित होने लगा है शहर

Bhopal Samachar
शिवपुरी।
शिवपुरी की पहचान तात्या टोपे राज्य शारीरिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण महाविद्यालय को मप्र सरकार अब शटडाउन कर रही हैं। यह काॅलेज मप्र में खेल प्रशिक्षक तैयार करने के कारण मप्र में शिवपुरी की पहचान बन चुका था। इस कॉलेज में प्रतिवर्ष 55 खेल प्रशिक्षक तैयार होते थे,लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इस कॉलेज को 1 नवंबर 1956 में खोला गया था। यह खबर आपको निराश कर  सकती हैं लेकिन इस निगेटिब खबर में एक पॉजिटिव न्यूज भी टिमटिमा रही हैं पढ़ते रहिए आगे

तात्या टोपे कॉलेज में प्रतिवर्ष 400 से 500 शिक्षक इस कॉलेज से खेल प्रशिक्षण की डिग्री लेने के लिए आवेदन करते थे। कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए शिक्षकों को कठिन टेस्ट से होकर गुजरना होता था। इसमें 100 मीटर, 800 मीटर की दौड़ के अलावा लंबी कूद, गोला फेंक, हाई जंप, मेजर गेम और माइनर गेम में जीत हासिल करनी होती थी। फिजिकल टेस्ट पास करने के बाद लिखित परीक्षा होती थी। उसमें बनने वाली मेरिट के आधार पर 55 लोगों का चयन किया जाता था। यह चयनित शिक्षक फिर साल भर की ट्रेनिंग लेकर खेल प्रशिक्षक बनते थे।

सरकार ने पोस्ट ही नहीं निकाली सबसे बड़ा कारण बंद होने का

शिक्षा विभाग में करीब एक दशक से अधिक समय बीत जाने के उपरांत भी खेल शिक्षकों की जगह नहीं आई है। ऐसे में अब युवाओं का इस कोर्स को लेकर रूझान कम हो गया है। वहीं दूसरी ओर प्रदेशभर के स्कूलों में पदस्थ शिक्षक ही यहां कोर्स करने के लिए आते हैं, लेकिन यहां से कोर्स करके जने के उपरांत वह सिर्फ बच्चे को पढ़ाने में ही लगे रहते हैं कुल मिलाकर उनके कोर्स की भी कोई बहुत अधिक उपयोगिता नहीं रह जाती है। इस कारण इस कॉलेज का शटडाउन करने की प्लानिंग भोपाल स्तर से शुरू हो चुकी हैं।

खेल और युवक कल्याण विभाग में हो सकता है मर्ज

स्कूल शिक्षा विभाग व खेल एवं युवा कल्याण विभाग के पीएस स्तर पर बैठक हुई हैं। इस कॉलेज को शटडाउन करने के लिए इस मीटिंग में दोनो की विभागो के पीएस ने आपस में सहमति बनाई हैं कि राज्य शारीरिक महाविद्यालय को खेल एवं युवा कल्याण विभाग में मर्ज कर दिया जाए। खेल एवं युवा कल्याण विभाग इस कॉलेज का संचालन करेगा।

यह अब यह होंगे यह कोर्स,टीम कर चुकी है सर्वे

इस कॉलेज में खेल एवं युवा कल्याण विभाग डीपीएड, एमपीएड, एनआईएस सहित योगा आदि से संबंधित छोटे-छोटे कई फोर्स कराए जाएं। इस योजना पर बड़ी तेजी से काम चल रहा है। इसी के चलते राज्य स्तर की टीम भी कालेज का निरीक्षण कर चुकी है। अगर सब कुछ सही रहा तो बहुत जल्द फिजिकल कालेज की कमान शिक्षा विभाग की जगह खेल एवं युवा कल्याण विभाग के हाथों में होगी।

स्कूल शिक्षा विभाग कहां कराएगा डिप्लोमा

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि अभी तक स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक जो यहां पर डीपीएड करने के लिए आते थे, आगे उनका क्या होगा, क्या उन शिक्षकों के लिए यह कोर्स बंद कर दिया जाएगा अथवा उन्हें भी इसी इंस्टीट्यूशन में प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी यह भी संभव है कि शिक्षकों के लिए यह कोर्स पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। फिलहाल यह सब भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है।

शिवपुरी एजुकेशन के हब के रूप में एक और कदम

अगर प्रवेश स्तर पर चल रही प्लानिंग सफल हो जाती है तो यह तय है कि यहां जल्द ही पूरे प्रदेश से विद्यार्थी कोर्स करने आया करेंगे। ऐसा होने पर यहां कई तरह के अवसर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस स्थिति में शिवपुरी के एजूकेशन हब के रूप में विकसित होने लगेगा, क्योंकि यहां मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कालेज,राज्य पुरूष एवं महिला क्रिकेट अकादमी पहले से ही स्थित हैं।

यह सही है कि प्रदेश स्तर पर दोनों विभागों के पीएस की बैठक हो चुकी है। यहाँ कोर्स बढ़ाने के साथ में सर्व हो चुका है लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यहां अब तक शिक्षा विभाग के जो शिक्षक प्रशिक्षण लिया करते थे उनका क्या होगा।
जगदीश मकवाना प्रिंसिपल फिजिकल कॉलेज, शिवपुरी।
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