शिवपुरी। मौसम की करवट से सिंध की धार कम हो गई,नदी के कैचमेंट एरिया में बादलो ने जमकर पानी छोडा जिससे बांध के 10 गेट तक खोलने पड़े थे,अब बदल पानी वर्षा कर अपने घर लौट गए,जिससे सिंध नदी मे पानी बहने रफ्तार पर असर पड गया और इस कारण बांध की बिजली उत्पादन इकाई का बिजली उत्पादन घट गया हैं।
बुधवार की शाम से बिजली उत्पादन के लिए पानी घटा कर 140 क्यूमेक्स कर दिया है। अब बांध पर 60 की जगह 20 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। यानी 40 मेगावाट बिजली उत्पादन कम हो गया है।
मड़ीखेड़ा बांध का बुधवार की रात 8 बजे जल स्तर 345.40 मीटर दर्ज किया गया। मानसून अंत तक बांध को 346.25 मीटर तक भरा जाना है। शिवपुरी जिले के अलावा सिंध नदी के कैचमेंट एरिया में भी बारिश अपेक्षाकृत कम रह गई है। रबी फसलों की सिंचाई को ध्यान में रखते हुए बांध को पूरा भरने की तैयारी चल रही है। सिंचाई के लिए पानी छोड़ने के साथ ही बिजली उत्पादन भी आगे जारी रहेगा। हालांकि गर्मियों में बिजली उत्पादन बंद हो जाता है।
मोहिनी सागर बांध के गेट भी बंद
मड़ीखेड़ा बांध के गेट बंद रहने से नीचे सिंध नदी पर बने मोहिनी सागर बांध नरवर कम पानी पहुंचने लगा। अब बिजली उत्पादन के लिए भी पानी की मात्रा घटा देने से मोहिनी सागर के गेट भी बंद कर दिए हैं। भविष्य में पानी बढ़ने से गेट खोलने की नौबत आ सकती है, इसलिए लोगों को आगाह भी किया है कि नदी के आसपास क्षेत्र से दूर रहें।
बुधवार की शाम से बिजली उत्पादन के लिए पानी घटा कर 140 क्यूमेक्स कर दिया है। अब बांध पर 60 की जगह 20 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। यानी 40 मेगावाट बिजली उत्पादन कम हो गया है।
मड़ीखेड़ा बांध का बुधवार की रात 8 बजे जल स्तर 345.40 मीटर दर्ज किया गया। मानसून अंत तक बांध को 346.25 मीटर तक भरा जाना है। शिवपुरी जिले के अलावा सिंध नदी के कैचमेंट एरिया में भी बारिश अपेक्षाकृत कम रह गई है। रबी फसलों की सिंचाई को ध्यान में रखते हुए बांध को पूरा भरने की तैयारी चल रही है। सिंचाई के लिए पानी छोड़ने के साथ ही बिजली उत्पादन भी आगे जारी रहेगा। हालांकि गर्मियों में बिजली उत्पादन बंद हो जाता है।
मोहिनी सागर बांध के गेट भी बंद
मड़ीखेड़ा बांध के गेट बंद रहने से नीचे सिंध नदी पर बने मोहिनी सागर बांध नरवर कम पानी पहुंचने लगा। अब बिजली उत्पादन के लिए भी पानी की मात्रा घटा देने से मोहिनी सागर के गेट भी बंद कर दिए हैं। भविष्य में पानी बढ़ने से गेट खोलने की नौबत आ सकती है, इसलिए लोगों को आगाह भी किया है कि नदी के आसपास क्षेत्र से दूर रहें।