badarwas news- कागजों में गौशाला, सडक पर गौमाता हादसो का शिकार -पढिए खबर का विश्लेषण

Bhopal Samachar

संजीव जाट @ बदरवास। बदरवास जनपद में कागजों में लगभग 20 गोशालाओं का निर्माण हो चुका है,गौशाला के लिए आए बजट को भी मिटा दिया गया है। मसाला भी बन चुकी है,लेकिन इन गोशाला में गोवंश का गृह प्रवेश नहीं है। फोरलेन पर लगातार गोवंश के दुर्घटना में मरने की खबर आ रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि जिम्मेदार ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी लेने से तैयार नही है। जनपद में 20 गौशाला,लेकिन गौमाता सड़क पर पढिए भ्रष्टाचार से भरी इस खबर का पूर्ण विश्लेषण 

बदरवास. गोशाला बनाने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं फिर भी मवेशियों को ठहरने के लिए इनमें जगह नसीब नहीं हो रही है। इसकी बानगी बदरवास जनपद क्षेत्र में देखी जा सकती है। कहने को तत्कालीन कांग्रेस शासन काल में तीन साल पहले गोशाला बनाई थी, लेकिन यह गौशाला आठ महीने संचालित होने के बाद उसे बंद हुई कि आज तक चालू नहीं हुई। नतीजा गाय और दूसरे मवेशियों ने सड़क पर ठिकाना बना लिया और आमजन के लिए मुसीबत का कारण बने हुए हैं। सड़क पर बैठे इन मवेशियों की वजह से वाहन चालक आए दिन हादसे का शिकार हो रहे हैं।

जानकारी के अनुसार बदरवास में लुकवासा से लेकर अटलपुर तक हाइवे पर सैकड़ो गाय बैठी है एव प्रत्येक दिन दर्जन भर से ज्यादा गाय हादसों का शिकार होकर काल का ग्रास बन रही है 
चुकी बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत अलग अलग ग्राम पंचायतों ने 20 गोशाला बनाई गई थी। गोशाला बनाने का उद्देश्य यही था कि आसपास टहल रही गाय और आवारा मवेशियों को ठहरने के लिए स्थाई जगह मिल सके। 

यह गौशाला बनने के कुछ समय तक चली लेकिन उसके बाद बंद हो गई। बताया जाता है कि गौशाला संचालन के लिए बजट नहीं मिलने से शोपीस बन गई है। इससे मवेशी इधर उधर टहल कर आमजन और किसानों के लिए मुसीबत का कारण बने हुए हैं। मवेशियों के कारण हादसों में भी इजाफा होता जा रहा है।

बिभाग सामन ना होने से झाड़ देते है पल्ला
बदरवास में वर्तमान में हाइवे पर लुकवासा से लेकर अटलपुर तक बैठने बाली गायों को जो भी घायल है उसको ललित शर्मा,हेमन्त ग्वाल,सुखबीर जाटव सहित उनकी टीम लगातार आपसे में धन संग्रहन कर उक्त घायल गायों का उवचार कर रही है जबकि पशु विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला यह कहकर झाड़ देता है कि हमें ऊपर से सामान नही आता है 

राशि आहरण होने के बाद भी अधूरी पड़ी गोशाला
बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत 26 गौशाला बंद कर तैयार करने हेतु शासन के द्वारा उक्त 26 ग्राम पंचायतों को कुल राशि उनकी खाते में धारण करने हेतु डाल दी गई थी लेकिन हालात ये हैं कि उनमें से मैं कुछ गौशाला ही कंप्लीट होकर तैयार हुई है शेष आज भी अधूरी पड़ी हुई है 

किस ग्राम पंचायत को मिली गौशाला वर्तमान हालात
1-अगरा--कम्प्लीट-- गाय नहीं
2 सुमेला---कम्प्लीट--- गाय नहीं
3 अटलपुर--कम्प्लीट--गाय नहीं
4-अटलपुर कम्प्लीट-गाय नहीं

जनपद की 16 ग्राम पंचायतो में गौशाला निर्माण का बजट आया था,प्रत्येक ग्राम पंचायत की गौशाला के लिए 37 लाख के लगभग बजट स्वीकृत हुआ था। बामोरकला,अकाझिरी,आकोदा,अलावदी,झूलना,माढा,मथना,सढबुढ,सालोंन,सिंघारई,टामकी,तरावली,टीलाकला,टाठी और बिजरौनी में गौशाला का बजट कागजो से गायब हो चुका है और जमीन पर गौशाला का निर्माण नही हुआ है कही अधूरा पडा है,लेकिन जिसके लिए यह गौशाला बनाई थी वह उसमें नही हैं। वह सडक पर है मरने के लिए........

क्या कहते है जिम्मेदार
यह व्यवस्था पशु बिभाग देखता है और उन्ही से इनकी व्यवस्था के बारे में उन्ही से जानकारी लो 
रही अपूर्ण गोशाला राशि आहरण में उनको दिखता हु शीघ्र निर्माण करे अन्यथा कार्यवाही की जाएगी
एल एन पिप्पल
सीईओ जनपद बदरवास

यह व्यवस्था जनपद की है और आप उन्ही से पूछे 
अगाथा तुर्की
खण्ड चिकित्सा अधिकारी
पशु विभाग बदरवास