शिवपुरी। सीएम हेल्पलाइन अब हेल्पलेस हो गई है। एक युवक ने अपने जायज काम के लिए 8 बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की,लेकिन जिले के आफिस में बैठे बाबू नियमों के जाल को फेंक कर मामले को उलझा देते हैं। मामला जिले के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा है और युवक मां की मौत के बाद अपनी अनुकंपा नियुक्ति को लेकर भटक रहा हैं।
जिले के बदरवास ब्लॉक अंतर्गत टीला कला में पदस्थ एएनएम अरुणावती यादव की कैंसर से पीड़ित होने की वजह से मौत हो गई। उनकी मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति के लिए पांच माह से उनका बेटा स्वास्थ्य विभाग में दफ्तरों के चक्कर लगा रहा हैए लेकिन उसे कहीं से भी कोई ठीक जवाब नहीं दे रहा।
सुनवाई न होने से परेशान युवक अभी तक 8 बार सीएम हेल्पलाइन लगा चुका हैए लेकिन सीएमएचओ ऑफिस में अनुकंपा के मामले देखने वाले बाबूजी हर बार कोई न कोई पेंच फंसा देते हैं।
बदरवास निवासी सनी कुमार यादव ने बताया कि मेरी मां एएनएम के पद पर पदस्थ थीं तथा 4 अप्रैल को कैंसर की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। मां की मौत के बाद सीएमएचओ ऑफिस पहुंचकर वहां अनुकंपा नियुक्ति के मामले देखने वाले बाबू आईपी गोयल से जब बात की तो उन्होंने पहले कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
बाद में सनी ने गोयल से फार्म लेकर कंपलीट किया, लेकिन भरा हुआ फार्म गोयल ने पहले लेने से इंकार कर दिया। कई बार चक्कर लगाने के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो फिर सनी ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद सनी का फार्म तो जमा हो गया, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस दौरान सनी ने सीएमएचओ ऑफिस के न केवल कई चक्कर लगाए, बल्कि उसने स्वास्थ्य संचालनालय को स्पीड पोस्ट से पूरी जानकारी भेजी।
अपर सचिव से की गई शिकायत में सनी ने उल्लेख किया है कि अनुकंपा शाखा देखने वाले आईपी गोयल ने बातचीत में कहा था कि बिना पैसों के कुछ नहीं होगा। यही वजह है कि जब सनी ने भोपाल पहुंचकर स्वास्थ्य संचालनालय में अनुकंपा विभाग के बाबू से जब पूछा तो उन्होंने बताया कि तुम्हारा फार्म ही पुराने प्रारूप में आया है, इसे नए रूप में भेजो। इसके बाद फिर सनी ने दूसरे प्रोफार्मा में फार्म भेजा, लेकिन अभी तक उसे अनुकंपा नहीं मिल पाई।
सब कुछ भोपाल से होगा
अनुकंपा नियुक्ति तो भोपाल से ही की जाएगी, हमें तो उसमें कुछ करना भी नहीं है। जहां तक पुराने प्रोफार्मा में फार्म भरने की बात है तो वो फार्म खुद आवेदक ने ही भरा था। जब हमें नियुक्ति करनी ही नहीं है तो फिर पैसों की बात क्यों करेंगे, यह तो सभी गलत आरोप हैं
आईपी गोयल,अनुकंपा शाख प्रभारी सीएमएचओ शिवपुरी