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शहर के लोगों की नियुक्ति शर्त के आधार पर की गई थी। उनके वेतन 8000 रुपये देना था। साथ 2000 रूपए पीएफ कुल मिलाकर 10000 हजार रुपए देने होते थे। इसमे काम करने वाले गिरजाशंकर यादव,दिनेश कुमार शाक्य,गायत्री शाक्य का वेतन आज दिनांक तक नहीं दिया गया। बिना वेतन दिए कम्पनी यहां से चली गई। आवेदकों ने अपनी वेतन के सम्बध में नगर पालिका सीएमओ से बात की तो उनके द्वारा जवाब दिया गया।
हमें जानकारी नहीं है। इसके लेकर श्रम पदाधिकारी को श्रम कार्यालय में 5.07.2022 को आवेदन दिया गया।लेकिन इसके बावजूद भी आज दिनांक तक वेतन नहीं दिया गया है। इसके शिकायत के लेकर कलेक्टर में जनसुनवाई में आवेदन दिया गया है। लोगों ने बताया कि हमें लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हम अपना जीवन यापन कैसे करें साहब से निवेदन कर रहे है कि हमारा 3 माह का वेतन दिया जाए।