गायत्री शर्मा SHIVPURI की प्रथम नागरिक निर्वाचित, राजे ने जो कहा था सो हुआ

Bhopal Samachar

शिवपुरी। अंतः नगर पालिका अध्यक्ष बनने की पटकथा पर विराम लग गया,भाजपा ने अपना अध्यक्ष निर्विरोध बना लिया,भावनाओं से परे अचानक गायत्री शर्मा को भाजपा ने गायत्री शर्मा को मेडेंड जारी कर दिया वहीं भाजपा ने नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए चुनाव ही नहीं होने दिया। कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद के लिए फार्म अवश्य भरा गया लेकिन वह भी वापस ले लिया। पैसे के खेल वाले इस चुनाव में शिवपुरी विधायक और प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का वचन सत्य साबित हुआ,अध्यक्ष पद की ताजपोशी के लिए एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ।

महिला पार्षद गायत्री शर्मा का नाम नपाध्यक्ष पद की दौड़ में दूर.दूर तक नहीं था। यह लग रहा था कि पूर्व नपा उपाध्यक्ष भानू दुबे की धर्मपत्नी श्रीमती दीप्ति दुबे या सरोज रामजी व्यास में से कोई अध्यक्ष पद पर आसीन होगा। लेकिन दोनों की टकराहट ने गंभीर रूप धारण कर लिया और भाजपा के समक्ष जबरदस्त संकट पैदा हो गया कि किस तरह से पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता की सीमा को लांघते अंतर्विरोध को समाप्त किया जाए।

जिसके परिणामस्वरूप चमत्कारिक रूप से वार्ड क्रमांक 25 की पार्षद गायत्री शर्मा का नाम एकाएक निकलकर सामने आया और आज अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में वह निर्विरोध अध्यक्ष बनने में सफल रहीं। नगर पालिका उपाध्यक्ष पद पर भी भाजपा ने कब्जा किया है। निर्विरोध रूप से कल रात हुए तय समझौते के बाद श्रीमती सरोज रामजी व्यास उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुई हैं।

कल रात तक नपाध्यक्ष पद हेतु भाजपा प्रत्याशी चयन में गतिरोध बना हुआ था। नगर पालिका परिषद में भाजपा के स्पष्ट बहुमत के बाद भी एक प्रत्याशी के पक्ष में आम राय नहीं बन पा रही थी। भाजपा की गुटबाजी में यशोधरा राजे खेमे की ओर से जहां दीप्ति भानू दुबे की उम्मीदवार उभरकर सामने आई वहीं उनके सामने सेवानिवृत मंडी सचिव रामजी व्यास की धर्मपत्नी सरोज व्यास ने ताल ठोक दी। श्रीमती सरोज रामजी व्यास भाजपा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की समर्थक मानी जाती हैं। इस टकराहट ने इतना गंभीर रूप धारण कर लिया था कि चुनाव अवश्यम्भावी लग रहे थे। 

कोई भी प्रत्याशी पीछे हटने को तैयार नहीं था। श्रीमति सरोज व्यास के समर्थकों ने यहां तक कहा था कि यदि उन्हें पार्टी मेंडेट नहीं मिला तो वह निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरेंगी और उन्हें 39 में से 26 पार्षदों का समर्थन प्राप्त है। इनमें 10 कांग्रेस पार्षद और 5 निर्दलीय पार्षद तथा कम से कम 11 भाजपा पार्षद हैं। यशोधरा राजे खैमे की ओर से भाजपा पार्षदों की बाड़ेबंदी कर लगभग 14 पार्षदों को गुजरात यात्रा पर भी भेजा गया था। लेकिन उनके मोबाइल फोन चालू थे और बताया जाता है कि उनमें से भी कुछ पार्षद रामजी व्यास के सम्पर्क में थे। स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी चुनाव की नौबत से भाजपा की किरकिरी हो रही थी। 

सूत्र बताते हैं कि इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को यह दायित्व सौंपा कि शिवपुरी में चुनाव की नौबत नहीं आना चाहिए और दोनों गुटों में सामंजस्य बैठाकर किसी ऐसे प्रत्याशी का नाम सामने लाया जाए। जिस पर आम सहमति बने। सीएम के इस निर्देश के बाद कल यशोधरा राजे सिंधिया सक्रिय हुई। पहले उन्होंने सर्किट हाउस में पार्षदों को बुलाकर उनसे पूछा कि दीप्ति दुबे और रामजी व्यास के अतिरिक्त कौन अध्यक्ष का प्रत्याशी बनना चाहिए। सर्किट हाउस में उन्होंने राम जी व्यास से चर्चा की और इसके बाद सूत्र बताते हैं कि वह एक प्रपोजल लेकर रामजी व्यास के निवास स्थान पुरानी शिवपुरी में उनकी पत्नी सरोज व्यास से चर्चा करने गईं।

जीत के बाद भावूक हुई गायत्री और आंखे से आंसू निकल आए
अध्यक्ष बनने के बाद भावूक होकर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उनकी आंखे छलछला आईं और उन्होंने कहा कि मुझ जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यदि इतना बड़ा दायित्व मिला है तो उसका श्रेय पार्षद भाईयों, बहनों, भानू भैया और महाराज साहब का है। जिन्हें मैं भगवान तथा मां की तरह पूजती हूं और वह मेरी आदर्श हैं। नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा वार्ड क्रमांक 25 से जीती हैं और वह पहली बार ही पार्षद बनी हैं। गायत्री शर्मा प्रदेश सरकार की मंत्री और स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया की कट्टर समर्थक हैं।

रामजी व्यास के निवास स्थान पर पहुंची राजे, लेकिन बात नहीं बनी
कल रात यशोधरा राजे सिंधिया अध्यक्ष पद की दावेदार सरोज रामजी व्यास के निवास स्थान पर पहुंची। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने प्रस्ताव रखा कि दीप्ति दुबे और सरोज व्यास के अतिरिक्त किसी तीसरे नाम पर सहमति बनाई जाए। लेकिन सरोज व्यास को चुनाव न लडऩे के लिए वह मना नहीं पाईं। वह उनके निवास स्थान पर लगभग आधा घंटे रहीं और उन्होंने रामजी व्यास और सरोज व्यास से कहा कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि शिवपुरी में चुनाव न हों। इस पर सरोज व्यास ने जबाव दिया कि फिर मेरे नाम पर सहमति बनाई जाए। मुझमे अध्यक्ष पद के लिए क्या कमी है।

मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद गतिरोध सुलझा
सूत्र बताते हैं कि देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने अध्यक्ष पद की प्रत्याशी सरोज व्यास के पति राम जी व्यास से चर्चा की। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के दबाव के फलस्वरूप राम जी व्यास अपनी पत्नी को चुनाव न लड़ाने के लिए सहमत हुए और पार्टी ने सरोज व्यास को उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाने की सहमति दी।

अध्यक्ष पद के लिए गायत्री शर्मा के नाम का हुआ चयन
दोनों गुटों में समझौते के फलस्वरूप तय फॉर्मूले में यह तय किया गया कि नपाध्यक्ष पद यशोधरा राजे खैमे और उपाध्यक्ष पद नरेंद्र सिंह तोमर खैमे को दिया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि पहले अध्यक्ष पद हेतु वार्ड क्रमांक 18 की पार्षद श्रीमती रीना शर्मा का नाम सामने आया। लेकिन इस नाम पर सहमति नहीं बनी। इसके बाद वार्ड क्रमांक 31 की पार्षद मीना पंकज महाराज का नाम सामने आया। लेकिन इस नाम पर भी बीटो लग गया। इसके पश्चात यशोधरा राजे खैमे की ओर से गायत्री शर्मा का नाम सामने आया। जिस पर सहमति बन गई। वहीं उपाध्यक्ष पद पर सरोज व्यास को चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया गया। शर्त यह थी कि नपाध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव निर्विरोध हों।

अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की शशि शर्मा ने भरा फार्म
अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा की ओर से गायत्री शर्मा ने फॉर्म भरा। वहीं अंतिम क्षणों में वार्ड क्रमांक 34 की कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती शशि शर्मा ने नामजदगी का पर्चा भरा। जिससे भाजपाईयों के दिल की धड़कने बढ़ गईं। एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया कि श्रीमती शशि शर्मा कांग्रेस की प्रत्याशी नहीं है। जिलाध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा ने उन्हें मेंडेट नहीं दिया है। इसके बाद भाजपा नेता सक्रिय हुए और वे श्रीमती शशि शर्मा के रिश्तेदार एक डॉक्टर को लेकर निर्वाचन स्थल पर पहुंचे और उनकी समझाइश के बाद शशि शर्मा ने नामजदगी का पर्चा वापिस ले लिया। इसके साथ ही गायत्री शर्मा का नगर पालिका अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया।

यशोधरा राजे सिंधिया ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष गायत्री शर्मा को दी शुभकामनाएं
शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित होने पर प्रदेश सरकार की मंत्री और स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामनाएं संदेश में यशोधरा राजे ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप जनसेवा की भावना, ईमानदारी और निष्ठा से अपने दायित्वों को निर्वहन करते हुए शिवपुरी में विकास एवं जनकल्याणकारी कार्यों को गति प्रदान करेंगी।











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