Shivpuri News- शहर मे स्थित सिद्ध बाबा पर चार तेंदुओ ने मिलकर किया बछड़े नंदी का शिकार

Bhopal Samachar
शिवपुरी। खबर शहर के उन लोगों को डराने वाली है जो माॅर्निंग वाॅक पर करबला क्षेत्र की ओर जाते है। बताया जा रहा है दो बत्ती से बाजाघर और करबला के पुल तक जाने वाली रोड पर स्थित सिद्ध बाबा के मंदिर पर चार तेंदुओ ने मिलकर बछडे नंदी का शिकार कर लिया। अब तेंदुआ माधव नेशनल पार्क की सीमा से बहार आने लगे है।


शनिवार-रविवार की दरमियानी रात चार तेंदुआ बाजाघर के पास स्थित सिद्ध बाबा भैंसासुर सरकार के मंदिर पर पहुंचे और मंदिर की गोशाला में बंधे एक बछड़े का शिकार किया। तेंदुआ बछड़े को खींचकर ले जाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन बछड़ा रस्सी से बंधा होने के कारण उसे अपने साथ नहीं ले जा सके। मंदिर के बाबा देवपुरी के अनुसारए रात करीब ढाई बजे उन्हें गाय के रम्हाने की आवाज सुनाई दी।

आवाज सुनकर वह जागे तो उन्हें पेड़ के पास चार तेंदुआ दिखाई दिए जो पेड़ से बंधे छोटे से बछड़े श्नंदीश् का शिकार कर रहे थे। बाबा के अनुसार उन्होंने सब्बल से उन्हें डराकर भगाया। मंदिर के भक्तों के अनुसारए तेंदुए ने पहले तो बाबा की ओर ही हमले का प्रयास किया लेकिन एक अन्य व्यक्ति के आ जाने से चारों तेंदुआ डरकर भाग गए।

पिछले एक महीने से आ रहे हैं तेंदुआ

मंदिर के एक भक्त नीरज राठौर के अनुसार पिछले एक से डेढ़ महीने से यहां तेंदुआ की चहल.कदमी देखी जा रही है। करीब महीने भर पहले जब वह रात आठ बजे के आसपास मंदिर पर ही थे तभी यहां तेंदुआ आया और मंदिर की बाउंड्री पर बैठा हुआ था। वह अंदर नहीं आया इसी क्रम में करीब 15 दिन पहले सुबह चार बजे के आसपास मंदिर के अंदर बाबा की कुटिया के पास बैठा हुआ देखा गया था।

नीरज के अनुसार उन्हें कुछ दिन पहले फारेस्ट के कर्मचारी यहीं मिले थे तो उन्होंने उक्त फारेस्टकर्मियों से तेंदुओं की चहल कदमी के संबंध में बात की थी। बकौल नीरज उन फारेस्टकर्मियों ने बताया था कि लुधावली तरफ से जंगल में कुछ तेंदुए छोड़े गए हैं। उनके अनुसार चूंकि यह फारेस्ट की जगह हैं, ऐसे में यहां पर तेंदुए खुले घूम रहे हैं। नीरज ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले ही करबला के पास से तेंदुआ रोड क्रास करते हुए देखा गया था।

मार्निंग वाक पर जाते हैं हजारों लोग

जिस क्षेत्र में इन तेंदुओं को देखा जा रहा है, वह हवाई पट्टी, हसवत कुंडी, शमशान घाट रोड, बाजाघर, करबला रोड व भदैया कुंड का क्षेत्र है। इन सभी रोड से हर रोज सुबह के समय मॉर्निंग वाक पर हजारों लोग गुजरते हैं। ऐसे में अगर यह कहा जाए कि सुबह अंधेरे में इस क्षेत्र में मॉर्निंग वाक खतरनाक हो सकती है तो शायद गलत नहीं होगा। फारेस्ट के अधिकारी भी यह कह रहे हैं कि जहां तेंदुआ दिख रहे हैं। वह उनका प्राकृतिक आवास है, ऐसे में उन्हें वहां से हटाने की बात पर विचार ही नहीं किया जा सकता है।

तेजी से बढ रहे हैं माधव नेशनल पार्क में तेंदुआ

माधव नेशनल पार्क क्षेत्र में तेंदुआ अब तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पहले कभी.कभार ही दिखने वाले तेंदुआ अब न सिर्फ हाइवे किनारे दिखाई दे रहे हैं, बल्कि अब तो तेंदुआ की चहल.कदमी शहरी क्षेत्र के आसपास भी देखी जा रही है। वर्ष 2018 की गणना के अनुसार माधव रार्ष्टीय उद्यान में तेंदुओं की संख्या 166 है। पिछले चार साल में इनकी संख्या में और बढ़ोत्तरी हुई है। कैमरा ट्रैपिंग में भी एक साथ तेंदुए का परिवार दिखाई दिया है।

इनका कहना है
यह बात सही नहीं है कि हमने उस क्षेत्र में कोई तेंदुआ छोड़े हैं, लेकिन यह भी शत प्रतिशत सही है कि जिस क्षेत्र में आप तेंदुआ दिखने की बात कह रहे हैं वह नेशनल पार्क और जंगल का क्षेत्र है। वहां तेंदुओं का खुला घूमना स्वभाविक है, क्योंकि वह उनका प्राकृतिक रहवास है। ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
सीएस निमामा, सीसीएफ।
G-W2F7VGPV5M