शिवपुरी। पोहरी अनुविभाग के गोवर्धन थाना क्षेत्र के धौरिया गांव में चोरी गईं 15 लाख रूपए कीमत की भैंसें बरामद करने पर रविवार को पशुपालकों ने सम्मान समारोह आयोजित किया। पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ ने गोवर्धन थाना प्रभारी रूपेश शर्मा व उनके स्टाफ को सम्मानित किया। अज्ञात बदमाशों द्वारा चुराईं भैंसों के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ी।
पशुपालकों के संग तीन दिन जंगल की खाक छाननी पड़ी। कार्यक्रम के दौरान भैंसें बरामद करने की कहानी सामने आई। थाना प्रभारी रूपेश शर्मा ने बताया कि 7 अगस्त की सुबह 7 बजे श्योपुर जिले के गसवानी थाना क्षेत्र में घन जंगल से भैंसें बरामद कीं। घन घोर जंगल में बदमाश दो दिन तक भैंसों को लेकर पड़े रहे।
लगातार निगरानी बनाए रखने की वजह से 15 लाख रुपए कीमत की 34 भैंसों को आखिरकार बरामद कर लिया। एक ग्रामीण से पूछा तो उसने भैंसों के झुंडों को डंडे मारते हुए छह..सात लोगों को ले जाते देखा था। आधा घंटे पहले भैंसें ले जाने का पता चला तो पुलिस ने पीछा करने दौड़ लगाई। जंगल में गाड़ी लेकर जाना संभव नहीं था।
भैंसों के खुर और ताला गोबर के आधार पर दिशा का पता करके पीछा करते रहे। मुरैना जिले के पहाड़गढ़ क्षेत्र में भैसों को ले जाने के लिए बदमाश नाला पार करा रहे थे। पुलिसकर्मी ने पेड़ पर चढ़कर देखा और भैंसे नजर आ गईं। बदमाशों से पुलिस आमना सामने करने तैयार हो गई। आखिरकार बदमाश भैंसें छोड़कर भागने में सफल रहे।
मवेशी पहाड़गढ़ ले जाते तो पहचान मुश्किल हो जाती 4 अगस्त को चोरी गईं भैंसों को लेकर ग्रामीणों ने राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ से मदद मांगी। गोवर्धन थाने पुलिस दो टीमों में बंटकर ग्रामीणों के संग जंगल में उतरी। जंगल की खाक छानते रहे। यहां तक की रिपोर्ट दर्ज कराने तक का वक्त नहीं मिला। 6 अगस्त को स्टाफ भेजकर एफआईआर दर्ज कराई गई।
गसवानी की रोड पर पुलिस ग्रामीणों के संग दिन.रात पहरा देती रही। क्योंकि बदमाश रोड क्रास करके भैंसों को पहा़ड़गढ़ की सीमा में ले जाते तो मिलना मुश्किल हो जाता। बाद में भैसों के सींग व कान काट देते और पहचान करना भी मुश्किल हो जाता।
बदमाशों द्वारा फायरिंग करने की खबर, पुलिस फिलहाल इनकार कर रही भैंसे बरामद करने से ठीक पहले पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग की सूचना आ रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने बदमाशों को डराने हवाई फायर किया। जवाब में कट्टे से फायर की आवाज आई। दूसरी बार 315 बोर बंदूक से फायरिंग की आवाज सुनाई दी।
लेकिन पुलिस ने भी बचाव की मुद्रा में आकर बदमाशों को ललकारा और फायर किए। आखिरकार बदमाश भैंसों को छोड़कर भाग निकले। इस साहसी कदम के साथ भैंसे बरामद करने से ग्रामीण काफी खुश थे और 21 अगस्त को सम्मान समारोह आयोजित कर पुलिस को शॉल, श्रीफल व माला पहनाकर सममनित किया।